Muzaffarpur: कुत्ते के विवाद में दबंगों ने युवक को गोलियों से किया घायल
मुजफ्फरपुर में कुत्ते के विवाद में दबंगों ने युवक को गोलियों से घायल कर दिया। पढ़ें पूरी खबर और पुलिस की कार्रवाई के बारे में।
मुजफ्फरपुर, बिहार: बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के पारू थाना क्षेत्र के जमुना गांव में एक कुत्ते के विवाद ने उस समय हिंसक रूप ले लिया, जब दबंगों ने 17 वर्षीय सूरज कुमार और उसके छोटे भाई अभिराज पर हमला कर दिया। इस घटना में सूरज को दो गोली लगी, जिससे उसकी स्थिति गंभीर हो गई। हालांकि, ऑपरेशन के बाद सूरज की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। यह घटना सामाजिक दबाव, राजनीतिक रसूख और गुस्से का खतरनाक मिश्रण बन गई, जिसने पूरे गांव को दहशत में डाल दिया।
कुत्ते के विवाद से बढ़ी हिंसा
इस घटना की शुरुआत सोमवार रात हुई, जब सूरज के पिता प्रभात कुमार ने अपने कुत्ते को पास से भगाया। इस बात से नाराज होकर नवल सिंह के बेटे टिंकू सिंह ने अपना गुस्सा जाहिर किया। टिंकू ने पहले अपनी लाइसेंसी बंदूक से गोली चलाई, जिसके बाद दोनों पक्षों में गाली-गलौज का सिलसिला शुरू हो गया। अगले दिन, मंगलवार की रात को टिंकू और उसके परिवार के लोग सूरज के घर पहुंचे और बदमाशी शुरू कर दी। दबंगों ने सूरज और उसके भाई अभिराज को रॉड और लाठी से पीटा और जब सूरज गिर गया, तब उसे दो गोली मार दी।
एक गोली सूरज के जांघ के आर-पार हो गई, जबकि दूसरी गोली उसके पैर में फंस गई। इसके बाद, सूरज को बैरिया स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी स्थिति खतरे से बाहर बताई गई।
पुलिस कार्रवाई और आरोपी की तलाश
मुजफ्फरपुर पुलिस इस घटना की जांच में जुटी हुई है, लेकिन अभी तक आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। पारू थाना के दारोगा पुलकित कुमार ने बताया कि पुलिस ने घटना के बाद शिकायत दर्ज की और टिंकू सिंह समेत अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए घेराबंदी और छापेमारी की। पुलिस ने सूरज के परिवार के बयान पर कार्रवाई करते हुए आरोपियों के घर पर छापे मारे हैं और जल्द ही गिरफ्तारी का आश्वासन दिया है।
किरण देवी का बयान:
सूरज की मां किरण देवी ने पुलिस को बताया कि वह पिछले तीन महीने से बच्चों के साथ गांव आई थीं, क्योंकि उनके पति प्रभात कुमार नोएडा में काम करते हैं। सोमवार की रात, प्रभात ने अपने कुत्ते को भगाया तो इससे टिंकू सिंह और उसके परिवार से विवाद हो गया। इसके बाद टिंकू ने अपनी लाइसेंसी बंदूक से फायरिंग शुरू कर दी। गाली-गलौज के दौरान कई राउंड फायरिंग की गई।
मंगलवार रात, जब सूरज और अभिराज ने बाहर आकर विरोध किया, तो दबंगों ने उन्हें बुरी तरह से पीटा और सूरज के दोनों पैरों में गोली मार दी।
दूसरी हिंसक घटना: जमीन विवाद में गोलीबारी
वहीं, पानापुर करियात थाना क्षेत्र के अररा गांव में बुधवार को जमीन विवाद को लेकर दो पक्षों के बीच हिंसक झड़प हुई। इस विवाद में हरिवंश ठाकुर और कृष्णा ठाकुर की पत्नी उर्मिला देवी गंभीर रूप से घायल हो गईं। आरोप है कि दूसरे पक्ष ने मारपीट के दौरान फायरिंग भी की। हालांकि पुलिस ने इसकी पुष्टि नहीं की है, लेकिन कांटी सीएचसी में दोनों घायलों का इलाज चल रहा है।
थानाध्यक्ष राज वल्लभ प्रसाद ने फायरिंग की खबर को नकारते हुए इसे आपसी विवाद बताया है।
मुजफ्फरपुर में हुई इस हिंसक घटना ने यह सिद्ध कर दिया कि पारिवारिक विवादों और राजनीतिक रसूख के चलते कैसे मामूली मुद्दे खतरनाक रूप ले सकते हैं। पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई की है, लेकिन यह घटना एक बार फिर से स्थानीय दबंगों के रौब और शक्ति का पर्दाफाश करती है। ऐसे में इस तरह की घटनाओं से निपटने के लिए और सख्त कदम उठाए जाने की आवश्यकता है।
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