भाजपा को गढ़वा में बड़ा झटका: पूर्व जिला उपाध्यक्ष संजय भगत ने झामुमो में किया शामिल
गढ़वा में भाजपा के पूर्व जिला उपाध्यक्ष संजय भगत अपने दर्जनों समर्थकों के साथ झारखंड मुक्ति मोर्चा में शामिल हुए। जानें इससे भाजपा पर क्या प्रभाव पड़ेगा।
गढ़वा: झारखंड विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा को बड़ा झटका लगा है। गढ़वा से भाजपा प्रत्याशी सत्येंद्र नाथ तिवारी के करीबी और भाजपा के पूर्व जिला उपाध्यक्ष संजय भगत अपने दर्जनों सहयोगियों के साथ झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) में शामिल हो गए। यह घटना बुधवार को हुई। सभी ने गढ़वा विधायक एवं झारखंड के पेयजल एवं स्वच्छता, पर्यटन, कला संस्कृति, खेलकूद एवं युवा कार्य विभाग मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर के आवास पर झामुमो की सदस्यता ग्रहण की।
मंत्री श्री ठाकुर ने सभी को फूलों की माला, पार्टी का पट्टा पहनाकर एवं मिठाई खिलाकर पार्टी में शामिल किया। यह एक महत्वपूर्ण राजनीतिक बदलाव है जो भाजपा के लिए चिंता का विषय बन सकता है।
पार्टी में शामिल होने वालों में भाजपा के पूर्व जिला उपाध्यक्ष संजय भगत, भाजपा युवा मोर्चा महामंत्री चंदन कुमार, किसान मोर्चा के मंडल अध्यक्ष हरि किशुन मेहता, महेंद्र प्रसाद और कई अन्य प्रमुख नेता शामिल हैं। कुल मिलाकर 200 से अधिक लोगों ने झामुमो का दामन थामा है।
संजय भगत के शामिल होने से भाजपा की ताकत को कमजोर होने का खतरा है। गढ़वा विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के लिए यह एक बड़ी चुनौती साबित हो सकती है। इससे पहले भी भाजपा कई बार अपने स्थानीय नेताओं के विरोध का सामना कर चुकी है।
इस घटनाक्रम ने झामुमो में नई ऊर्जा भर दी है। झामुमो के नेताओं का मानना है कि इससे आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी को मजबूती मिलेगी। मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर ने नए सदस्यों का स्वागत करते हुए कहा कि उनकी पार्टी सभी वर्गों का प्रतिनिधित्व करती है और विकास के लिए प्रतिबद्ध है।
अब देखना होगा कि क्या भाजपा इस झटके से उबर पाएगी या गढ़वा में झामुमो की ताकत और बढ़ेगी। चुनावी माहौल और भी गर्म हो गया है, और सभी की नजरें गढ़वा पर टिकी हैं।
What's Your Reaction?