Saraikela Drugs : सरकारी शौचालय से पकड़ी गई 110 पुड़िया ब्राउन शुगर, तीन तस्कर रंगे हाथ गिरफ्तार

सरायकेला-खरसावां में पुलिस ने सरकारी शौचालय के पास छापा मारकर तीन तस्करों को ब्राउन शुगर के साथ गिरफ्तार किया। सवाल है कि आखिर नशे का जाल इस इलाके तक कैसे पहुंच गया?

Aug 30, 2025 - 15:34
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Saraikela Drugs : सरकारी शौचालय से पकड़ी गई 110 पुड़िया ब्राउन शुगर, तीन तस्कर रंगे हाथ गिरफ्तार
Saraikela Drugs : सरकारी शौचालय से पकड़ी गई 110 पुड़िया ब्राउन शुगर, तीन तस्कर रंगे हाथ गिरफ्तार

सरायकेला-खरसावां जिले की आरआईटी थाना पुलिस ने शनिवार (30 अगस्त) को ब्राउन शुगर तस्करी पर बड़ी कार्रवाई की। पुलिस ने गुप्त सूचना पर छापेमारी कर तीन तस्करों को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान कुल 110 पुड़िया ब्राउन शुगर बरामद की गई, जिसका वजन लगभग 20 ग्राम से अधिक बताया गया।

सरकारी शौचालय के पास चल रहा था धंधा

एसडीपीओ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी। खबर थी कि रोड नंबर-32 स्थित सरकारी शौचालय के पास अवैध रूप से ब्राउन शुगर बेची जा रही है। सूचना की पुष्टि के बाद पुलिस अधीक्षक के आदेश पर विशेष टीम बनाई गई। टीम ने मौके पर छापा मारा और तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।

गिरफ्तार आरोपी कौन हैं?

पुलिस ने जिन तीन आरोपियों को पकड़ा है, उनके नाम हैं:

  • संजय गोस्वामी

  • सिरिल जोजो

  • राहुल लोहरा

तीनों को मौके से ही हिरासत में लिया गया और नशीला पदार्थ जब्त कर लिया गया।

न्यायालय में पेश, आगे भी चलेगा अभियान

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि तीनों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया जा रहा है। साथ ही चेतावनी दी गई है कि नशीले पदार्थों की तस्करी रोकने के लिए अभियान आगे भी तेज़ी से जारी रहेगा।

बढ़ती तस्करी पर चिंता

झारखंड के कई इलाकों में पिछले कुछ महीनों से ब्राउन शुगर और अन्य नशे के पदार्थों की तस्करी बढ़ रही है। खासकर शहरी और औद्योगिक इलाकों में इसकी खपत ज़्यादा देखने को मिल रही है। ऐसे मामलों में युवा वर्ग सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहा है।

पुलिस की बड़ी सफलता

आरआईटी थाना पुलिस की यह कार्रवाई जिले के लिए बड़ी सफलता मानी जा रही है। क्योंकि 110 पुड़िया की बरामदगी इस बात का सबूत है कि इलाके में नशे का कारोबार धीरे-धीरे जड़ें जमा रहा है।

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Team India मैंने कई कविताएँ और लघु कथाएँ लिखी हैं। मैं पेशे से कंप्यूटर साइंस इंजीनियर हूं और अब संपादक की भूमिका सफलतापूर्वक निभा रहा हूं।