Saraikela Kharsawan Collapse : सरायकेला के राजनगर में कच्चा मकान ढहा, 10 लोग दबे, 7 गंभीर रूप से घायल

सरायकेला-खरसावां जिले के राजनगर थाना क्षेत्र के डांडू गांव में लगातार बारिश के कारण कच्चा मकान ढह गया। हादसे में 10 लोग मलबे में दबे, 7 की हालत गंभीर, एमजीएम अस्पताल जमशेदपुर रेफर।

Aug 23, 2025 - 13:34
Aug 23, 2025 - 13:36
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Saraikela Kharsawan Collapse : सरायकेला के राजनगर में कच्चा मकान ढहा, 10 लोग दबे, 7 गंभीर रूप से घायल
Saraikela-Kharsawan Collapse : सरायकेला के राजनगर में कच्चा मकान ढहा, 10 लोग दबे, 7 गंभीर रूप से घायल

झारखंड में लगातार हो रही बारिश लोगों के लिए आफत बन गई है। सरायकेला-खरसावां जिला के राजनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत डांडू गांव में शुक्रवार देर शाम बड़ा हादसा हो गया। यहां मिट्टी से बना एक कच्चा मकान अचानक भरभराकर गिर गया। मकान के अंदर मौजूद परिवार और मेहमान समेत कुल 10 लोग मलबे में दब गए।

 हादसा और बचाव कार्य

हादसे की आवाज सुनकर आसपास के लोग घटनास्थल पर पहुंचे। ग्रामीणों ने हिम्मत दिखाते हुए हाथों और औजारों की मदद से मिट्टी हटाना शुरू किया और दबे हुए लोगों को बाहर निकाला। लगातार हो रही बारिश और कीचड़ के कारण बचाव कार्य बेहद कठिन था, लेकिन ग्रामीणों ने हार नहीं मानी।

सभी घायलों को तुरंत 108 एम्बुलेंस से राजनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) पहुंचाया गया। डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर रूप से घायल 7 लोगों को बेहतर इलाज के लिए जमशेदपुर एमजीएम अस्पताल रेफर कर दिया।

 हादसे में कौन-कौन हुआ घायल?

कच्चे मकान के ढहने के समय घर में मौजूद परिवार और रिश्तेदार सभी दब गए थे। घायलों की पहचान इस प्रकार हुई है:

  • संतोष लोहार (35 वर्ष) – मकान मालिक

  • भानु लोहार (32 वर्ष) – पत्नी

  • प्रतिमा लोहार (19 वर्ष) – बेटी

  • सपन लोहार (14 वर्ष) – बेटा

  • संध्या लोहार (12 वर्ष) – बेटी

  • शिवम लोहार (4 वर्ष) – छोटा बेटा

  • शांति (27 वर्ष) – संतोष की बहन, खोखरो गांव निवासी

  • पूनम (12 वर्ष) – शांति की बेटी

  • प्रवीण (7 वर्ष) – शांति का बेटा

  • लक्ष्मण बिन्धानी (27 वर्ष) – संतोष का साला, ओडिशा निवासी

इनमें से कई की हालत नाजुक बताई जा रही है।

 अधिकारियों ने लिया स्थिति का जायजा

हादसे की खबर मिलते ही राजनगर बीडीओ मलय कुमार और झामुमो केंद्रीय सदस्य विशू हेंब्रम राजनगर सीएचसी पहुंचे और मरीजों की स्थिति की जानकारी ली। इसके बाद दोनों घटना स्थल पर भी पहुंचे और हालात का जायजा लिया।
स्थानीय मुखिया सानो टुडू भी मौके पर मौजूद रहे।

 डॉक्टरों ने जताई चिंता

राजनगर सीएचसी के डॉक्टरों ने बताया कि प्राथमिक इलाज के बाद सात घायलों को एमजीएम अस्पताल रेफर करना पड़ा है। इनमें से विशेषकर मां और बेटे की हालत नाजुक बताई जा रही है।

 लगातार बारिश बनी मुसीबत

ग्रामीणों ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से हो रही भारी बारिश के कारण कच्चे मकान कमजोर हो गए हैं। डांडू गांव का यह मकान भी बारिश का दबाव झेल नहीं पाया और अचानक ढह गया। ग्रामीणों का कहना है कि गांव के कई अन्य कच्चे मकान भी खतरनाक स्थिति में हैं और कभी भी गिर सकते हैं।

 गांव में मातम और दहशत

इस हादसे ने पूरे गांव को हिला दिया है। गांव में मातम का माहौल है और लोग सहमे हुए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन को जल्द से जल्द ऐसे जर्जर और कमजोर मकानों का सर्वे कराना चाहिए, ताकि आगे कोई और बड़ा हादसा न हो।

सरायकेला-खरसावां जिले के राजनगर क्षेत्र का यह हादसा दिखाता है कि प्राकृतिक आपदा और लापरवाही मिलकर कितनी बड़ी त्रासदी ला सकते हैं। बारिश से कमजोर हुए कच्चे मकानों को लेकर प्रशासन को तुरंत सतर्क होना पड़ेगा। फिलहाल, हादसे में घायल सभी लोगों का इलाज चल रहा है और पूरे गांव में शोक का माहौल है।

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Team India मैंने कई कविताएँ और लघु कथाएँ लिखी हैं। मैं पेशे से कंप्यूटर साइंस इंजीनियर हूं और अब संपादक की भूमिका सफलतापूर्वक निभा रहा हूं।