Ulidih में Kidnapping: शादी का झांसा देकर नाबालिग का अपहरण, 7 आरोपी नामजद
जमशेदपुर के उलीडीह थाना क्षेत्र में नाबालिग लड़की का शादी का झांसा देकर अपहरण। पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच तेज कर दी है। जानें पूरी घटना।
21 नवंबर 2024: जमशेदपुर के उलीडीह थाना क्षेत्र में शादी का झांसा देकर नाबालिग लड़की के अपहरण का सनसनीखेज मामला सामने आया है। यह घटना 19 नवंबर की बताई जा रही है, जिसने पूरे क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया है।
पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए महताब अंसारी, मुर्शीद अंसारी, रजिया बीबी (मां), आफताब अंसारी, अशरफ अंसारी, रोहित दत्ता और रवि दास के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। पुलिस का दावा है कि जल्द ही लड़की को सुरक्षित बरामद कर लिया जाएगा।
कैसे हुआ अपहरण?
पीड़िता की मां ने पुलिस में दर्ज कराई शिकायत में आरोप लगाया है कि इन आरोपियों ने साजिश रचकर नाबालिग बेटी को बहला-फुसलाकर अगवा किया।
- घटना के वक्त नाबालिग घर पर अकेली थी।
- आरोपियों ने शादी का झांसा देकर उसे अपने साथ ले जाने की योजना बनाई।
- लड़की को अगवा करने के बाद से परिवार सदमे में है।
पुलिस की तेज कार्रवाई
उलीडीह थाना प्रभारी अमित कुमार ने बताया कि इस मामले को प्राथमिकता के आधार पर जांचा जा रहा है।
- तकनीकी मदद से आरोपियों की लोकेशन ट्रैक करने का काम जारी है।
- सभी आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।
- थाना प्रभारी का दावा है कि लड़की को जल्द ही सुरक्षित बरामद कर लिया जाएगा और दोषियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया जाएगा।
ऐसी घटनाएं क्यों बढ़ रहीं हैं?
शादी के बहाने नाबालिगों के अपहरण की घटनाएं देशभर में बढ़ती जा रही हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि यह समस्या कानूनी जागरूकता की कमी, कमजोर पुलिस कार्रवाई और समाज में व्याप्त लैंगिक असमानता के कारण जटिल हो रही है।
ऐतिहासिक रूप से, नाबालिगों का अपहरण एक बड़ी सामाजिक चुनौती रही है।
- मुगल काल में दासता के लिए अपहरण आम था।
- ब्रिटिश काल में, इन घटनाओं को रोकने के लिए कानून बनाए गए।
- लेकिन आज भी, आधुनिक समाज में ऐसे अपराधों पर पूरी तरह से अंकुश नहीं लग पाया है।
स्थानीय प्रतिक्रिया
घटना के बाद उलीडीह क्षेत्र के स्थानीय निवासी आक्रोशित हैं।
- लोगों ने पुलिस से सख्त कार्रवाई की मांग की है।
- स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ताओं ने नाबालिगों की सुरक्षा के लिए सख्त कानून लागू करने की जरूरत पर जोर दिया है।
पुलिस के सामने चुनौती
इस मामले में पुलिस के लिए सबसे बड़ी चुनौती है, लड़की को जल्द से जल्द बरामद करना और आरोपियों को न्याय के कटघरे में लाना।
- पुलिस तकनीकी जांच और गवाहों के बयान के आधार पर कार्रवाई कर रही है।
- उलीडीह थाना प्रभारी ने भरोसा जताया है कि जांच प्राथमिकता पर है और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
क्या मिलेगी पीड़िता को न्याय?
यह देखना दिलचस्प होगा कि पुलिस इस मामले को कितनी तेजी और प्रभावी ढंग से सुलझाती है। समाज को भी ऐसे अपराधों के खिलाफ जागरूक होना होगा ताकि नाबालिग लड़कियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
What's Your Reaction?