Dhanbad Encounter: राजगंज में फायरिंग! धनबाद पुलिस और प्रिंस खान गैंग के बीच मुठभेड़, जमशेदपुर का खूंखार अपराधी भानु माझी के पैर में लगी गोली, बड़ी घटना को अंजाम देने की साजिश थी खुफिया, पुलिस की गाड़ी पर हुई थी फायरिंग!
धनबाद जिले के तेतुलमारी थाना क्षेत्र के राजगंज में प्रिंस खान गिरोह के अपराधियों और पुलिस के बीच मुठभेड़ हुई। इस दौरान जमशेदपुर का खूंखार अपराधी भानु माझी गोली लगने से घायल हो गया। एसएसपी को बड़ी घटना की साजिश की सूचना मिली थी। घायल अपराधी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
झारखंड की अपराध और कानून व्यवस्था की कहानी में गैंगस्टर और पुलिस के बीच का संघर्ष हमेशा से चलता रहा है। आज धनबाद जिले के तेतुलमारी थाना क्षेत्र में एक ऐसा ही घटनाक्रम सामने आया, जहां पुलिस और कुख्यात प्रिंस खान गिरोह के अपराधियों के बीच सीधी मुठभेड़ हुई। राजगंज के शांत इलाके में मंगलवार की सुबह हुई इस फायरिंग ने पूरे इलाके में दहशत फैला दी। इस मुठभेड़ में जमशेदपुर के कदमा इलाके का रहने वाला खूंखार अपराधी भानु माझी गोली लगने से घायल हो गया।
झारखंड में खनन और उद्योग से जुड़ी आपराधिक गतिविधियों में गैंग्स का इतिहास बेहद पुराना और जटिल रहा है। प्रिंस खान गिरोह और उसके जैसे अन्य संगठित गिरोह लगातार पुलिस के लिए चुनौती बने हुए हैं। आज की मुठभेड़ की घटना एक बार फिर दिखाती है कि अपराधी किसी भी बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए सीमाई इलाकों का उपयोग करते हैं और पुलिस को देखकर तुरंत गोलीबारी शुरू कर देते हैं।
बड़ी वारदात की सूचना पर पहुंची पुलिस
धनबाद के एसएसपी प्रभात कुमार को खुफिया तंत्र से सूचना मिली थी कि प्रिंस खान गिरोह के अपराधी राजगंज क्षेत्र में किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की साजिश रच रहे हैं।
-
टीम गठन: सूचना की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी ने तुरंत एक विशेष पुलिस टीम का गठन करके उसे राजगंज भेजा।
-
फायरिंग की शुरुआत: पुलिस की टीम जैसे ही मौके पर पहुंची, अपराधियों ने बिना किसी चेतावनी के पुलिस की गाड़ी पर सीधी फायरिंग शुरू कर दी।
जवाबी फायरिंग में घायल हुआ अपराधी
अपराधियों द्वारा की गई इस फायरिंग के जवाब में पुलिस ने भी तुरंत जवाबी फायरिंग की। दोनों तरफ से कई राउंड गोलीबारी हुई।
-
पैर में लगी गोली: इस गोलीबारी के दौरान प्रिंस खान गिरोह का अपराधी भानु माझी घायल हो गया, जिसके पैर में गोली लगी।
-
इलाज जारी: घायल अपराधी को तुरंत इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने उसे अपनी हिरासत में ले लिया है।
-
जमशेदपुर से कनेक्शन: भानु माझी जमशेदपुर के कदमा इलाके का रहने वाला है और उसपर जमशेदपुर समेत कई इलाकों में पहले से ही गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं।
मुठभेड़ की सूचना मिलते ही एसएसपी समेत कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचकर पूरी घटना की गहन जांच में जुट गए हैं। इस मुठभेड़ से यह स्पष्ट हो गया है कि प्रिंस खान गिरोह की गतिविधियां अभी भी जारी हैं और वह किसी भी वक्त बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में था। पुलिस अब गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में छापेमारी कर रही है।
आपकी राय में, झारखंड जैसे राज्य में संगठित अपराध और गिरोहबाजी पर लगाम कसने और पुलिस एन्काउंटर की जरूरत को कम करने के लिए प्रशासनिक स्तर पर किन दो सबसे प्रभावी सुधारों (खुफिया या कानूनी) को लागू किया जाना चाहिए?
What's Your Reaction?


