बहरागोड़ा में अंधकार से उजाले की ओर: नए ट्रांसफार्मर ने बदली तस्वीर!
बहरागोड़ा के मानुषमुरिया में सांसद विद्युत वरण महतो के प्रयासों से नया ट्रांसफार्मर लगाया गया, जिससे ग्रामीणों को अंधकार से मुक्ति मिली। जानिए कैसे यह बदलाव आया और ग्रामीणों की प्रतिक्रिया क्या रही।
बहरागोड़ा के मानुषमुरिया में पिछले आठ दिनों से अंधकार में रहने वाले ग्रामीणों के लिए आखिरकार खुशखबरी आई है। स्पोर्ट्स क्लब के सामने लगे 100 केवीए का ट्रांसफार्मर ठनका गिरने से जल गया था, जिससे गांव में बिजली आपूर्ति ठप हो गई थी।
सांसद के प्रयास से मिली राहत
ग्रामीणों ने इस समस्या के समाधान के लिए मुखिया राम मुर्मू से संपर्क किया और जल्द से जल्द नया ट्रांसफार्मर उपलब्ध कराने की मांग की। मुखिया ने इस समस्या को सांसद विद्युत वरण महतो के संज्ञान में लाया, जिन्होंने तुरंत संबंधित पदाधिकारी से बात की और नया ट्रांसफार्मर उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।
नए ट्रांसफार्मर की स्थापना
सांसद के प्रयासों के बाद, विभाग ने नया ट्रांसफार्मर गांव में भेजा, जिसे तुरंत स्थापित कर दिया गया। इससे ग्रामीणों में खुशी की लहर दौड़ गई और वे अंधकार से मुक्ति पा सके। इस मौके पर गंगाधर दे, बाबू सीट, श्यामा दे, मंगलू बेरा, अश्विनी जाना, सोमनाथ राना और पप्पू बेरा समेत कई ग्रामीण उपस्थित थे।
ग्रामीणों की प्रतिक्रिया
नए ट्रांसफार्मर के लगने से ग्रामीणों में हर्ष का माहौल है। उनका कहना है कि अब वे रात में बिना किसी परेशानी के अपने कार्य कर सकेंगे और बच्चों की पढ़ाई भी नियमित रूप से हो पाएगी। ग्रामीणों ने सांसद विद्युत वरण महतो और मुखिया राम मुर्मू का आभार व्यक्त किया, जिनके प्रयासों से यह समस्या हल हो पाई।
सांसद विद्युत वरण महतो की भूमिका
सांसद विद्युत वरण महतो ने इस मामले में तुरंत हस्तक्षेप कर संबंधित अधिकारियों से बात की और ग्रामीणों की समस्या का समाधान किया। उनकी इस त्वरित कार्रवाई ने ग्रामीणों को राहत दी और बिजली की समस्या को जल्द से जल्द दूर किया।
मुखिया राम मुर्मू का योगदान
मुखिया राम मुर्मू ने भी इस समस्या को सांसद तक पहुँचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने ग्रामीणों की समस्या को गंभीरता से लिया और इसे उच्च अधिकारियों के संज्ञान में लाया, जिससे जल्दी समाधान हो सका।मानुषमुरिया में नए ट्रांसफार्मर की स्थापना से ग्रामीणों को बड़ी राहत मिली है। सांसद विद्युत वरण महतो और मुखिया राम मुर्मू के त्वरित और समर्पित प्रयासों से यह संभव हो पाया। इस घटना ने साबित कर दिया है कि जब जनप्रतिनिधि और स्थानीय प्रशासन मिलकर काम करते हैं, तो किसी भी समस्या का समाधान जल्दी हो सकता है।
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