Jamshedpur Mess: SSP ऑफिस निर्माण में लापरवाही, मलबे से सड़क बनी 'धूल का गुबार', बढ़ा हादसों का खतरा
जमशेदपुर SSP ऑफिस के निर्माण कार्य में लापरवाही, मलबे और धूल से सड़क पर बेकाबू हालात! बाइक सवार हो रहे हादसों का शिकार, जानिए पूरी खबर।
जमशेदपुर में बन रहे नए SSP ऑफिस के निर्माण कार्य ने स्थानीय लोगों के लिए मुसीबत खड़ी कर दी है। निर्माण के दौरान तोड़े गए पुराने भवन के मलबे को वहां तैनात ठेकेदार द्वारा सड़क किनारे ही फेंक दिया जा रहा है। इस लापरवाही की वजह से न केवल सरकारी कर्मचारियों, बल्कि वहां काम करने वाले वेंडरों और आम जनता को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
स्थिति इतनी खराब हो गई है कि सड़क पर धूल और मलबे का अंबार लग गया है। बाइक सवारों के लिए यह सड़क किसी 'मौत के जाल' से कम नहीं लग रही, क्योंकि लगातार कई वाहन चालक हादसों का शिकार हो चुके हैं।
धूल-मिट्टी से 'सफर' बना 'खतरा'
SSP ऑफिस के आसपास रहने वाले लोगों और वहां से गुजरने वालों का कहना है कि धूल और मलबे के कारण सड़क पर चलना तक मुश्किल हो गया है। बाइक सवारों के लिए यह स्थिति और भी खतरनाक साबित हो रही है, क्योंकि सड़क पर फैली मिट्टी और धूल से टायर स्किड हो रहे हैं, जिससे दुर्घटनाएं बढ़ती जा रही हैं।
स्थानीय वेंडरों का कहना है कि धूल इतनी ज्यादा उड़ रही है कि खाने-पीने के सामान तक खराब हो रहे हैं। एक चाय दुकानदार ने बताया, "हमारे ग्राहक अब बैठना पसंद नहीं करते, क्योंकि धूल सीधा चाय में गिरती है। प्रशासन को जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान निकालना चाहिए।"
ठेकेदार की लापरवाही, प्रशासन की चुप्पी
इस पूरे मामले में सबसे बड़ा सवाल ठेकेदार की लापरवाही और प्रशासन की अनदेखी को लेकर उठ रहा है। नियमों के अनुसार, किसी भी निर्माण स्थल से निकलने वाले मलबे को एक उचित स्थान पर निस्तारित करना आवश्यक होता है। लेकिन यहां, SSP ऑफिस का निर्माण करने वाला ठेकेदार पुराने भवन के मलबे को सड़क पर ही फेंक रहा है, जिससे यातायात और स्थानीय लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
इस मामले में प्रशासन की चुप्पी भी सवालों के घेरे में है। आमतौर पर सरकारी भवनों के निर्माण में सुरक्षा मानकों का पालन किया जाता है, लेकिन SSP ऑफिस के निर्माण में इन नियमों की धज्जियां उड़ती दिख रही हैं।
हादसों में बढ़ोतरी, जान को खतरा
इस मलबे और धूल से सड़क पर फिसलन बढ़ गई है, जिससे कई बाइक सवार दुर्घटनाग्रस्त हो चुके हैं। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि कई लोगों को गंभीर चोटें भी आई हैं, लेकिन अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।
एक स्थानीय निवासी ने बताया, "रात के समय यह सड़क और भी ज्यादा खतरनाक हो जाती है। धूल और गड्ढों की वजह से कई बाइक सवार गिर चुके हैं। अगर जल्द ही कोई समाधान नहीं निकला तो कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है।"
प्रदूषण भी बना बड़ी समस्या
यह समस्या सिर्फ सड़क हादसों तक सीमित नहीं है, बल्कि पर्यावरण पर भी असर डाल रही है। धूल और मिट्टी के कारण यहां वायु प्रदूषण भी बढ़ रहा है।
विशेषज्ञों के अनुसार, लगातार उड़ती धूल से अस्थमा और सांस संबंधी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। यहां काम करने वाले कई लोग पहले ही खांसी और आंखों में जलन की शिकायत कर चुके हैं।
स्थानीय लोगों की मांग, प्रशासन से सवाल
- स्थानीय लोग चाहते हैं कि प्रशासन जल्द से जल्द मलबा हटाने का निर्देश दे।
- सड़क पर पानी का छिड़काव किया जाए, ताकि धूल न उड़े।
- ठेकेदार के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की लापरवाही न हो।
- यातायात व्यवस्था सुचारू करने के लिए सड़क को साफ किया जाए।
SSP ऑफिस के निर्माण कार्य ने आम जनता के लिए मुसीबत पैदा कर दी है। धूल, मलबा और लापरवाही के कारण सड़क दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं, जिससे लोगों की जान पर खतरा मंडरा रहा है। प्रशासन को जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान निकालना चाहिए, ताकि लोगों को राहत मिल सके।
क्या प्रशासन इस समस्या पर ध्यान देगा, या फिर आम जनता को ही इस परेशानी से जूझना पड़ेगा? यह देखने वाली बात होगी।
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