मानगो में बिजली बिल भुगतान के नाम पर ठगी, साइबर अपराधी ने उड़ाए 27 हजार रुपये; पीड़ित ने दो साल बाद फिर दर्ज कराई प्राथमिकी

क्या आप जानते हैं कि साइबर ठगी से कैसे बचा जाए? जानिए कैसे बिजली बिल के नाम पर एक व्यक्ति के खाते से पैसे उड़ा लिए गए और कैसे आप इन जालसाजों से बच सकते हैं।

Jul 28, 2024 - 22:56
मानगो में बिजली बिल भुगतान के नाम पर ठगी, साइबर अपराधी ने उड़ाए 27 हजार रुपये; पीड़ित ने दो साल बाद फिर दर्ज कराई प्राथमिकी
मानगो में बिजली बिल भुगतान के नाम पर ठगी, साइबर अपराधी ने उड़ाए 27 हजार रुपये; पीड़ित ने दो साल बाद फिर दर्ज कराई प्राथमिकी

जमशेदपुर के मानगो थाना क्षेत्र के जवाहर नगर रोड नंबर 15 के निवासी अरुण कुमार सिंह हाल ही में साइबर ठगी का शिकार हुए, जहां उनके खाते से 27 हजार रुपये की धोखाधड़ी की गई। यह घटना 19 अगस्त 2022 की है, जब अरुण को उनके मोबाइल पर बिजली बिल बकाया का एक संदेश प्राप्त हुआ।

इस संदेश में लिखा था कि यदि बकाया बिल का भुगतान नहीं किया गया तो उनके बिजली कनेक्शन को काट दिया जाएगा। साथ ही, संदेश में एक संपर्क नंबर दिया गया था, जिसे कॉल करने पर खुद को बिजली विभाग का अधिकारी बताने वाला एक व्यक्ति मिला।

कैसे हुई ठगी?

अरुण कुमार ने जब दिए गए नंबर पर कॉल किया, तो ठग ने खुद को बिजली विभाग का अधिकारी बताते हुए समस्या का समाधान फोन पर ही करने का आश्वासन दिया। उसने अरुण को विश्वास में लेकर उनके बैंक खाते की जानकारी और ओटीपी (वन-टाइम पासवर्ड) प्राप्त कर ली। इस तरह उसने अरुण के खाते से कुल 27 हजार रुपये निकाल लिए।

शिकायत और पुलिस कार्रवाई

घटना के तुरंत बाद, अरुण कुमार ने बिष्टुपुर साइबर थाना में लिखित शिकायत दर्ज कराई। हालांकि, कोई कार्रवाई नहीं हुई, और ठग अब तक पकड़ से बाहर है। निराश होकर, अरुण ने दो साल बाद मानगो थाना में फिर से शिकायत दर्ज कराई। इस बार पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

साइबर ठगी के बढ़ते मामले

आजकल साइबर ठगी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, और ठग नित नए तरीके अपना रहे हैं। बिजली बिल, क्रेडिट कार्ड, बीमा, और यहां तक कि सरकारी योजनाओं के नाम पर भी लोगों को ठगा जा रहा है। लोग इन जालसाजों के शिकार तब बनते हैं जब वे अपनी व्यक्तिगत जानकारी साझा करते हैं।

कैसे बचें साइबर ठगी से?

  1. संदिग्ध संदेशों से सावधान रहें: अगर आपको कोई संदिग्ध मैसेज या कॉल प्राप्त होती है, तो उस पर विश्वास न करें। किसी भी तरह की बैंक जानकारी या ओटीपी साझा करने से बचें।

  2. ऑफिशियल स्रोत से ही जानकारी लें: किसी भी सेवा या बिल से संबंधित जानकारी के लिए हमेशा आधिकारिक वेबसाइट या हेल्पलाइन नंबर का ही इस्तेमाल करें।

  3. दोस्तों और परिवार को सचेत करें: इस तरह की ठगी से बचने के लिए अपने दोस्तों और परिवार को भी जागरूक करें।

  4. साइबर क्राइम सेल से संपर्क करें: किसी भी संदिग्ध गतिविधि के बारे में तुरंत साइबर क्राइम सेल को सूचित करें।

Team India मैंने कई कविताएँ और लघु कथाएँ लिखी हैं। मैं पेशे से कंप्यूटर साइंस इंजीनियर हूं और अब संपादक की भूमिका सफलतापूर्वक निभा रहा हूं।