गंदगी के बीच रह रहे लोगों को समाजसेवी शिव शंकर सिंह ने दिलाई राहत, जेसीबी चलवाकर रास्ते करवाए साफ

ओल्ड डीएस फ्लैट, केबुल टाउन और केबुल बस्ती के रास्तों पर फैली गंदगी से परेशान स्थानीय लोग। समाजसेवी शिव शंकर सिंह ने फौरन जेसीबी चलवाकर रास्ते साफ कराए, स्वास्थ्य समस्याओं से बचाव के लिए शिविर भी लगाए।

Aug 29, 2024 - 18:55
गंदगी के बीच रह रहे लोगों को समाजसेवी शिव शंकर सिंह ने दिलाई राहत, जेसीबी चलवाकर रास्ते करवाए साफ
गंदगी के बीच रह रहे लोगों को समाजसेवी शिव शंकर सिंह ने दिलाई राहत, जेसीबी चलवाकर रास्ते करवाए साफ

जमशेदपुर: ओल्ड डीएस फ्लैट, केबुल टाउन और केबुल बस्ती के निवासी गंदगी और बदबू के बीच रहने को मजबूर थे। स्थानीय नागरिकों को सड़कों पर फैले कचरे और गंदगी के कारण गंभीर बीमारियों का खतरा मंडरा रहा था। यह स्थिति उनके लिए असहनीय हो गई थी, और वह निरंतर इस समस्या से परेशान थे।

स्थानीय लोगों ने अपनी समस्या को भाजपा नेता और "कोशिश - एक मुस्कान लाने की" नामक सामाजिक संस्था के संरक्षक शिव शंकर सिंह के समक्ष रखा। उनकी परेशानी को समझते हुए शिव शंकर सिंह ने तुरंत कदम उठाया और फौरन जेसीबी मशीन लगवाकर रास्तों की सफाई कराई। इस कदम से लोगों को बड़ी राहत मिली और उनके स्वास्थ्य को होने वाले खतरे को कम किया गया।

ज्ञात हो कि शिव शंकर सिंह जनसेवा के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं। वह लगातार मच्छरजनित बीमारियों से बचाव के लिए सफाई कार्यक्रम चलाते हैं। उनके प्रयासों में नियमित सफाई, ब्लीचिंग पाउडर का वितरण और छिड़काव शामिल है। इसके अलावा, वह स्थानीय निवासियों के स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं के समाधान के लिए निःशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविरों का आयोजन भी करते रहते हैं।

शिव शंकर सिंह का नागरिक सुविधा केंद्र भी क्षेत्र के लोगों की मदद कर रहा है। इसके माध्यम से लोग सरकारी योजनाओं का लाभ उठाकर अपनी समस्याओं का समाधान कर रहे हैं। उनके इस अभियान के दौरान संजय सिंह, मुन्ना सिंह, बिपिन झा, बिट्टू तिवारी, नागेंद्र यादव, पूनम शाह सहित कई अन्य लोग उपस्थित थे।

यह सफाई अभियान सिर्फ लोगों को राहत देने तक सीमित नहीं रहा, बल्कि इसके जरिए क्षेत्र में स्वास्थ्य और स्वच्छता के प्रति जागरूकता भी फैलाई गई। समाजसेवी शिव शंकर सिंह का यह प्रयास जनसेवा की दिशा में एक प्रेरणादायक कदम माना जा रहा है।

Team India मैंने कई कविताएँ और लघु कथाएँ लिखी हैं। मैं पेशे से कंप्यूटर साइंस इंजीनियर हूं और अब संपादक की भूमिका सफलतापूर्वक निभा रहा हूं।