Mango Waste Issue: मानगो में कचड़े के मुद्दे पर विकास सिंह का ऐलान, 7 जनवरी से होगा आमरण अनशन!
विकास सिंह ने 7 जनवरी से कचड़े की समस्या को लेकर आमरण अनशन की घोषणा की। जानिए इस मुद्दे के पीछे की पूरी कहानी और क्यों मानगो के लोग इसका खामियाजा भुगत रहे हैं।
रांची, 5 जनवरी 2025 – झारखंड के मानगो में पिछले बीस दिनों से कचड़े की समस्या एक गंभीर संकट का रूप ले चुकी है। स्थिति इतनी विकट हो गई है कि कचड़े का ढेर अब मानगो के लोगों के लिए जानलेवा साबित हो रहा है। इस घिनौनी व्यवस्था से परेशान होकर पूर्व भाजपा नेता विकास सिंह ने अब इस समस्या का हल निकालने के लिए आमरण अनशन करने का ऐलान किया है। उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि 7 जनवरी से वे अन्न और जल का त्याग करके उपायुक्त के कार्यालय के पास बैठेंगे।
कचड़े से बेहाल मानगो की जनता
विकास सिंह ने कहा कि कचड़े की समस्या सिर्फ एक स्वच्छता का मुद्दा नहीं रह गई है, बल्कि यह अब एक सामाजिक और स्वास्थ्य संकट बन चुका है। उनका आरोप है कि जिम्मेदार जनप्रतिनिधि केवल सुर्खियों में अपना नाम चमकाने में लगे हैं, जबकि धरातल पर कोई काम नहीं हो रहा है। धीरे-धीरे मानगो के लोग इस समस्या के कारण पलायन करने पर मजबूर हो रहे हैं। कचड़े के ढेर के बीच रहने वाले लोग, खासकर बच्चे और बुजुर्ग, गंभीर बीमारियों का शिकार हो रहे हैं।
राजनीति से ज्यादा काम की जरूरत
विकास सिंह ने आरोप लगाया कि मानगो के जनप्रतिनिधि अपनी राजनीति चमकाने के लिए नए-नए मुद्दे उठाते हैं, लेकिन जो असल मुद्दा है, वो वे भूल गए हैं। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि दूसरे शहरों में कचड़े का निष्पादन एक सही तरीके से हो रहा है, लेकिन मानगो में यह काम अब तक सही तरीके से क्यों नहीं हुआ। सिंह का कहना था कि अगर जनप्रतिनिधियों को गंभीरता से इस मुद्दे पर ध्यान दिया होता, तो यह समस्या इतनी विकट नहीं होती।
आमरण अनशन की घोषणा
7 जनवरी से विकास सिंह ने कचड़े से मुक्त मानगो बनाने के लिए आमरण अनशन करने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि इस आंदोलन के जरिए वे जनप्रतिनिधियों को यह अहसास कराना चाहते हैं कि यह समस्या केवल उनके लिए नहीं, बल्कि मानगो के लाखों लोगों के लिए जीवन और मृत्यु का सवाल बन चुकी है। इस बारे में जानकारी देते हुए विकास सिंह ने कहा कि वे प्रातः 11:00 बजे उपायुक्त कार्यालय के पास अन्न और जल का त्याग करके इस आंदोलन की शुरुआत करेंगे।
समर्थकों का जुटान और तैयारी
इस आंदोलन के लिए विकास सिंह ने पूरी तैयारी शुरू कर दी है। उन्होंने अपने समर्थकों के साथ देर शाम को कार्यक्रम स्थल का दौरा किया और वहां की तैयारियों की समीक्षा की। उनका कहना है कि यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा, जब तक कचड़े की समस्या का स्थायी समाधान नहीं मिल जाता।
जनता की आवाज़
विकास सिंह ने यह भी कहा कि मानगो के लोग ही इस समस्या का असल दर्द समझ सकते हैं, क्योंकि जो लोग टाटा स्टील द्वारा दिए गए सुविधाओं का लाभ उठा रहे हैं, उन्हें आम जनता की समस्याओं से कोई फर्क नहीं पड़ता। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कुछ लोगों ने बिना विचार किए और विशेषज्ञों से सलाह लिए बिना कचड़े के निष्पादन के उपायों में दखल दिया, जिससे व्यवस्था और भी बिगड़ गई।
विकास सिंह का यह ऐलान मानगो की जनता के लिए एक उम्मीद की किरण बन सकता है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि उनके इस आंदोलन का कितना असर होगा और क्या जनप्रतिनिधि इस मुद्दे पर गंभीरता से काम करेंगे या फिर यह मुद्दा फिर से राजनीति का शिकार हो जाएगा।
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