भिलाई के साहित्यकार शिवमंगल सिंह को मिला सम्मान, मुंशी प्रेमचंद के गांव लमही में बिताए यादगार पल
14-15 सितंबर को आयोजित अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी में भिलाई के साहित्यकार शिवमंगल सिंह को सम्मानित किया गया। शिवमंगल सिंह ने मुंशी प्रेमचंद के गांव लमही की यात्रा कर वहां के ऐतिहासिक स्थल की तस्वीरें साझा कीं।
भिलाई, 14-15 सितंबर 2024 – छत्तीसगढ़ के भिलाई नगर में 14 और 15 सितंबर को एक अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन हुआ। यह संगोष्ठी भाषा सहोदरी न्यास दिल्ली और महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के हिंदी और भारतीय भाषा विभाग के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित की गई थी।
संगोष्ठी का उद्घाटन महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के कुलपति प्रोफेसर आनंद कुमार त्यागी ने किया। इस कार्यक्रम में भारत के पचीस से अधिक राज्यों के प्रतिनिधियों ने अपने आलेख और कविताएं प्रस्तुत कीं।
भिलाई और दुर्ग के साहित्यकार शिवमंगल सिंह ने अपनी कविताओं का पाठ किया और इस उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए उन्हें सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर वरिष्ठ साहित्यकारों और पत्रकारों ने शिवमंगल सिंह को बधाइयाँ दीं। विशेष रूप से, छत्तीसगढ़ आस पास के संपादक प्रदीप भट्टाचार्य और शेफाली भट्टाचार्य ने भी इस उपलब्धि की सराहना की।
संगोष्ठी के बाद, शिवमंगल सिंह ने उपन्यास सम्राट मुंशी प्रेमचंद जी के गांव लमही, वाराणसी (उत्तर प्रदेश) की यात्रा की। उन्होंने वहाँ के ऐतिहासिक स्थल की तस्वीरें साझा की और मुंशी प्रेमचंद के परपोते डा. लक्ष्मी नारायण श्रीवास्तव के साथ कुछ यादगार पल बिताए।
शिवमंगल सिंह ने कहा कि यह यात्रा उनके जीवन का एक ऐतिहासिक पल था। उन्होंने बताया कि कई वर्षों से उनका सपना था कि वे मुंशी प्रेमचंद के गांव लमही की यात्रा करें और अब जाकर उनका सपना पूरा हुआ।
भिलाई के इस साहित्यिक सम्मान ने क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ा दी है और इसे एक महत्वपूर्ण उपलब्धि के रूप में देखा जा रहा है।
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