Bokaro Eye Camp: टाटा स्टील फाउंडेशन का अनोखा पहल, मोतियाबिंद से मिलेगा राहत!
टाटा स्टील फाउंडेशन द्वारा वेस्ट बोकारो में आयोजित मोतियाबिंद शिविर में सैकड़ों मरीजों का नि:शुल्क इलाज। जानें कैसे दृष्टि पहल ने 35,000 लोगों की दृष्टि बहाल की।
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वेस्ट बोकारो, 9 जनवरी 2025 – टाटा स्टील फाउंडेशन ने वेस्ट बोकारो के मांडू ब्लॉक में एक विशेष मोतियाबिंद शिविर का आयोजन किया, जिससे सैकड़ों लोगों को आंखों की रोशनी वापस पाने का अवसर मिला। यह शिविर 4 जनवरी 2025 को आरंभ हुआ और 12 जनवरी 2025 तक चलेगा, जिससे दूर-दराज के ग्रामीण क्षेत्रों के मरीजों को राहत मिलेगी।
इस अभियान का उद्देश्य उन लोगों तक पहुंच बनाना है, जिन्हें मोतियाबिंद जैसी बीमारी से राहत पाने का अवसर नहीं मिल पाता। इस पहल के माध्यम से अब तक 763 रोगियों की जांच की जा चुकी है, जिनमें से 211 मरीजों को सर्जरी के लिए रेफर किया गया है। बढ़ती मांग को देखते हुए, 21 जनवरी से 28 जनवरी 2025 तक एक और विशेष शिविर का आयोजन किया जाएगा।
दृष्टि पहल का सफर और सफलता
यह शिविर टाटा स्टील फाउंडेशन की दृष्टि पहल का हिस्सा है, जो 2013 में शुरू हुई थी। इसे पहले प्रिवेंटेबल ब्लाइंडनेस प्रोग्राम के रूप में जाना जाता था। इस अभियान के तहत अब तक लगभग 13,264 लोगों की नेत्र जांच की जा चुकी है और 3,723 सफल सर्जरी पूरी की गई हैं।
दृष्टि का उद्देश्य मोतियाबिंद जैसी समस्याओं के कारण होने वाले अंधेपन को रोकना है। इस पहल में बुजुर्गों के लिए मोतियाबिंद सर्जरी, स्कूल नेत्र स्वास्थ्य कार्यक्रम, समय से पहले जन्मे नवजात शिशुओं में रेटिनोपैथी की पहचान और समुदाय को स्वास्थ्य जागरूकता प्रदान करना शामिल है।
शिविर का भव्य उद्घाटन
इस विशेष शिविर का उद्घाटन टाटा स्टील लिमिटेड, वेस्ट बोकारो डिवीजन के जनरल मैनेजर अनुराग दीक्षित, आरसीएमयू अध्यक्ष महेश प्रसाद, सचिव पीके सिंह, बारुघुटू पूर्व की मुखिया विभा देवी और केदला दक्षिण के गिरधारी महतो द्वारा किया गया।
इन सामूहिक प्रयासों से यह सिद्ध होता है कि जब उद्योग और समुदाय साथ मिलकर काम करते हैं, तो सामाजिक कल्याण संभव होता है।
शिविर की विशेषताएं
- नि:शुल्क नेत्र जांच: शिविर में विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा फ्री चेकअप।
- सर्जरी सुविधा: गंभीर मरीजों के लिए सर्जरी की सुविधा।
- फॉलो-अप केयर: ऑपरेशन के बाद भी मरीजों की देखभाल और परामर्श।
सामाजिक बदलाव और उपलब्धि
पिछले 10 वर्षों में, टाटा स्टील फाउंडेशन ने 35,000 से अधिक लोगों की दृष्टि बहाल करने में सफलता पाई है। इस पहल में शंकर नेत्रालय और एसएम फाउंडेशन जैसे संगठनों ने भी सहयोग दिया है।
मोतियाबिंद – एक नजरिया और समाधान
मोतियाबिंद (Cataract) एक ऐसी स्थिति है, जो मुख्य रूप से उम्र बढ़ने के कारण होती है, लेकिन यह मधुमेह, आंखों की चोट और अनुवांशिक कारकों के कारण भी हो सकती है।
आगे की योजना – क्यों है ये शिविर खास?
टाटा स्टील फाउंडेशन ने वेस्ट बोकारो जैसे दूरदराज क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाने के लिए यह शिविर आयोजित किया है। इस पहल से गांवों के बुजुर्गों और कमजोर वर्गों को उनकी दृष्टि सुधारने का सुनहरा अवसर मिल रहा है।
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