NCR Pollution: 5 लाख वाहन बंद, स्कूलों पर ताले, GRAP-3 के नए नियम सख्त
NCR में प्रदूषण नियंत्रण के लिए ग्रैप-3 लागू, BS-3 पेट्रोल और BS-4 डीजल वाहनों पर रोक। स्कूल बंद और निर्माण कार्यों पर पूरी तरह से प्रतिबंध। जानें नए नियम।
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में प्रदूषण का स्तर खतरनाक स्तर पर पहुंच चुका है। बढ़ते वायु प्रदूषण को काबू में करने के लिए ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के स्टेज-3 को लागू कर दिया गया है। इससे न सिर्फ आम जनजीवन प्रभावित हुआ है, बल्कि शहर की रफ्तार भी थम गई है। करीब 5 लाख वाहनों पर रोक के साथ कई निर्माण कार्यों पर भी पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया गया है।
BS-3 और BS-4 वाहनों पर रोक
GRAP-3 लागू होने के बाद NCR में BS-3 पेट्रोल और BS-4 डीजल वाहनों का संचालन पूरी तरह से रोक दिया गया है।
- कौन-कौन से वाहन प्रभावित?
BS-3 और BS-4 वाहनों के अलावा सभी प्रकार के निजी और व्यावसायिक वाहनों पर भी नजर रखी जा रही है। - किन्हें छूट मिलेगी?
केवल आवश्यक सेवाओं जैसे एंबुलेंस, पुलिस वाहन और अन्य आपातकालीन वाहनों को ही छूट दी गई है।
निर्माण कार्यों पर पूरी तरह प्रतिबंध
GRAP-3 के तहत दिल्ली और NCR में निर्माण कार्यों पर सख्त पाबंदी लगाई गई है।
- कौन-कौन से प्रोजेक्ट बंद?
सभी बिल्डर प्रोजेक्ट, सड़क निर्माण और अन्य निर्माण कार्यों पर रोक लगा दी गई है। - छूट कहां?
एयरपोर्ट, अस्पताल, एलिवेटेड रोड और एसटीपी (सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट) जैसी अति आवश्यक परियोजनाएं इससे मुक्त हैं।
दिल्ली-नोएडा में स्कूल बंद
प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए दिल्ली में प्राइमरी से कक्षा 5 तक के स्कूल बंद कर दिए गए हैं।
- ऑनलाइन मोड: बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो, इसके लिए स्कूलों को ऑनलाइन क्लास चलाने के निर्देश दिए गए हैं।
- नोएडा और गाजियाबाद: यहां अभी स्कूल बंद नहीं हुए हैं, लेकिन आउटडोर गतिविधियों पर रोक लगा दी गई है।
प्रदूषण का कारण क्या है?
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, NCR में बढ़ते प्रदूषण का प्रमुख कारण है:
- तापमान में गिरावट: पहाड़ों पर बर्फबारी के बाद मैदानों में अचानक ठंड बढ़ गई है।
- धीमी हवाएं: हवा की गति कम होने से प्रदूषक तत्व वातावरण में ठहर गए हैं।
- नमी में इजाफा: वातावरण में नमी बढ़ने से धुंध की परत और घनी हो गई है।
AQI का खतरनाक स्तर
NCR के कई हिस्सों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 300 से 400 के बीच पहुंच चुका है।
- दिल्ली: कई इलाकों में AQI 400 से पार, स्थिति बेहद खतरनाक।
- नोएडा और गाजियाबाद: कुछ इलाकों में अभी AQI 300 से नीचे है, लेकिन हालात बिगड़ने की आशंका है।
GRAP-3 लागू होने के बाद क्या असर?
- वाहनों की रफ्तार थमी: करीब 5 लाख वाहनों के प्रतिबंध से यातायात प्रभावित।
- निर्माण क्षेत्र में मंदी: बिल्डरों और मजदूरों को बड़ा नुकसान।
- स्कूलों में सन्नाटा: बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता।
लोगों से अपील
सरकार ने आम नागरिकों से अपील की है कि:
- निजी वाहनों के बजाय सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करें।
- गैर-जरूरी निर्माण और धूल-मिट्टी फैलाने वाले काम बंद रखें।
- अपने घरों के आसपास पानी का छिड़काव करें।
प्रदूषण के इस भयावह स्तर पर GRAP-3 के सख्त नियम लोगों की सेहत बचाने के लिए जरूरी हैं। हालांकि, इन पाबंदियों से आम जनजीवन प्रभावित हो रहा है, लेकिन प्रदूषण नियंत्रण के लिए ये कदम अत्यावश्यक हैं। आने वाले दिनों में स्थिति और बिगड़ सकती है, इसलिए सावधानी बरतना ही समझदारी है।
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