Dhanbad Scam: लाखों के मुनाफे का लालच देकर ठगों का गिरोह कर रहा है लोगों से ठगी, जानें पूरी कहानी!

धनबाद में ठगों का गिरोह लोगों को मुनाफा का झांसा देकर उनकी गाढ़ी कमाई उड़ा ले गया। जानें पूरी घटना और पुलिस की कार्रवाई के बारे में।

Jan 20, 2025 - 14:11
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Dhanbad Scam: लाखों के मुनाफे का लालच देकर ठगों का गिरोह कर रहा है लोगों से ठगी, जानें पूरी कहानी!
Dhanbad Scam: लाखों के मुनाफे का लालच देकर ठगों का गिरोह कर रहा है लोगों से ठगी, जानें पूरी कहानी!

Dhanbad Scam: झारखंड के धनबाद में एक ठगों का गिरोह तेजी से सक्रिय हो गया है, जिसने लोगों को निवेश में मुनाफा का झांसा देकर उनकी गाढ़ी कमाई को चुपके से उड़ा लिया है। वासेपुर, पांडरपाला और आजाद नगर के लोग इस ठगी का शिकार हुए हैं, और अब वे इस मामले में परेशान और हैरान हैं। खास बात यह है कि, अब तक किसी भी ठगी के शिकार व्यक्ति ने थाने में शिकायत दर्ज नहीं कराई है, जिससे पुलिस भी इस मामले को लेकर अनिश्चितता में है। तो आइए जानते हैं इस ठगी के बारे में और जानिए क्या है इसकी पूरी कहानी!

क्या है पूरी घटना?

धनबाद के वासेपुर, पांडरपाला और आजाद नगर जैसे इलाकों में इन दिनों एक ठगों का गिरोह सक्रिय हो गया है। इन ठगों ने लोगों को एक निजी वाहन कंपनी के नाम पर आयोजित सेमिनार में बुलाया और उन्हें मोटा रिटर्न देने का झांसा दिया। 14 जनवरी 2025 को अमन सोसाइटी के मून लाइन मैरिज हॉल में आयोजित इस सेमिनार में ठगों ने लोगों से निवेश के लिए पैसे जमा करने को कहा। बाद में यह ठग लोग पैसा जमा करवा कर गायब हो गए। अब तक, इन ठगों की पहचान नहीं हो पाई है, और उनके खिलाफ कोई भी शिकायत थाने में दर्ज नहीं कराई गई है।

ठगों का जाल और उनका तरीका

ठगों ने शुरू में लोगों को अच्छे रिटर्न का लालच दिया। पहले जिन लोगों ने निवेश किया, उन्हें वाकई में अच्छा रिटर्न मिला, जिससे दूसरों को भी विश्वास हो गया और वे भी ठगों के जाल में फंस गए। लेकिन जैसे ही पैसे जमा हो गए, ठगों का गिरोह गायब हो गया, और लोग अपनी पूरी पूंजी खो बैठें। यह ठगी इतना संगठित और चतुराई से की गई थी कि लोग समझ नहीं पाए और समय रहते ठगों को पकड़ने में नाकाम रहे।

साइबर ठगी की बढ़ती घटनाएं

इस घटना के साथ एक और साइबर ठगी की घटना जुड़ी हुई है। गोविंदपुर थाना क्षेत्र के गांधी मेला पथ के रहने वाले राजकुमार मिस्त्री ने अपनी शिकायत में बताया कि 12 जनवरी को जब वह सब्जी खरीदने गए थे, तो उनका मोबाइल पॉकेट से चोरी हो गया। हालांकि उन्होंने अपना मोबाइल लॉक करवा लिया था, लेकिन साइबर ठगों ने उनकी बैंक से 44,889 रुपये की रकम निकाल ली। उन्हें यह जानकारी तब हुई, जब दो चेक बाउंस हो गए और उनके अकाउंट से सारे पैसे गायब हो गए। इस घटना ने एक बार फिर साइबर ठगों के नेटवर्क के बारे में लोगों को चेतावनी दी है।

पुलिस की भूमिका और स्थिति

हालांकि ठगी के मामले में पुलिस ने सक्रियता दिखाई है, लेकिन अब तक ठगी के शिकार लोग सामने नहीं आए हैं, जिससे इस मामले की तह तक पहुंचने में पुलिस को मुश्किल हो रही है। पुलिस का कहना है कि वे जल्द ही इस मामले में और जानकारी जुटाएंगे और ठगों को पकड़ने के लिए हर संभव कदम उठाएंगे।

क्या है इस ठगी का बड़ा खतरा?

यह घटना यह दर्शाती है कि ठग अब न केवल आम लोगों को अपनी जाल में फंसा रहे हैं, बल्कि वे अब बड़े पैमाने पर संगठित तरीके से ठगी कर रहे हैं। इस तरह के ठगों से बचने के लिए लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है। निवेश करते समय हमेशा कंपनी की प्रमाणिकता की जांच करें और कभी भी किसी अनजान व्यक्ति या कंपनी के कहने पर अपनी गाढ़ी कमाई नहीं लगाएं।

क्या आने वाले समय में लोगों को मिलेगा न्याय?

यह सवाल अब सबके मन में उठ रहा है कि क्या पुलिस इस ठगी के मामले को सुलझा पाएगी और ठगों को गिरफ्तार कर सकेगी? फिलहाल तो लोगों की उम्मीदें पुलिस पर टिकी हुई हैं, जो जल्दी ही इस मामले में कदम उठाने की योजना बना रही है।

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