उत्तर प्रदेश: बाप ने पैसे चुकाने के लिए बेच दिया अपना बेटा! क्या गरीबी अब रिश्तों से भी बड़ी हो गई है?

उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में आर्थिक तंगी के कारण एक पिता ने अपनी पत्नी और नवजात शिशु की अस्पताल से छुट्टी कराने के लिए अपने तीन साल के बेटे को बेच दिया। जानिए इस दिल दहला देने वाली घटना की पूरी सच्चाई।

Sep 10, 2024 - 18:32
Sep 10, 2024 - 19:54
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उत्तर प्रदेश: बाप ने पैसे चुकाने के लिए बेच दिया अपना बेटा! क्या गरीबी अब रिश्तों से भी बड़ी हो गई है?
उत्तर प्रदेश: बाप ने पैसे चुकाने के लिए बेच दिया अपना बेटा! क्या गरीबी अब रिश्तों से भी बड़ी हो गई है?

उत्तर प्रदेश, कुशीनगर: क्या किसी बाप के लिए इससे बड़ा दुख हो सकता है कि उसे अपने बेटे को पैसे के लिए बेचना पड़े? कुशीनगर जिले से आई इस दिल दहला देने वाली खबर ने सबको झकझोर कर रख दिया है। एक पिता ने अपनी पत्नी और नवजात शिशु की अस्पताल से छुट्टी कराने के लिए अपने तीन साल के बेटे को बेचने का दिल तोड़ देने वाला कदम उठाया।

कैसे मजबूरी ने एक पिता को ऐसा करने पर मजबूर कर दिया?

हरीश पटेल, बरवा पट्टी के निवासी, ने अपनी पत्नी का एक निजी अस्पताल में प्रसव कराया। आर्थिक तंगी के कारण, वह अस्पताल का बिल चुकाने में असमर्थ था। जब अस्पताल ने बिना भुगतान के उसकी पत्नी और नवजात शिशु को छुट्टी देने से मना कर दिया, तो हरीश ने अपने तीन साल के बेटे को गोद देने के नाम पर बेचने का फैसला किया। इस दर्दनाक सौदे के तहत उसने कुछ हजार रुपये में यह निर्णय लिया।

कौन हैं इस घटना के जिम्मेदार?

पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए त्वरित कार्रवाई की और 5 लोगों को गिरफ्तार किया। इनमें बिचौलिया अमरेश यादव, बच्चा गोद लेने वाला दंपति भोला यादव और उसकी पत्नी कलावती, एक फर्जी डॉक्टर तारा कुशवाहा और अस्पताल कर्मी सुगंती शामिल हैं।

क्या गरीबी इतनी क्रूर हो सकती है?

यह घटना हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि आर्थिक तंगी कब इंसान को अपने रिश्तों तक को बेचने के लिए मजबूर कर सकती है। क्या गरीबी वाकई इतनी बड़ी हो सकती है कि वह इंसानियत और रिश्तों पर भी हावी हो जाए?

आप इस घटना के बारे में क्या सोचते हैं? क्या समाज को ऐसे मुद्दों पर और जागरूकता लाने की जरूरत है? अपनी राय हमें बताएं!

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Chandna Keshri चंदना केशरी, जो गणित-विज्ञान में इंटरमीडिएट हैं, स्थानीय खबरों और सामाजिक गतिविधियों में निपुण हैं।