Adityapur Horror Crash: डिवाइडर फांदकर घुसा बेकाबू ट्रेलर, दो युवकों की मौके पर दर्दनाक मृत्यु
टाटा-कांड्रा मुख्य मार्ग पर चालक के बिना दौड़ते ट्रेलर ने मौत का तांडव मचाया है। दो युवकों की दर्दनाक मौत का खौफनाक मंजर और बेकाबू वाहन की तबाही देखकर स्थानीय लोग दंग रह गए। इस भयावह हादसे की पूरी सच्चाई जानकर आपकी रूह कांप जाएगी।
आदित्यपुर, 18 दिसंबर 2025 – सरायकेला-खरसावां जिले के सबसे व्यस्त औद्योगिक गलियारे, टाटा-कांड्रा मुख्य मार्ग पर बुधवार को एक ऐसा हादसा हुआ जिसने मशीनों और मानवीय लापरवाही के खौफनाक चेहरे को सामने ला दिया है। टूल रूम के समीप घटी इस घटना में एक विशालकाय अनियंत्रित मालवाहक वाहन ने सड़क पर चल रहे मासूमों को अपनी चपेट में ले लिया। हादसे की भयावहता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि एक पल सड़क सामान्य थी और अगले ही पल वहाँ लाशें बिखरी थीं।
चालक के बिना दौड़ती मौत का तांडव
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, यह हादसा किसी डरावनी फिल्म के दृश्य जैसा था। एक तेज रफ्तार ट्रेलर (संख्या एनएल ०२ क्यू ७०६६) ने सबसे पहले अपने आगे जा रही एक हल्की दुपहिया गाड़ी (जेएच ०५ डीएच ५०९५) को पीछे से जोरदार टक्कर मारी। इस भिड़ंत के बाद घबराए हुए चालक ने गाड़ी रोकने के बजाय चलते वाहन से ही नीचे छलांग लगा दी और वहाँ से चंपत हो गया।
अब वह सैकड़ों टन वजनी लोहे का ढांचा बिना किसी मानवीय नियंत्रण के सड़क पर दौड़ रहा था। बेकाबू होकर यह वाहन सड़क के बीच बने विभाजक (डिवाइडर) को लांघते हुए विपरीत लेन में जा घुसा। उसी दौरान सामने से आ रहे एक भारी मोटरसाइकिल (जेएच ०५ बीवी १३८६) पर सवार दो युवक इस अनियंत्रित राक्षस की चपेट में आ गए। टक्कर इतनी प्रचंड थी कि एक युवक ने तत्काल प्राण त्याग दिए, जबकि दूसरे ने चिकित्सालय ले जाते समय दम तोड़ दिया।
टाटा-कांड्रा मार्ग: विकास या विनाश का रास्ता?
आदित्यपुर का यह मार्ग इतिहास में अपनी चौड़ाई और सुगम यातायात के लिए जाना जाता रहा है। लौहनगरी जमशेदपुर को कांड्रा औद्योगिक क्षेत्र से जोड़ने वाली यह मुख्य धमनी है। दशकों पूर्व यह एक पतली सड़क हुआ करती थी, किन्तु औद्योगिक क्रांति के साथ इसका विस्तार हुआ। विडंबना यह है कि चौड़ी सड़क होने के बाद चालकों की लापरवाही और रफ्तार का जुनून इतना बढ़ गया है कि अब यह मार्ग हादसों का केंद्र बन गया है। विशेषकर टूल रूम के पास का यह क्षेत्र अपने खतरनाक मोड़ों के कारण अक्सर सुर्खियों में रहता है।
मौके पर चीख-पुकार और पुलिस की कार्यवाही
हादसे के बाद वहाँ मौजूद लोगों में दहशत फैल गई। स्थानीय निवासियों ने साहस दिखाते हुए तुरंत आरक्षी प्रशासन को सूचित किया और घायलों को निकटतम स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाने का प्रयास किया। आदित्यपुर थाना प्रभारी ने दल-बल के साथ पहुंचकर स्थित को नियंत्रित किया और क्षतिग्रस्त वाहनों को जब्त किया।
| वाहन का प्रकार | पंजीकरण संख्या | दुर्घटना का प्रभाव |
| मालवाहक ट्रेलर | NL 02 Q 7066 | अनियंत्रित, विभाजक पार किया |
| दुपहिया (स्कूटी) | JH 05 DH 5095 | पीछे से कुचली गई |
| भारी मोटरसाइकिल | JH 05 BV 1386 | पूरी तरह चकनाचूर |
आरक्षी दल ने शवों को अपने कब्जे में लेकर शव-परीक्षण के लिए एमजीएम चिकित्सालय भेज दिया है। प्रशासन ने आश्वस्त किया है कि भगोड़े चालक को अति शीघ्र गिरफ्तार कर कठोर दंडात्मक कार्यवाही की जाएगी।
सुरक्षा पर उठते गंभीर सवाल
यह हादसा हमें सोचने पर मजबूर करता है कि क्या हमारी सड़कें वाकई सुरक्षित हैं। एक चालक का चलती गाड़ी को छोड़कर भाग जाना यह दर्शाता है कि उनके भीतर कानून का भय समाप्त हो चुका है। स्थानीय ग्रामीणों का आक्रोश है कि प्रशासन भारी वाहनों की गति पर अंकुश लगाने में विफल रहा है।
इस भीषण दुर्घटना ने दो युवा जीवन को सदा के लिए शांत कर दिया है। जब तक प्रशासन ऐसे अक्षम्य अपराध करने वाले चालकों के विरुद्ध उदाहरण पेश करने वाली कार्यवाही नहीं करेगा, तब तक टाटा-कांड्रा मार्ग पर खून यूं ही बहता रहेगा।
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