UPSC चेयरमैन मनोज सोनी ने इस्तीफा दिया, जानें इसके पीछे की वजह!

UPSC चेयरमैन मनोज सोनी ने अपने कार्यकाल खत्म होने से पहले ही व्यक्तिगत कारणों से इस्तीफा दिया। जानें उनके इस्तीफे के पीछे की वजह और उनका आगामी प्लान। #UPSC #ManojSoni #Resignation #IndianCivilServices #SocioReligiousActivities

Jul 20, 2024 - 12:00
UPSC चेयरमैन मनोज सोनी ने इस्तीफा दिया, जानें इसके पीछे की वजह!
UPSC चेयरमैन मनोज सोनी ने इस्तीफा दिया, जानें इसके पीछे की वजह!

UPSC चेयरमैन मनोज सोनी ने दिया इस्तीफा, जानें क्यों लिया यह बड़ा फैसला!

नई दिल्ली। यूपीएससी चेयरमैन मनोज सोनी ने अपने कार्यकाल के खत्म होने से पहले ही व्यक्तिगत कारणों से इस्तीफा दे दिया है। सोनी का कार्यकाल 2029 में खत्म होना था, लेकिन उन्होंने 5 साल पहले ही पद छोड़ने का निर्णय लिया। उन्होंने इस निर्णय के पीछे अपने सामाजिक और धार्मिक गतिविधियों पर ध्यान केंद्रित करने की इच्छा जताई है।

सोनी ने शनिवार को 'द इंडियन एक्सप्रेस' से बात करते हुए इस खबर की पुष्टि की।

आईएएस अफसर पूजा खेडकर के मामले से कोई संबंध नहीं

सूत्रों के अनुसार, सोनी के इस्तीफे का यूपीएससी द्वारा प्रोबेशनरी आईएएस अफसर पूजा खेडकर के खिलाफ दर्ज किए गए क्रिमिनल केस से कोई संबंध नहीं है। खेडकर पर अपनी पहचान छिपाकर सिविल सेवा परीक्षा में अवैध तरीके से भाग लेने का आरोप है।

प्रधानमंत्री मोदी के करीबी माने जाने वाले मनोज सोनी का सफर

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी माने जाने वाले मनोज सोनी ने 28 जून 2017 को यूपीएससी सदस्य के रूप में कार्यभार संभाला और 16 मई 2023 को चेयरमैन के रूप में शपथ ली।

अनोपम मिशन में सक्रिय भागीदारी

सोनी अनोपम मिशन, जो स्वामीनारायण संप्रदाय से जुड़ा है, में भी सक्रिय भागीदारी निभाते हैं। यह संगठन विदेशों में, विशेषकर अमेरिका में भी केंद्रित है।

शैक्षिक और प्रशासनिक करियर

मनोज सोनी ने अपने शैक्षिक करियर में कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है। वे दो बार डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर ओपन यूनिवर्सिटी के वाइस-चांसलर रहे और महाराजा सयाजीराव यूनिवर्सिटी ऑफ बड़ौदा के सबसे युवा वाइस-चांसलर बने।

विशेष सम्मान और पुरस्कार

साल 2013 में, उन्हें बैटन रूज, लुइसियाना, यूएसए के मेयर-प्रेसिडेंट द्वारा "ऑनरेरी मेयर-प्रेसिडेंट" का सम्मान मिला था। 2015 में, लंदन के चार्टर्ड इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट अकाउंटेंट्स ने उन्हें "वर्ल्ड एजुकेशन कांग्रेस ग्लोबल अवार्ड फॉर डिस्टेंस लर्निंग लीडरशिप" से सम्मानित किया था।


मनोज सोनी का इस्तीफा यूपीएससी और भारतीय सिविल सेवाओं के लिए एक बड़ा बदलाव है। उनकी आगामी योजनाएं और उनके समाजिक कार्यों में योगदान देखने लायक होगा।

Team India मैंने कई कविताएँ और लघु कथाएँ लिखी हैं। मैं पेशे से कंप्यूटर साइंस इंजीनियर हूं और अब संपादक की भूमिका सफलतापूर्वक निभा रहा हूं।