क्रिकेटर सौरभ तिवारी के नाम पर फर्जी फेसबुक अकाउंट से ठगी: पुलिस जांच में जुटी
जमशेदपुर के क्रिकेटर सौरभ तिवारी का फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाकर लोगों से रजिस्ट्रेशन के नाम पर ठगी की जा रही है। जानें कैसे इस फर्जीवाड़े का शिकार हो रहे हैं लोग और पुलिस ने क्या कार्रवाई की है।
जमशेदपुर: जमशेदपुर के विजय गार्डन, बारीडीह निवासी और जाने-माने क्रिकेटर सौरभ तिवारी के नाम से एक फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाकर लोगों को ठगने का मामला सामने आया है। इस अकाउंट के जरिए ठग लोगों से विभिन्न क्रिकेट लीग में रजिस्ट्रेशन के नाम पर पैसे ऐंठ रहे हैं। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए सौरभ तिवारी ने बिष्टुपुर साइबर थाना में शिकायत दर्ज कराई है, जिसके बाद पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
कैसे हो रही है ठगी:
सौरभ तिवारी का नाम और फोटो इस्तेमाल कर एक फर्जी फेसबुक प्रोफाइल बनाई गई है, जिसमें उनके नाम का दुरुपयोग किया जा रहा है। इस फर्जी अकाउंट से 7 अगस्त को एक पोस्ट किया गया था, जिसमें मोबाइल नंबर 7290829790 का उल्लेख करते हुए यह दावा किया गया कि उत्तर प्रदेश टी-20 लीग और कर्नाटक प्रीमियर लीग 2024 में खेलने के इच्छुक लड़कों के लिए यह "सर का नंबर" है। पोस्ट में कहा गया है कि इस नंबर पर कॉल करके दोनों स्टेज से रजिस्ट्रेशन करवाया जा सकता है।
रजिस्ट्रेशन के नाम पर ठगी:
फर्जी अकाउंट के जरिए लोगों से ₹499 और ₹999 की रजिस्ट्रेशन फीस वसूली जा रही है। इसके अलावा, एक और पोस्ट में नेशनल क्रिकेट एकेडमी के नाम से फर्जी पैड बनाकर रजिस्ट्रेशन फीस के नाम पर लोगों को ठगा जा रहा है। इस प्रकार, इस फर्जीवाड़े के जरिए सौरभ तिवारी की प्रतिष्ठा को धूमिल करने और लोगों को आर्थिक नुकसान पहुंचाने की साजिश की जा रही है।
पुलिस की कार्रवाई:
सौरभ तिवारी द्वारा दर्ज की गई एफआईआर के बाद बिष्टुपुर साइबर थाना की पुलिस इस मामले की तहकीकात में जुट गई है। पुलिस ने संबंधित मोबाइल नंबर और फर्जी अकाउंट की जांच शुरू कर दी है, ताकि ठगों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जा सके। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे इस तरह के फर्जीवाड़े से सावधान रहें और किसी भी प्रकार की जानकारी देने से पहले संबंधित व्यक्ति या संस्था की सत्यता की जांच कर लें।
सौरभ तिवारी की अपील:
सौरभ तिवारी ने भी अपने प्रशंसकों और आम जनता से अपील की है कि वे इस तरह के फर्जी अकाउंट्स से सतर्क रहें और उनके नाम से किए जा रहे किसी भी तरह के वित्तीय लेन-देन में शामिल न हों। उन्होंने कहा कि वे इस घटना से बेहद दुखी हैं, और चाहते हैं कि इस प्रकार के अपराधियों को जल्द से जल्द पकड़ कर सजा दी जाए।
फर्जीवाड़े से बचने के उपाय:
- सोशल मीडिया पर सतर्कता: सोशल मीडिया पर किसी भी तरह के वित्तीय लेन-देन से पहले उसकी सत्यता की जांच जरूर करें।
- प्रोफाइल चेक: किसी भी प्रोफाइल को फॉलो या मैसेज करने से पहले उसके असली होने की जांच करें।
- संदिग्ध गतिविधियों की रिपोर्ट: अगर आपको किसी प्रोफाइल या व्यक्ति की गतिविधियां संदिग्ध लगें, तो उसे तुरंत सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर रिपोर्ट करें।
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