Dhanbad-Theft Mystery: बंद घर से 14 लाख की चोरी, पुलिस के भी उड़े होश!

धनबाद के गोविंदपुर थाना क्षेत्र में बंद घर को चोरों ने बनाया निशाना, 14 लाख की चोरी। पुलिस जांच में जुटी, क्या बढ़ रही हैं झारखंड में चोरी की घटनाएं? पढ़ें पूरी खबर।

Mar 22, 2025 - 10:43
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Dhanbad-Theft Mystery: बंद घर से 14 लाख की चोरी, पुलिस के भी उड़े होश!
Dhanbad-Theft Mystery: बंद घर से 14 लाख की चोरी, पुलिस के भी उड़े होश!

धनबाद: झारखंड के धनबाद जिले में चोरों ने बेखौफ होकर एक बंद मकान को निशाना बनाया और 14 लाख की संपत्ति उड़ा ले गए। यह घटना गोविंदपुर थाना क्षेत्र के गोसाईडीह काली मंदिर के पीछे रहने वाले जितेंद्र कुमार चौरसिया के घर में हुई, जो अपने परिवार संग ससुराल गए थे। जब वे लौटे तो घर का नजारा देख उनके होश उड़ गए—ताला टूटा हुआ, अलमारी का दरवाजा खुला और कीमती गहने व नकदी गायब।

बंद घर बना चोरों का आसान शिकार

20 मार्च को श्री चौरसिया परिवार सहित अपनी ससुराल मिहिजाम गए थे। अगले दिन जब वे लौटे, तो देखा कि मुख्य दरवाजे का ताला टूटा पड़ा था। अंदर का सारा सामान बिखरा हुआ था और अलमारी टूटी हुई थी। जब उन्होंने जांच की, तो पता चला कि चोरों ने करीब 60 ग्राम सोने की तीन चेन, 40 ग्राम सोने का मंगलसूत्र, कानों की बालियां, नथिया, डेढ़ किलो चांदी के जेवर और नकद 2.2 लाख रुपये उड़ा लिए थे।

कैसे हुई वारदात, कहां है सुराग?

पुलिस को दी गई शिकायत के बाद गोविंदपुर थाना की टीम घटनास्थल पर पहुंची और मामले की जांच शुरू की। पुलिस इंस्पेक्टर रुस्तम अली ने कहा कि अपराधियों को जल्द ही पकड़ा जाएगा। साथ ही, उन्होंने क्षेत्र के निवासियों से अपील की है कि वे बिना सुरक्षा व्यवस्था के अपने घरों को खाली न छोड़ें। अगर किसी को बाहर जाना है, तो वे इसकी सूचना पुलिस को दें ताकि सुरक्षा बढ़ाई जा सके।

झारखंड में बढ़ती चोरी की घटनाएं—कितना सुरक्षित हैं आप?

धनबाद और आस-पास के इलाकों में चोरी की वारदातें लगातार बढ़ रही हैं। बीते एक साल में धनबाद, गोविंदपुर, कतरास और झरिया क्षेत्रों में कई बड़े चोरी के मामले सामने आ चुके हैं। चोरों का यह नया तरीका है कि वे पहले घरों की रेकी करते हैं और फिर ऐसे घरों को निशाना बनाते हैं, जहां ताले लगे होते हैं।

इतिहास में भी हुई हैं बड़ी चोरियां

अगर इतिहास की बात करें, तो भारत में ऐसी कई चोरियों ने सुर्खियां बटोरी हैं। 1950 में हैदराबाद के निजाम के खजाने से चोरी, 1987 में तमिलनाडु के तंजावुर मंदिर से प्राचीन मूर्तियों की चोरी, और 2018 में दिल्ली के एक व्यापारी के घर से 20 करोड़ की चोरी—ये सभी घटनाएं बताती हैं कि जब सुरक्षा कमजोर होती है, तो चोरों का गिरोह इसका फायदा उठाने से नहीं चूकता।

कैसे बचें चोरी से?

  1. सीसीटीवी कैमरे लगाएं: घर के बाहर और अंदर सुरक्षा कैमरे लगाने से संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखी जा सकती है।
  2. स्मार्ट लॉक सिस्टम अपनाएं: पुराने ताले चोरों के लिए आसान शिकार होते हैं। डिजिटल लॉकिंग सिस्टम से सुरक्षा बढ़ती है।
  3. पड़ोसियों को सतर्क करें: यदि आप कुछ दिनों के लिए घर से बाहर जा रहे हैं, तो पड़ोसियों को सतर्क करें।
  4. मकान में सेंसर अलार्म लगवाएं: कई बार चोर देर रात वारदात को अंजाम देते हैं। सेंसर अलार्म से उनके घुसते ही पुलिस को सूचना मिल सकती है।

क्या कहती है पुलिस?

पुलिस का कहना है कि इस चोरी में किसी स्थानीय गिरोह का हाथ हो सकता है। इलाके में पहले भी चोरी की वारदातें हो चुकी हैं और शक है कि कोई व्यक्ति पहले से ही घर की रेकी कर रहा था।

झारखंड में बढ़ती चोरी की घटनाएं लोगों के लिए चिंता का विषय बन गई हैं। धनबाद की इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि बंद घर चोरों के लिए सबसे आसान शिकार होते हैं। पुलिस की जांच जारी है, लेकिन जब तक सुरक्षा के ठोस कदम नहीं उठाए जाते, तब तक ऐसी घटनाओं से बचाव संभव नहीं होगा।

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Manish Tamsoy मनीष तामसोय कॉमर्स में मास्टर डिग्री कर रहे हैं और खेलों के प्रति गहरी रुचि रखते हैं। क्रिकेट, फुटबॉल और शतरंज जैसे खेलों में उनकी गहरी समझ और विश्लेषणात्मक क्षमता उन्हें एक कुशल खेल विश्लेषक बनाती है। इसके अलावा, मनीष वीडियो एडिटिंग में भी एक्सपर्ट हैं। उनका क्रिएटिव अप्रोच और टेक्निकल नॉलेज उन्हें खेल विश्लेषण से जुड़े वीडियो कंटेंट को आकर्षक और प्रभावी बनाने में मदद करता है। खेलों की दुनिया में हो रहे नए बदलावों और रोमांचक मुकाबलों पर उनकी गहरी पकड़ उन्हें एक बेहतरीन कंटेंट क्रिएटर और पत्रकार के रूप में स्थापित करती है।