मंत्री बन्ना गुप्ता के खिलाफ फर्जी एफआईआर के मामले में तीन लोगों पर केस!
जमशेदपुर में मंत्री बन्ना गुप्ता के खिलाफ फर्जी एफआईआर की कॉपी वायरल करने के आरोप में तीन लोगों पर केस दर्ज किया गया है। जानें पूरी कहानी।
7 अक्टूबर 2024, जमशेदपुर - जमशेदपुर के कदमा थाना की पुलिस ने मंत्री बन्ना गुप्ता के खिलाफ फर्जी एफआईआर की कॉपी को वायरल करने के मामले में तीन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। यह मामला तब सामने आया जब रविवार को मंत्री के खिलाफ एक फर्जी एफआईआर की कॉपी सोशल मीडिया पर वायरल हो गई थी।
मंत्री बन्ना गुप्ता के करीबी संतोष सिंह ने इस मामले में शिकायत दर्ज कराई है। आरोपियों में भाजपा नेता विकास सिंह, विधायक सरयू राय के पूर्व सचिव आनंद कुमार (पत्रकार), और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के पूर्व महासचिव डॉ. मृत्युंजय सिंह शामिल हैं। संतोष सिंह का आरोप है कि इन तीनों ने रांची सिटी एसपी कार्यालय की मुहर का दुरुपयोग करते हुए एक फर्जी एफआईआर की कॉपी बनाई और उसे सोशल मीडिया पर वायरल किया।
इस मामले में संतोष सिंह का कहना है कि इसका उद्देश्य मंत्री बन्ना गुप्ता के खिलाफ भ्रामक दुष्प्रचार करना और उन्हें राजनीतिक रूप से नुकसान पहुंचाना था। उन्होंने इस संबंध में पुलिस को लिखित शिकायत दी, जिसके बाद कदमा थाना ने केस दर्ज कर लिया है। हालांकि, पुलिस ने इस मामले पर अधिक जानकारी देने से इनकार किया है।
रविवार को वायरल हुई फर्जी एफआईआर में यह आरोप लगाया गया था कि मंत्री गुप्ता के खिलाफ एक महिला कांग्रेस के साथ अनैतिक कार्य करने का मामला है। यह आरोप बेहद गंभीर था, लेकिन बाद में रांची सिटी एसपी ने खुद आगे आकर इसे पूरी तरह से फर्जी करार दिया।
मंत्री बन्ना गुप्ता ने इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है, लेकिन उनके समर्थकों ने इस कृत्य की निंदा की है। राजनीतिक गलियारों में इस मामले को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। भाजपा और राजद के बीच राजनीतिक मतभेद और भी गहराते दिख रहे हैं।
इस घटना ने एक बार फिर से राजनीतिक छवि और समाज में नैतिकता के सवाल को उठाया है। आगे की जांच में पुलिस ने फर्जी दस्तावेज बनाने और वायरल करने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात कही है। उम्मीद की जा रही है कि इस मामले में जल्द ही और भी जानकारी सामने आएगी।
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