West Singhbhum Murder: भैंस चरवाहे की गला दबाकर हत्या! जंगल में मिला 50 वर्षीय राजेंद्र सिंकु का शव
पश्चिमी सिंहभूम के मझगांव थाना क्षेत्र में लोवाहातु गांव के 50 वर्षीय अविवाहित भैंस चरवाहे राजेंद्र सिंकु की गला दबाकर हत्या कर दी गई। गुरुवार को भैंस चराने गया राजेंद्र शाम को नहीं लौटा। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर हत्या के कारणों की जांच शुरू की।

पश्चिमी सिंहभूम जिले के मझगांव थाना क्षेत्र में एक ऐसी सनसनीखेज हत्या का मामला सामने आया है, जिसने लोवाहातु गांव में दहशत का माहौल पैदा कर दिया है। 50 वर्षीय अविवाहित भैंस चरवाहे राजेंद्र सिंकु को अज्ञात हमलावरों ने पिटाई के बाद गला दबाकर मौत के घाट उतार दिया। यह घटना सिर्फ एक हत्या नहीं है, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था और चरवाहों के जीवन पर मंडराते खतरे को दर्शाती है।
हमारे देश के ग्रामीण अर्थव्यवस्था में पशुधन एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, और चरवाहे अक्सर अपनी आजीविका के लिए जंगलों और एकांत क्षेत्रों पर निर्भर होते हैं। ऐसे में, किसी निर्दोष चरवाहे की इस तरह निर्मम हत्या होना, अपराध की बढ़ती क्रूरता को दिखाता है। सबसे बड़ा सवाल यह है कि अविवाहित राजेंद्र सिंकु से किसकी दुश्मनी थी कि उसे इतनी क्रूरता से मार डाला गया?
भैंस चराने गया, फिर नहीं लौटा घर
मृतक राजेंद्र सिंकु लोवाहातु गांव का निवासी था और अविवाहित था। वह गुरुवार को अपने घर की 22 भैंसों को चराने के लिए जंगल ले गया था। अक्सर की तरह वह शाम तक लौट आता था, लेकिन उस दिन वह वापस नहीं आया।
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रात भर खोजबीन: उसके बड़े भाई गणेश्वर सिंकु और परिवार के अन्य सदस्यों ने पड़ोस के लोगों के साथ मिलकर रातभर राजेंद्र की खोजबीन की, लेकिन उसका कोई पता नहीं चल पाया।
यह देर रात की खोजबीन और पारंपरिक जीवनशैली का हिस्सा है, जहां हर व्यक्ति एक-दूसरे की चिंता करता है। लेकिन अगली सुबह जो खुलासा हुआ, वह बेहद दुखद था।
जंगल में मिला शव, गले पर निशान
अगले दिन, गणेश्वर सिंकु ने तरतरिया सीमा जंगल में फिर से खोजबीन शुरू की। आखिरकार, उन्हें वहीं अपने भाई का शव मिला।
शव की हालत देखकर यह स्पष्ट था कि यह आत्महत्या नहीं, बल्कि हत्या का मामला था। मृतक के गले में गला दबाने के गहरे निशान थे। शव की शुरुआती जांच से पता चलता है कि हत्या से पहले राजेंद्र सिंकु की पिटाई भी की गई थी।
पुलिस ने शुरू की गहन जांच
ग्रामीणों ने इस नृशंस हत्या की जानकारी तुरंत मझगांव थाना को दी। सूचना मिलते ही पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए चाईबासा सदर अस्पताल भेज दिया।
थाना प्रभारी उपेंद्र नरायण सिंह ने बताया कि:
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मामला दर्ज: मृतक के बड़े भाई गणेश्वर सिंकु के बयान पर अज्ञात के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है।
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अनुसंधान जारी: पुलिस सभी संभावित पहलुओं पर गौर करते हुए गहन अनुसंधान कर रही है और हत्या के कारणों का पता लगाने की कोशिश कर रही है।
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गिरफ्तारी का दावा: पुलिस ने जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर लेने का दावा किया है।
फिलहाल, पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या यह हत्या व्यक्तिगत दुश्मनी का नतीजा है, या इसके पीछे पशुधन चोरी का कोई बड़ा गिरोह शामिल है। ग्रामीण यह जानना चाहते हैं कि साधारण जीवन जीने वाले राजेंद्र सिंकु की मौत का वास्तविक कारण क्या था।
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