Palamu Accident: हाईवे पर तेज़ रफ्तार ट्रक ने ऑटो को मारी टक्कर, दादी-पोते की दर्दनाक मौत!
पलामू में एक दर्दनाक सड़क हादसे में दादी-पोते की मौत हो गई, जबकि पांच लोग घायल हो गए। ट्रक चालक की लापरवाही से हुआ यह हादसा पूरे गांव को सदमे में डाल गया। जानें पूरी खबर!

मेदिनीनगर (पलामू): झारखंड के पलामू जिले में रविवार दोपहर एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ, जिसमें एक दादी और उसके पोते की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि ऑटो में सवार पांच अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। यह हादसा विश्रामपुर थाना क्षेत्र के शंखा-गढ़वा एनएच-39 बाईपास पर गुरहा कोयल नदी पुल के पास हुआ।
घटना के बाद पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई। हादसे के बाद स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी और घायलों को अस्पताल पहुंचाने में मदद की। पुलिस ने ट्रक चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
कैसे हुआ भीषण हादसा?
रविवार दोपहर लालगढ़ गांव के सात लोग एक ऑटो में सवार होकर बेलचंपा से अपने घर लौट रहे थे। जैसे ही ऑटो गुरहा कोयल नदी पुल पर पहुंचा, तभी एक तेज़ रफ्तार ट्रक ने लेन बदलते हुए ऑटो को जोरदार टक्कर मार दी।
टक्कर इतनी ज़बरदस्त थी कि ऑटो पलट गया और उसमें सवार सभी लोग सड़क पर गिर पड़े।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, घटना इतनी भयानक थी कि दादी-पोते की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि बाकी पांच यात्री गंभीर रूप से घायल हो गए।
दादी-पोते की दर्दनाक मौत, तीन की हालत नाजुक
इस दर्दनाक हादसे में लालगढ़ गांव के अशोक चौधरी की पत्नी 62 वर्षीय जगवती देवी की घटनास्थल पर ही मौत हो गई, जबकि उनका सात वर्षीय पोता हॉस्पिटल ले जाते समय दम तोड़ बैठा।
इसके अलावा, ऑटो में सवार पांच अन्य यात्री भी घायल हुए, जिनमें तीन की हालत बेहद नाजुक बताई जा रही है। सभी घायलों को गढ़वा सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
ट्रक चालक की लापरवाही बनी हादसे की वजह?
प्रारंभिक जांच में पता चला है कि ट्रक चालक तेज़ गति से वाहन चला रहा था और गलत तरीके से लेन बदलने के कारण यह हादसा हुआ।
स्थानीय लोगों का कहना है कि इस हाईवे पर पहले भी कई हादसे हो चुके हैं, लेकिन प्रशासन सुरक्षा व्यवस्था को लेकर गंभीर नहीं है।
सड़क हादसे या 'मौत का ट्रैप'?
झारखंड के हाईवे और बाईपास सड़कों पर अक्सर ऐसे भीषण हादसे होते हैं।
- तेज़ रफ्तार ट्रकों की लापरवाही
- सड़क पर वाहनों की अनियंत्रित आवाजाही
- पर्याप्त सुरक्षा इंतजामों की कमी
ये सभी कारण इन दर्दनाक दुर्घटनाओं को आम बना चुके हैं।
परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़, पूरे गांव में शोक
इस सड़क हादसे के बाद लालगढ़ गांव में मातम पसर गया है। अशोक चौधरी और उनके परिवार के लिए यह दुर्घटना किसी भयावह सपने से कम नहीं है।
स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने जांच शुरू कर दी है, लेकिन बड़ा सवाल यही है – क्या सिर्फ जांच से ऐसे हादसे रुक जाएंगे?
अब सवाल यह है...
- क्या प्रशासन हाईवे पर सुरक्षा बढ़ाएगा?
- क्या तेज़ रफ्तार वाहनों पर कोई नियंत्रण होगा?
- आखिर कब तक निर्दोष लोग सड़क पर जान गंवाते रहेंगे?
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