Bihar Election 2025 : लिस्ट जारी! बिहार चुनाव के लिए BJP ने खोली 71 उम्मीदवारों की पहली गांठ, सम्राट चौधरी तारापुर से उतरे, नंद किशोर यादव समेत 9 विधायकों का पत्ता कटा, श्रेयसी सिंह और मंगल पांडेय को मिला मौका, जानिए किसने मारा मैदान और कौन हुआ बाहर!
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए BJP ने 71 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी को तारापुर से मैदान में उतारा गया है, जबकि विधानसभा अध्यक्ष नंद किशोर यादव समेत 9 विधायकों का टिकट काट दिया गया है। मंगल पांडेय, नितिन नवीन और श्रेयसी सिंह जैसे बड़े नामों को दोहराया गया है।
बिहार का चुनावी मौसम हमेशा से अटकलों और रणनीतिक उलटफेरों के लिए जाना जाता है, और आज भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने अपनी पहली 71 उम्मीदवारों की सूची जारी करके राजनीतिक गर्मी को चरम पर पहुंचा दिया है। यह सूची सिर्फ उम्मीदवारों का ऐलान नहीं है, बल्कि यह राज्य में BJP के 'फ्यूचर पॉलिटिक्स' और जातिगत समीकरणों को साधने की उसकी मास्टरप्लान की झलक भी दिखाती है। कई कद्दावर नेताओं को दोहराया गया है, तो कई अनुभवी नेताओं का पत्तन भी हुआ है।
बिहार की राजनीति में यह पहली बार नहीं है कि पार्टी ने जातिगत समीकरणों को साधने के लिए मौजूदा विधायकों का टिकट काटा हो, लेकिन यह सूची साफ बताती है कि पार्टी का सबसे बड़ा दांव ओबीसी समुदाय पर है।
चौंकाने वाले फैसले और बड़े नामों की छुट्टी
BJP की पहली सूची में दो सबसे बड़े फैसलों ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है।
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चौंकाने वाली सीट: डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी को तारापुर सीट से मैदान में उतारा गया है। इस फैसले को प्रशांत किशोर के लगातार चल रहे हमलों और चौधरी के बढ़ते कद को मजबूती देने के तौर पर देखा जा रहा है।
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विधानसभा अध्यक्ष का पत्तन: विधानसभा के स्पीकर नंद किशोर यादव का टिकट कटना सबसे बड़ा झटका माना जा रहा है। इसके अलावा, कुम्हरार से अरुण सिंह समेत कुल 9 मौजूदा विधायकों के टिकट काटे गए हैं।
ओबीसी पर सबसे बड़ा दांव (40%)
जातिगत समीकरणों के लिहाज से, इस सूची ने BJP की रणनीति को स्पष्ट कर दिया है। पार्टी ने सबसे ज्यादा 40 फीसदी उम्मीदवार ओबीसी समुदाय से दिए हैं, जिसमें कुर्मी, कोइरी, बनिया और तेली जैसी पिछड़ी जातियों पर खास ध्यान दिया गया है।
BJP के 71 उम्मीदवारों की पूरी सूची
| क्रमांक | विधानसभा | प्रत्याशी |
| 1 | बेतिया | रेणु देवी |
| 2 | रक्सौल | प्रमोद कुमार सिन्हा |
| 3 | पिपरा | श्यामबाबू प्रसाद यादव |
| 4 | मधुबन | राणा रणधीर सिंह |
| 5 | मोतिहारी | प्रमोद कुमार |
| 6 | ढाका | पवन जायसवाल |
| 7 | रीगा | बैद्यनाथ प्रसाद |
| 8 | बथनाहा (SC) | अनिल कुमार राम |
| 9 | परिहार | गायत्री देवी |
| 10 | सीतामढ़ी | सुनील कुमार पिंटू |
| 11 | बेनीपट्टी | विनोद नारायण झा |
| 12 | खजौली | अरुण शंकर प्रसाद |
| 13 | बिस्फी | हरिभूषण ठाकुर बचौल |
| 14 | राजनगर (SC) | सुजीत पासवान |
| 15 | झंझारपुर | नीतीश मिश्रा |
| 16 | छातापुर | नीरज कुमार सिंह बबलू |
| 17 | नरपतगंज | देवंती यादव |
| 18 | फोर्ब्सगंज | विद्या सागर केशरी |
| 19 | सिकटी | विजय कुमार मंडल |
| 20 | किशनगंज | स्वीटी सिंह |
| 21 | बनमंखी (SC) | कृष्ण कुमार ऋषि |
| 22 | पूर्णिया | विजय कुमार खेमका |
| 23 | कटिहार | तारकिशोर प्रसाद |
| 24 | प्राणपुर | निशा सिंह |
| 25 | कोढ़ा (SC) | कविता देवी |
| 26 | सहरसा | आलोक रंजन झा |
| 27 | गौरा बौराम | सुजीत कुमार सिंह |
| 28 | दरभंगा | संजय सरावगी |
| 29 | केओटी | मुरारी मोहन झा |
| 30 | जाले | जीवेश कुमार मिश्रा |
| 31 | औराई | रमा निशाद |
| 32 | कुरहानी | केदार प्रसाद गुप्ता |
| 33 | बरुराज | अरुण कुमार सिंह |
| 34 | साहेबगंज | राजू कुमार सिंह |
| 35 | बैकुंठपुर | मिथिलेश तिवारी |
| 36 | सीवान | मंगल पांडे |
| 37 | दराुण्डा | कर्णजीत सिंह |
| 38 | गोरियाकोठी | देवेश कांत सिंह |
| 39 | तरैया | जनक सिंह |
| 40 | अमनौर | कृष्ण कुमार मंटू |
| 41 | हाजीपुर | अवधेश सिंह |
| 42 | लालगंज | संजय कुमार सिंह |
| 43 | पटेपुर (SC) | लखेंद्र कुमार रौशन |
| 44 | मोहीद्दीननगर | राजेश कुमार सिंह |
| 45 | बछवारा | सुरेंद्र मेहता |
| 46 | तेघरा | रजनीश कुमार |
| 47 | बेगूसराय | कुंदन कुमार |
| 48 | भागलपुर | रोहित पांडे |
| 49 | बांका | राम नारायण मंडल |
| 50 | कटोरिया (ST) | पुरण लाल टुडू |
| 51 | तारापुर | सम्राट चौधरी |
| 52 | मुंगेर | कुमार प्रणय |
| 53 | लखीसराय | विजय कुमार सिन्हा |
| 54 | बिहार शरीफ | डॉ. सुनील कुमार |
| 55 | दीघा | संजीव चौरासिया |
| 56 | बांकीपुर | नितिन नवीन |
| 57 | कुम्हरार | संजय गुप्ता |
| 58 | पटना साहिब | रत्नेश कुशवाहा |
| 59 | दानापुर | रामकृपाल यादव |
| 60 | बिक्रम | सिद्धार्थ सौरव |
| 61 | बरहरा | राघवेंद्र प्रताप सिंह |
| 62 | आरा | संजय सिंह टाइगर |
| 63 | तरारी | विशाल प्रशांत |
| 64 | अरवल | मनोज शर्मा |
| 65 | औरंगाबाद | त्रिविक्रम सिंह |
| 66 | गुरुआ | उपेंद्र डांगी |
| 67 | गया टाउन | डॉ. प्रेम कुमार |
| 68 | वजीरगंज | बिरेन्द्र सिंह |
| 69 | हिसुआ | अनिल सिंह |
| 70 | वारसलीगंज | अरुणा देवी |
| 71 | जमुई | श्रेयसी सिंह |
इस सूची से साफ है कि BJP जहां अपने पारंपरिक वोट बैंक को साधे रखना चाहती है, वहीं ओबीसी समुदाय में गैर-यादव बिरादरी पर सबसे बड़ा दांव खेल रही है ताकि वह राज्य में नीतीश कुमार की कोइरी-कुर्मी राजनीति के विकल्प के तौर पर खुद को स्थापित कर सके।
आपकी राय में, BJP द्वारा विधानसभा अध्यक्ष जैसे वरिष्ठ नेताओं का टिकट काटने और एक साथ इतनी बड़ी संख्या में ओबीसी उम्मीदवारों को उतारने के पीछे बिहार में उसकी दीर्घकालिक (Long-Term) राजनीतिक रणनीति क्या हो सकती है?
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