Giridih Accident : ट्रक-ट्रेलर की आमने-सामने भिड़ंत, आग की लपटों के बीच फंसी जिंदगी
बगोदर-बिष्णुगढ़ मुख्य मार्ग पर मंगलवार की देर रात एक भीषण सड़क हादसा हुआ है। दो बड़े वाहनों की टक्कर इतनी तेज थी कि उनमें आग लग गई और एक चालक केबिन के मलबे में बुरी तरह फंस गया। ग्रामीणों और पुलिस ने भारी मशक्कत के बाद उसे सुरक्षित बाहर निकाला।
बगोदर, 17 दिसंबर 2025 – झारखंड के गिरिडीह जिले में स्थित बगोदर-बिष्णुगढ़ मुख्य मार्ग पर मंगलवार की देर रात एक ऐसा हादसा हुआ, जिसकी गूँज से पूरा इलाका दहल गया। उपरैली बोदरा गांव के निकट माल लदे एक ट्रक और विशालकाय ट्रेलर के बीच हुई जबरदस्त भिड़ंत में तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। टक्कर इतनी भयानक थी कि वाहनों के परखच्चे उड़ गए और दोनों वाहनों में आग लग गई। रात के सन्नाटे में हुई इस दुर्घटना की आवाज कई कोस दूर तक सुनाई दी, जिससे ग्रामीण भयभीत होकर अपने घरों से बाहर निकल आए।
मौत के मुंह से निकाली गई जिंदगी
दुर्घटना के तत्काल बाद दोनों वाहनों में लपटें उठने लगीं, किन्तु स्थानीय ग्रामीणों ने साहस का परिचय देते हुए तुरंत पानी और मिट्टी की मदद से आग पर काबू पा लिया। सबसे चुनौतीपूर्ण स्थिति तब पैदा हुई जब देखा गया कि एक वाहन का चालक केबिन के मुड़े हुए लोहे के बीच बुरी तरह फंस चुका है।
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साहसी बचाव अभियान: घटना की सूचना मिलते ही बगोदर थाना प्रभारी विनय कुमार यादव और बिष्णुगढ़ थाना प्रभारी सपन कुमार महथा आरक्षी बल के साथ मौके पर पहुंचे। फंसे हुए चालक को निकालने के लिए भारी मशीन (क्रेन) बुलाई गई। अंततः गैस काटने वाले यंत्र (गैस कटर) की सहायता से गाड़ी के अगले हिस्से को काटा गया और लगभग एक घंटे के कठिन परिश्रम के बाद चालक को जीवित बाहर निकाला जा सका।
बगोदर-बिष्णुगढ़ मार्ग का इतिहास और खतरा
बगोदर और बिष्णुगढ़ को जोड़ने वाला यह मार्ग उत्तरी छोटा नागपुर का एक अत्यंत महत्वपूर्ण व्यापारिक पथ रहा है। दशकों से यह रास्ता हजारीबाग और गिरिडीह के बीच संपर्क का मुख्य साधन है। इतिहास में इस सड़क को खतरनाक मोड़ों के लिए भी जाना जाता रहा है। बोदरा गांव के पास का यह क्षेत्र अंधेरे और तीव्र ढलान के कारण अक्सर सड़क दुर्घटनाओं का साक्षी बनता है। यद्यपि सड़क की स्थिति में सुधार हुआ है, किन्तु भारी वाहनों की अनियंत्रित रफ्तार ने इसे 'खूनी रास्ता' बना दिया है।
घायलों की स्थिति और प्रशासनिक कार्यवाही
इस भीषण भिड़ंत में दोनों वाहनों के चालकों सहित एक सहायक (खलासी) भी लहूलुहान हुआ है। सभी को प्रारंभिक उपचार के बाद उच्च चिकित्सा के लिए भेजा गया है।
| विवरण | संख्या | स्थिति |
| कुल घायल | 03 | गंभीर |
| प्रभावित वाहन | 02 | ट्रक और ट्रेलर |
| बचाव समय | 01 घंटा | सफल |
प्रशासन का कहना है कि प्रारंभिक जांच में दोनों वाहनों की अत्यधिक गति और लापरवाही ही मुख्य कारण प्रतीत होती है। वाहनों के बीच टक्कर इतनी सीधी थी कि दोनों के इंजन एक-दूसरे में धंस गए थे।
यातायात बहाली की चुनौती
दुर्घटना के बाद मुख्य सड़क पूरी तरह अवरुद्ध हो गई थी, जिसके कारण सैकड़ों मालवाहक वाहन रास्ते में ही फंस गए। दोनों थाना प्रभारियों ने अपनी निगरानी में क्षतिग्रस्त वाहनों को किनारे करवाया और धीरे-धीरे यातायात को सामान्य किया। पुलिस ने अब दोनों वाहनों के स्वामियों के विरुद्ध उचित कानूनी धाराओं के तहत मामला दर्ज करने की तैयारी शुरू कर दी है।
इस हादसे ने एक बार फिर रात के समय राजमार्गों पर सुरक्षा मानकों की गंभीरता को सामने रख दिया है। यदि ग्रामीण समय पर आग नहीं बुझाते, तो नतीजा और भी भयावह हो सकता था।
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