Chakulia, झारखंड – शनिवार को चाकुलिया-बेंद मुख्य सड़क पर हुए एक भयानक सड़क हादसे ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया। कांकड़ीशोल के पास नशे में धुत बाइक चालक और साइकिल सवार मछली विक्रेता के बीच हुई टक्कर में दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। यह घटना न केवल दर्दनाक है बल्कि इलाके में बढ़ते सड़क हादसों और लापरवाह ड्राइविंग के खतरे को भी उजागर करती है।
कैसे हुआ हादसा?
मिली जानकारी के अनुसार, कमारीगोड़ा गांव के निवासी और मछली विक्रेता, अपनी रोज़ की तरह मछली बेचने के बाद साइकिल से घर लौट रहे थे। तभी, पुरनापानी गांव के अशोक गोप, जो नशे में धुत होकर बाइक चला रहे थे, ने उन्हें पीछे से टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए और सड़क पर ही गिर पड़े।
ग्रामीणों ने दिखाई मुस्तैदी
घटना के बाद, आस-पास के ग्रामीण तुरंत मौके पर पहुंचे और 108 एंबुलेंस को इसकी सूचना दी। उनकी तत्परता के चलते एंबुलेंस तुरंत मौके पर पहुंची और दोनों घायलों को इलाज के लिए चाकुलिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) ले जाया गया। वहां से प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें बेहतर इलाज के लिए रेफर कर दिया गया।
सड़क सुरक्षा पर सवाल
इस घटना ने इलाके में सड़क सुरक्षा और लापरवाह ड्राइविंग पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। ग्रामीणों ने बताया कि बेंद मुख्य सड़क पर नशे में वाहन चलाने की घटनाएं बढ़ रही हैं। यह घटना उन सभी लापरवाह चालकों के लिए एक सबक है जो अपनी लापरवाही से खुद और दूसरों की जान जोखिम में डालते हैं।
इलाके में सड़क हादसों का इतिहास
चाकुलिया और उसके आस-पास का इलाका सड़क हादसों के लिए बदनाम है। पिछले कुछ वर्षों में, इस क्षेत्र में कई दर्दनाक घटनाएं हो चुकी हैं। स्थानीय प्रशासन द्वारा समय-समय पर जागरूकता अभियान चलाए गए हैं, लेकिन इसके बावजूद नशे में वाहन चलाने और तेज़ रफ्तार की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रहीं।
ग्रामीणों की अपील
स्थानीय लोगों ने प्रशासन से बेंद मुख्य सड़क पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने की मांग की है। उनका कहना है कि इस क्षेत्र में नियमित रूप से पुलिस गश्त होनी चाहिए और नशे में गाड़ी चलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।
ड्राइवर की लापरवाही और प्रशासन की जिम्मेदारी
इस घटना ने यह साबित कर दिया है कि नशे में गाड़ी चलाना न केवल खुद की जान के लिए खतरा है बल्कि दूसरों की जिंदगी भी खतरे में डाल देता है। प्रशासन को चाहिए कि वह ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई करे और सड़क सुरक्षा को लेकर जागरूकता बढ़ाए।
क्या हो सकता है समाधान?
- नियमित चेकिंग अभियान: मुख्य सड़कों पर पुलिस द्वारा शराब की जांच के लिए नियमित अभियान चलाया जाना चाहिए।
- स्पीड ब्रेकर और संकेतक: दुर्घटनास्थलों पर स्पीड ब्रेकर और उचित संकेतक लगाए जाने चाहिए।
- जागरूकता अभियान: ग्रामीण इलाकों में सड़क सुरक्षा और जिम्मेदार ड्राइविंग को लेकर जागरूकता अभियान चलाना जरूरी है।
Chakulia में हुए इस हादसे ने न केवल दो परिवारों को संकट में डाला है, बल्कि इलाके के लिए एक चेतावनी भी दी है। सड़क सुरक्षा और जिम्मेदार ड्राइविंग पर ध्यान देना अब पहले से कहीं ज्यादा जरूरी हो गया है। यह घटना एक सबक हो सकती है, अगर इसे सही समय पर समझा जाए और प्रशासन तथा समाज मिलकर लापरवाह ड्राइविंग पर काबू पाने के लिए कदम उठाएं।