विमान हादसे में मारे गए इंस्ट्रक्टर के भाई ने अलकेमिस्ट एविएशन के खिलाफ दर्ज कराई शिकायत
जमशेदपुर में हुए विमान हादसे में मारे गए इंस्ट्रक्टर जीत शत्रु आनंद के भाई किशोर आनंद ने अलकेमिस्ट एविएशन के मालिक मृणाल कांति पाल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। जानें पूरा मामला और आरोप।
जमशेदपुर, 1 सितंबर: जमशेदपुर में हाल ही में हुए विमान हादसे के मामले में अब एक नया मोड़ आ गया है। इस हादसे में मारे गए पटना के इंस्ट्रक्टर जीत शत्रु आनंद के भाई, किशोर आनंद ने अलकेमिस्ट एविएशन के मालिक मृणाल कांति पाल के खिलाफ नीमडीह थाने में शिकायत दर्ज कराई है।
इससे पहले, इस हादसे को लेकर ट्रेनी पायलट शुभ्रोदीप दत्ता के पिता ने भी एक प्राथमिकी दर्ज कराई थी। किशोर आनंद ने अपनी शिकायत में अलकेमिस्ट एविएशन प्रबंधन पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि हादसे के बाद अलकेमिस्ट एविएशन की ओर से उन्हें कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई।
अव्यवस्था और सुरक्षा मानकों की अनदेखी के आरोप
किशोर आनंद ने बताया कि जब वे चांडिल में थे, तो अलकेमिस्ट एविएशन के प्रोपराइटर मृणाल कांति पाल परिजनों से मिलने नहीं आए। उन्होंने यह भी बताया कि उनके भाई जीत शत्रु आनंद ने पहले ही अलकेमिस्ट एविएशन में हो रही अव्यवस्था के बारे में उन्हें सूचित किया था। आनंद ने कहा कि सोनारी में विमान के रखरखाव में गंभीर खामियां थीं और सुरक्षा मानकों की अनदेखी की जा रही थी।
थाने की पुष्टि और जाँच
नीमडीह थाना प्रभारी सनतन तिवारी ने पुष्टि की कि इस घटना में एक एफआईआर शुभ्रोदीप दत्ता के पिता द्वारा पहले ही दायर की जा चुकी है। किशोर आनंद की शिकायत को भी जांच में शामिल किया जाएगा। हालांकि, इसे एफआईआर के रूप में दर्ज नहीं किया गया है, लेकिन इस शिकायत पत्र के आधार पर सभी बिंदुओं की जांच की जाएगी।
अलकेमिस्ट एविएशन का पक्ष
इस बीच, अलकेमिस्ट एविएशन के मालिक मृणाल कांति पाल ने आरोपों को पूरी तरह निराधार बताया। उन्होंने कहा, "हम किसी भी जांच के लिए पूरी तरह तैयार हैं और हम हर संभव सहयोग कर रहे हैं। जहां तक परिजनों के आरोप का सवाल है, हम इस पर कोई सफाई देना नहीं चाहते।"
डीजीसीए और अन्य जांच एजेंसियों की जांच
चांडिल डैम में हुए विमान क्रैश की घटना को लेकर डीजीसीए की टीम ने अपनी जांच पूरी कर ली है। अब विमान के इंजन और अन्य अवशेष को भेजने की तैयारी की जा रही है। वहीं, एएआईबी और एयर सेफ्टी की अन्य एजेंसियों ने भी अपनी जांच को बंद कर दिया है। अलकेमिस्ट एविएशन के सभी विमानों को फिलहाल सील कर दिया गया है और उड़ान भरने पर रोक लगा दी गई है।
अवशेषों की जांच और अगली कार्रवाई
अब विमान के इंजन और अन्य महत्वपूर्ण हिस्सों को परीक्षण के लिए भेजा जाएगा। इससे हादसे की असली वजह का पता चल सकेगा। जांच एजेंसियों ने सभी संभावित कारणों पर गौर किया है और दुर्घटना स्थल से जुटाए गए सबूतों को ध्यान में रखते हुए अपनी रिपोर्ट तैयार की है।
इस विमान हादसे ने जमशेदपुर के लोगों के बीच चिंता और सवाल खड़े कर दिए हैं। पीड़ित परिवार न्याय की मांग कर रहे हैं, जबकि जांच एजेंसियां और अलकेमिस्ट एविएशन जांच प्रक्रिया के निष्कर्ष का इंतजार कर रहे हैं। आने वाले दिनों में इस मामले में और भी खुलासे हो सकते हैं।
समाज की मांग और प्रशासन की जिम्मेदारी
स्थानीय लोगों और पीड़ित परिवारों का कहना है कि इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए कड़े नियम और बेहतर निगरानी की जरूरत है। प्रशासन और एविएशन कंपनियों को मिलकर इस दिशा में ठोस कदम उठाने चाहिए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों।
आगे की जाँच और न्याय प्रक्रिया में क्या निष्कर्ष निकलता है, यह देखना महत्वपूर्ण होगा। लेकिन एक बात साफ है कि इस हादसे ने विमान सुरक्षा और रखरखाव पर नए सवाल खड़े कर दिए हैं, जिनका जवाब ढूंढ़ना अब बेहद जरूरी है।
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