Ranchi Shock: जज का मोबाइल चोरी, मिनटों में खाते से 2.88 लाख गायब, बाजार में हुई सनसनीखेज ठगी
झारखंड की राजधानी में बड़ा हंगामा! खूंटी में तैनात सिविल जज के साथ रांची के सब्जी बाजार में हुई बड़ी वारदात। मोबाइल चोरी होने के कुछ ही मिनटों में बैंकिंग ऐप से दो किस्तों में 2.88 लाख रुपये निकाल लिए गए। जानें, कैसे अपराधियों ने किया इस शातिर ठगी को अंजाम।
रांची, 2 दिसंबर 2025 – झारखंड की राजधानी रांची में उस वक्त बड़ी हलचल मच गई, जब खूंटी जिले में तैनात एक सिविल न्यायाधीश का चलभाष चोरी हो गया। यह मामला सिर्फ चोरी तक सीमित नहीं रहा, बल्कि चलभाष गायब होने के महज कुछ ही मिनटों में उनके बैंक खाते से पूरे 2 लाख 88 हजार रुपये निकाल लिए गए। यह सनसनीखेज घटना रांची के धुर्वा सेक्टर-2 स्थित सब्जी बाजार में हुई, जब न्यायाधीश महोदय अपनी पत्नी के साथ सब्जी खरीद रहे थे।
न्यायिक जगत में एक न्यायाधीश के साथ हुई इस ठगी ने साइबर अपराधियों के बढ़ते साहस को दर्शाया है। यह घटना आम लोगों में भीषण डिजिटल ठगी को लेकर भय का माहौल बना रही है।
बैंकिंग ऐप से दो किस्तों में निकाले पैसे
पुलिस सूत्रों के अनुसार, चोरों ने बेहद शातिर तरीके से न्यायाधीश का चलभाष चुराया। चलभाष हाथ लगते ही अपराधियों ने तुरंत बैंकिंग ऐप के माध्यम से दो अलग-अलग लेनदेन किए।
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पहला लेनदेन: 1 लाख 98 हजार रुपये
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दूसरा लेनदेन: 90 हजार रुपये
पीड़ित न्यायाधीश को जब पैसे निकलने का संदेश आया, तब तक खाता खाली हो चुका था। घटना की जानकारी मिलते ही न्यायाधीश ने तत्काल अपने सिम को अवरुद्ध कराया और जगन्नाथपुर थाने में जाकर लिखित शिकायत दर्ज कराई। उनका आवास रांची के सेल सिटी क्षेत्र में है।
पुलिस का संदेह: पहले से तय शिकार और सहेजा गया पिन
पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और इलाके के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है। इसके साथ ही साइबर अपराध दल भी सक्रिय हो गया है।
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संभावित तरीका: पुलिस का मानना है कि चोरों ने संभवतः पहले से ही भीड़भाड़ वाले इलाकों में अपने शिकार की तलाश कर रखी थी। उन्होंने चलभाष में पहले से सहेजे हुए यूपीआई पिन या चेहरा पहचान सुविधा का फायदा उठाया होगा।
बड़े गिरोह की संलिप्तता का संकेत
पिछले कुछ महीनों में रांची-खूंटी क्षेत्र में चलभाष चोरी के बाद तुरंत ऑनलाइन ठगी के कई मामले सामने आए हैं। इस तरह की वारदातें एक बड़े और संगठित गिरोह की ओर इशारा कर रही हैं, जो डिजिटल लेनदेन की कमजोरियों का फायदा उठा रहा है।
पुलिस अब चोरी हुए चलभाष की स्थिति जानने और लेनदेन से जुड़े बैंक खातों का पूरा विवरण निकालने में जुटी है।
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