Nawada Shopkeepers: वारिसलीगंज में अतिक्रमण हटाओ अभियान का असर नदारद, दुकानदारों ने फिर से सजा ली दुकानें

नवादा के वारिसलीगंज में अतिक्रमण हटाने के अभियान के दूसरे ही दिन दुकानदारों ने सड़क पर फिर से कब्जा कर लिया। जानें, अतिक्रमण हटाने के प्रयास बेअसर क्यों साबित हुए और जाम की समस्या फिर से कैसे बढ़ी।

Dec 27, 2024 - 17:42
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Nawada Shopkeepers: वारिसलीगंज में अतिक्रमण हटाओ अभियान का असर नदारद, दुकानदारों ने फिर से सजा ली दुकानें
Nawada Shopkeepers: वारिसलीगंज में अतिक्रमण हटाओ अभियान का असर नदारद, दुकानदारों ने फिर से सजा ली दुकानें

नवादा जिले के वारिसलीगंज बाजार में सोमवार को प्रशासन का अतिक्रमण हटाओ अभियान शुरू हुआ था, लेकिन इसका असर महज एक दिन ही रहा। मंगलवार को हीं दुकानदारों ने फिर से फुटपाथों और सड़कों पर अपनी दुकानें सजा लीं, और इस बार अतिक्रमण के कारण बाजार में पहले से ज्यादा जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई। सड़क पर खड़े ई-रिक्शा और अन्य वाहनों के कारण लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।

अतिक्रमण हटाने के बाद फिर वही स्थिति

वारिसलीगंज में नगर परिषद, सीओ और पुलिस द्वारा सोमवार को संयुक्त रूप से अतिक्रमण हटाने का अभियान चलाया गया था। अभियान के दौरान कई दुकानदारों से जुर्माना भी वसूला गया। प्रशासन की उम्मीद थी कि इससे शहर के बाजारों में अतिक्रमण पर रोक लगेगी और ट्रैफिक व्यवस्था बेहतर होगी। लेकिन दूसरे ही दिन यानी मंगलवार को, अतिक्रमणकारी फिर से सक्रिय हो गए। फुटपाथों पर उनकी दुकानें फिर से सजीं, और सड़कों पर वाहनों का कब्जा हो गया। इससे बाजार में ट्रैफिक जाम की समस्या फिर से विकराल हो गई, जिसके कारण ओबीसी बैंक, यूनियन बैंक की शाखा, और अन्य व्यापारिक क्षेत्रों में आने-जाने वाले ग्राहकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।

जाम की समस्या से निजात की मांग

वारिसलीगंज बाजार में प्रतिदिन जाम की स्थिति बनती है, खासकर जयप्रकाश चौक और स्टेशन रोड पर। यहां से गुजरने में लोगों को घंटों का समय लग जाता है, और कभी-कभी तो यह स्थिति इतनी खराब हो जाती है कि एक ई-रिक्शा भी नहीं निकल सकता। बाजार के मेन रोड, पुरानी बैंक रोड, थाना चौक, पटेल चौक और संगतपर क्षेत्र में जाम की स्थिति गंभीर बनी रहती है।

स्थानीय नागरिकों का कहना है कि प्रशासन को इस समस्या का हल निकालने के लिए जल्द ही ठोस कदम उठाने होंगे। लोग चाहते हैं कि सब्जी बाजार को अन्यत्र शिफ्ट किया जाए और दुकानदारों को सड़क तक सामान फैलाने पर कड़ी कार्रवाई की जाए। ऐसा करने से ही बाजार में जाम की समस्या में कुछ राहत मिल सकती है।

क्या कहते हैं प्रशासनिक अधिकारी?

नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी समीर कुमार चौधरी ने इस पूरे मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अतिक्रमण से बाजार का सौंदर्य खराब होता है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर भविष्य में फुटपाथों पर अतिक्रमण पाया गया तो संबंधित दुकानदारों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और जुर्माना भी वसूला जाएगा।

चौधरी ने यह भी कहा कि समय-समय पर अतिक्रमण हटाने के लिए अभियान चलाए जाते हैं, लेकिन यह केवल कुछ दिनों तक प्रभावी रहते हैं। इसके बाद, अतिक्रमणकारी फिर से सड़कों पर कब्जा कर लेते हैं। इससे यह साबित होता है कि प्रशासन को इस समस्या को स्थायी रूप से हल करने के लिए कुछ और ठोस कदम उठाने की जरूरत है।

इतिहास में जाम की समस्या

यह पहली बार नहीं है कि वारिसलीगंज में अतिक्रमण हटाने के अभियान का असर नहीं हुआ है। इस इलाके में अतिक्रमण और जाम की समस्या कई सालों से बनी हुई है। इससे पहले भी प्रशासन ने कई बार अतिक्रमण हटाने की कोशिश की थी, लेकिन हर बार वही स्थिति उत्पन्न हो जाती है।

इस बार भी ऐसा ही हुआ। बावजूद इसके कि प्रशासन ने दुकानदारों से जुर्माना वसूला और कार्रवाई की, अतिक्रमणकारियों ने फिर से अपनी दुकानें सजा लीं। यह स्थिति इस बात की ओर इशारा करती है कि प्रशासन को इस समस्या के समाधान के लिए कुछ और ठोस और प्रभावी उपायों पर विचार करना होगा।

वारिसलीगंज में अतिक्रमण हटाने का अभियान एक बार फिर से बेअसर साबित हुआ। दुकानदारों ने प्रशासन के बाद भी सड़क पर कब्जा करना जारी रखा, जिससे जाम की समस्या फिर से विकराल हो गई। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि यदि प्रशासन इस दिशा में ठोस कदम नहीं उठाता, तो रोज-रोज की जाम की समस्या से छुटकारा पाना मुश्किल हो जाएगा।

अब यह देखने की बात होगी कि क्या प्रशासन इस बार कोई स्थायी समाधान निकालता है, जिससे न केवल अतिक्रमण हट सके, बल्कि बाजार में जाम की समस्या पर भी काबू पाया जा सके।

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Nihal Ravidas निहाल रविदास, जिन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई की है, तकनीकी विशेषज्ञता, समसामयिक मुद्दों और रचनात्मक लेखन में माहिर हैं।