Chaibasa Inspection: डीसी ने किया कस्तूरबा गांधी स्कूल का दौरा, जानिए क्या मिला निरीक्षण में?
चाईबासा के कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय का निरीक्षण! डीसी ने खुद देखा स्कूल का हाल, जाना छात्राओं का फीडबैक। जानें क्या हुआ खास?

चाईबासा: पश्चिमी सिंहभूम के उपायुक्त कुलदीप चौधरी ने बुधवार को तांतनगर स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने विद्यालय की व्यवस्थाओं, संसाधनों और छात्राओं की शिक्षा गुणवत्ता का बारीकी से आकलन किया। उपायुक्त ने साइंस लैब, कंप्यूटर लैब, पुस्तकालय और भोजनालय का गहन निरीक्षण किया और आवश्यक सुधार के निर्देश दिए।
विद्यालय में कैसा मिला माहौल?
निरीक्षण के दौरान उपायुक्त ने विद्यालय परिसर का दौरा कर व्यवस्थाओं की विस्तृत समीक्षा की। उन्होंने छात्राओं से सीधा संवाद करते हुए उनकी पढ़ाई, प्रयोगशालाओं और पुस्तकालय उपयोग की आदतों के बारे में पूछा।
उन्होंने विशेष रूप से साइंस लैब और कंप्यूटर लैब की स्थिति को जांचा और स्कूल प्रशासन को निर्देश दिया कि छात्राओं को इन संसाधनों का अधिकतम लाभ मिलना चाहिए। पुस्तकालय में पुस्तकों के रख-रखाव को बेहतर बनाने, सूची को सुव्यवस्थित तरीके से प्रदर्शित करने और छात्राओं को अधिक से अधिक पुस्तक पढ़ने के लिए प्रेरित करने का निर्देश दिया गया।
भोजनालय की जांच – खाने की गुणवत्ता कैसी मिली?
उपायुक्त ने विद्यालय के भोजनालय का भी निरीक्षण किया और छात्राओं को दिए जा रहे भोजन की गुणवत्ता परखने के लिए खुद भी भोजन ग्रहण किया। उन्होंने भोजन तैयार कर रही सहायिकाओं को विशेष प्रशिक्षण देने के निर्देश दिए ताकि छात्राओं को बेहतर पोषणयुक्त और स्वच्छ भोजन मिल सके।
इतिहास में कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों की भूमिका
भारत में कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों की शुरुआत 2004 में की गई थी। इस योजना का उद्देश्य था कि आर्थिक रूप से कमजोर और ग्रामीण क्षेत्रों की लड़कियों को अच्छी शिक्षा मिल सके। झारखंड में भी कई जिलों में ऐसे स्कूल चल रहे हैं, जहां ग्रामीण छात्राओं को निःशुल्क शिक्षा, हॉस्टल और अन्य सुविधाएं प्रदान की जाती हैं।
पश्चिमी सिंहभूम जैसे आदिवासी बहुल क्षेत्र में इस स्कूल की खास भूमिका है। यह विद्यालय गांव की लड़कियों को शिक्षा की मुख्यधारा में लाने का काम कर रहा है। उपायुक्त के इस निरीक्षण का मुख्य उद्देश्य इन्हीं स्कूलों की गुणवत्ता में सुधार लाना और छात्राओं को बेहतरीन संसाधन उपलब्ध कराना था।
छात्राओं से संवाद – क्या बोले डीसी?
निरीक्षण के दौरान उपायुक्त ने छात्राओं से उनकी पढ़ाई और रुचियों के बारे में बातचीत की। उन्होंने विज्ञान से जुड़ी कई रोचक जानकारियां साझा कीं और छात्राओं को भविष्य में बड़े सपने देखने और उन्हें पूरा करने के लिए प्रेरित किया।
छात्राओं ने भी खुलकर अपनी पढ़ाई, स्कूल की सुविधाओं और आवश्यक सुधारों को लेकर सुझाव दिए। उपायुक्त ने उनकी बातों को ध्यानपूर्वक सुना और उन्हें आश्वासन दिया कि विद्यालय में सभी आवश्यक संसाधन जल्द ही उपलब्ध कराए जाएंगे।
डीसी के साथ कौन-कौन थे मौजूद?
इस निरीक्षण के दौरान उपायुक्त के साथ –
उप विकास आयुक्त संदीप कुमार मीणा
चाईबासा सदर अनुमंडल पदाधिकारी अर्णव मिश्रा
जिला शिक्षा पदाधिकारी टोनी प्रेमराज टोप्पो
तांतनगर प्रखंड विकास पदाधिकारी पवन आशीष
अब आगे क्या?
उपायुक्त ने विद्यालय प्रशासन को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि सभी सुविधाओं का अधिकतम उपयोग हो और छात्राओं की पढ़ाई के स्तर में सुधार लाने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।
इसके अलावा, विद्यालय में शिक्षकों की ट्रेनिंग, भोजनालय सुधार, प्रयोगशाला अपग्रेडेशन और पुस्तकालय के रख-रखाव पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
तांतनगर स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय का यह निरीक्षण छात्राओं की शिक्षा गुणवत्ता को और बेहतर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। उपायुक्त की इस पहल से विद्यालय में संसाधनों का सही इस्तेमाल होगा और छात्राओं को और अधिक सुविधाएं मिलेंगी।
अब देखना यह होगा कि इन सुधारों को कितनी जल्दी लागू किया जाता है और छात्राओं की शिक्षा में कितना बदलाव आता है।
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