मुक्तकंठ साहित्य समिति का भव्य कार्यक्रम: साहित्य प्रेमियों ने उठाया कविताओं का लुत्फ, मासिक बुलेटिन का हुआ लोकार्पण!

मुक्तकंठ साहित्य समिति द्वारा आयोजित कार्यक्रम में मासिक साहित्यिक बुलेटिन का लोकार्पण हुआ। इस दौरान प्रसिद्ध कवि और साहित्यकारों ने अपनी रचनाओं का पाठ किया। जानें, इस आयोजन की खास बातें और कौन-कौन से साहित्यकार शामिल हुए।

Aug 5, 2024 - 13:35
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मुक्तकंठ साहित्य समिति का भव्य कार्यक्रम: साहित्य प्रेमियों ने उठाया कविताओं का लुत्फ, मासिक बुलेटिन का हुआ लोकार्पण!
मुक्तकंठ साहित्य समिति का भव्य कार्यक्रम: साहित्य प्रेमियों ने उठाया कविताओं का लुत्फ, मासिक बुलेटिन का हुआ लोकार्पण!

मुक्तकंठ साहित्य समिति ने आयोजित किया भव्य कवि सम्मेलन, मासिक बुलेटिन का हुआ लोकार्पण

बरेली: रविवार, 4 अगस्त को मुक्तकंठ साहित्य समिति के तत्वावधान में गोविंद पाल जी के निवास न्यू रुआबांधा सेक्टर में एक भव्य कवि सम्मेलन और सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर समिति द्वारा प्रकाशित मासिक साहित्यिक बुलेटिन के अगस्त अंक का लोकार्पण भी किया गया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में मुक्तकंठ साहित्य समिति के मुख्य संरक्षक, कवि, साहित्यकार और पुलिस अधीक्षक (सीआईडी) श्री नरेंद्र कुमार सिक्केवाल जी उपस्थित रहे। अध्यक्षता मुक्तकंठ साहित्य समिति के अध्यक्ष और अंतर्राष्ट्रीय साहित्यकार गोविंद पाल ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में वरिष्ठ साहित्यकार और प्रधान संपादक श्री रजनीकांत श्रीवास्तव जी मौजूद रहे। रायपुर से आईं हिन्दी और बांग्ला की कवियत्री रुनाली चक्रवर्ती ने विशेष अतिथि के रूप में कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।

कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती की मूर्ति पर माल्यार्पण और धूप-दीप प्रज्वलित कर पूजा अर्चना के साथ हुआ। इसके बाद अतिथियों का स्वागत किया गया और मुक्तकंठ साहित्य समिति द्वारा प्रकाशित मासिक साहित्यिक बुलेटिन के अगस्त अंक का लोकार्पण पूर्व प्रधान संपादक दुलाल समाद्दार द्वारा अतिथियों के हाथों करवाया गया।

इस अवसर पर मुक्तकंठ साहित्य समिति के कोषाध्यक्ष और बांग्ला तथा हिंदी के कवि श्री प्रकाश चन्द्र मंडल के जन्मदिन का भी उत्सव मनाया गया। गोविंद पाल और वासुदेव भट्टाचार्य ने गुलदस्ता और श्रीफल भेंट कर प्रकाश चन्द्र को जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं। अन्य साहित्यकारों ने भी प्रकाश चन्द्र को केक और मिठाई खिलाकर बधाइयां दीं।

काव्य पाठ सत्र में उपस्थित रचनाकारों ने एक से बढ़कर एक बेहतरीन रचनाओं का पाठ किया। स्मृति दत्ता, प्रकाश चन्द्र मंडल, सोमाली शर्मा और विशेष अतिथि रुनाली चक्रवर्ती ने बांग्ला में अपनी लोकप्रिय कविताओं का पाठ किया। अन्य प्रमुख कवियों में दुलाल समाद्दार, डॉ. बीना सिंह 'रागी', नावेद रजा दुर्गवी, वीरेंद्र नाथ सरकार, ओमप्रकाश जायसवाल, वासुदेव भट्टाचार्य, नुरूस सबा खान, हाजी रियाज़ खान, अलोक कुमार चंदा, डॉ. नरेंद्र देवांगन, डॉ. नौशाद सिद्दिकी, ओमवीर करण, दशरथ सिंह भुवाल, विटेश्वर नाथ, सत्यवती शुक्ला, नब्बनीर हंस, सोनिया सोनी, नीलम जायसवाल, रजनीकांत श्रीवास्तव, नरेंद्र कुमार सिक्केवाल और गोविंद पाल शामिल थे।

कार्यक्रम में मुक्तकंठ साहित्य समिति के सदस्य और साहित्य प्रेमियों में बाबुल सरकार, रवीन्द्र नाथ देबनाथ, एस बी सिंह आदि भी उपस्थित थे। गोविंद पाल ने सभी अतिथियों और उपस्थित लोगों का धन्यवाद ज्ञापित किया और अंत में राष्ट्रगीत गाकर कार्यक्रम का समापन किया गया।

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Team India मैंने कई कविताएँ और लघु कथाएँ लिखी हैं। मैं पेशे से कंप्यूटर साइंस इंजीनियर हूं और अब संपादक की भूमिका सफलतापूर्वक निभा रहा हूं।