Cheteshwar Pujara Retirement: चेतेश्वर पुजारा ने क्रिकेट को कहा अलविदा, टेस्ट समेत सभी फॉर्मेट से लिया संन्यास
भारतीय टेस्ट क्रिकेट के भरोसेमंद बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने 37 साल की उम्र में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास ले लिया। 103 टेस्ट और 5 वनडे खेलने वाले पुजारा ने अपने शानदार करियर के दौरान भारत को कई ऐतिहासिक जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई।

भारतीय क्रिकेट का ‘वॉल 2.0’ कहे जाने वाले चेतेश्वर पुजारा ने रविवार, 24 अगस्त 2025 को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास लेने की घोषणा कर दी। 37 वर्षीय पुजारा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर एक लंबा भावुक पोस्ट शेयर कर अपने शानदार करियर को अलविदा कहा।
भारतीय क्रिकेट का भरोसेमंद चेहरा
पुजारा ने अपने संदेश में लिखा – “भारतीय जर्सी पहनना, राष्ट्रगान गाना और हर बार मैदान पर सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश करना – इसे शब्दों में बयां करना मुश्किल है। लेकिन हर अच्छी चीज का अंत होता है और अब मैंने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास लेने का फैसला किया है।”
पुजारा का करियर भारतीय टेस्ट टीम के लिए एक स्तंभ की तरह रहा। 2010 में डेब्यू करने के बाद से ही उन्होंने कई मुश्किल परिस्थितियों में भारत को संभाला। उनका धैर्य, तकनीक और जुझारूपन उन्हें अन्य बल्लेबाजों से अलग बनाता था।
टेस्ट करियर का सफर
चेतेश्वर पुजारा ने भारत के लिए कुल 103 टेस्ट मैच खेले। इस दौरान उन्होंने 43.60 की औसत से 7195 रन बनाए। उनके नाम 19 शतक और 35 अर्धशतक दर्ज हैं।
2018-19 के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर पुजारा की बल्लेबाजी को कोई भारतीय फैन कभी नहीं भूल सकता। उस सीरीज़ में उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई पेस अटैक के खिलाफ अडिग रहते हुए 521 रन बनाए और भारत को ऐतिहासिक सीरीज़ जीत दिलाई।
भारत के लिए उनका आखिरी मैच वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2023 का फाइनल रहा, जिसमें उन्होंने 41 रन बनाए। उसके बाद से उन्हें टीम में मौका नहीं मिला।
वनडे और टी20 में छोटा सफर
पुजारा ने भारत के लिए 5 वनडे मैच भी खेले, जिसमें उन्होंने कुल 51 रन बनाए। टी20 इंटरनेशनल में उन्हें कभी अवसर नहीं मिला, हालांकि घरेलू स्तर पर उन्होंने सफेद गेंद से भी शानदार प्रदर्शन किया।
आईपीएल में भी उनका अनुभव रहा। वे कोलकाता नाइट राइडर्स, पंजाब किंग्स और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर जैसी टीमों का हिस्सा रहे और 30 मैचों में 390 रन बनाए।
घरेलू क्रिकेट में अमिट छाप
फर्स्ट क्लास क्रिकेट में पुजारा का रिकॉर्ड बेहद शानदार है। उन्होंने 278 मैचों में 21301 रन बनाए, जिसमें 66 शतक और 81 अर्धशतक शामिल हैं। इस सूची में वे सुनील गावस्कर, सचिन तेंदुलकर और राहुल द्रविड़ के बाद चौथे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले भारतीय बल्लेबाज हैं।
लिस्ट-ए क्रिकेट में उन्होंने 130 मैचों में 5759 रन और टी20 में 71 मुकाबलों में 1556 रन बनाए।
भावुक विदाई संदेश
पुजारा ने अपने पोस्ट में बीसीसीआई, सौराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन और उन सभी टीमों का धन्यवाद किया जिनका वे हिस्सा रहे। उन्होंने अपने कोच, मार्गदर्शकों, साथियों, सपोर्ट स्टाफ और ग्राउंड स्टाफ के प्रति आभार जताया।
उन्होंने अपने परिवार – माता-पिता, पत्नी पुजा, बेटी अदिति और पूरे परिवार का विशेष आभार व्यक्त किया। पुजारा ने लिखा कि परिवार के त्याग और सहयोग ने उनके करियर को संभव बनाया।
भारतीय क्रिकेट में योगदान
चेतेश्वर पुजारा हमेशा से राहुल द्रविड़ के उत्तराधिकारी के रूप में देखे गए। उनके शांत स्वभाव, तकनीक और लंबी पारी खेलने की क्षमता ने भारत को कई कठिन परिस्थितियों से बाहर निकाला। उन्होंने विदेशी पिचों पर भारत के लिए जो संघर्ष किए, वे हमेशा याद रखे जाएंगे।
चेतेश्वर पुजारा का करियर एक ऐसी मिसाल है जो आने वाली पीढ़ियों को धैर्य, समर्पण और अनुशासन का पाठ पढ़ाता रहेगा। भले ही उन्होंने बल्ला टांग दिया हो, लेकिन भारतीय क्रिकेट में उनकी विरासत हमेशा कायम रहेगी।
अब जब पुजारा मैदान पर नहीं दिखेंगे, तो भारतीय क्रिकेट के फैंस उन्हें मिस करेंगे। वे सिर्फ रन बनाने वाले बल्लेबाज नहीं थे, बल्कि कठिन वक्त में उम्मीद की किरण थे।
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