Madhupur Firing Drama: दिनदहाड़े पेट्रोल पंप पर फायरिंग, रंगदारी का खुला खेल!
मधुपुर के बीपीसीएल पेट्रोल पंप पर दो युवकों ने रंगदारी को लेकर दिनदहाड़े की फायरिंग। पूरी वारदात सीसीटीवी में कैद, कर्मचारियों में दहशत का माहौल। पढ़िए पूरी खबर।

मधुपुर (झारखंड): शांत माने जाने वाले मधुपुर में उस वक्त हड़कंप मच गया जब सपहा ओझा मोड़ स्थित बीपीसीएल पेट्रोल पंप पर दिनदहाड़े दो युवकों ने फायरिंग कर दी। ये कोई लूट की वारदात नहीं थी, बल्कि सीधी रंगदारी की मांग—और वह भी खुलेआम पिस्तौल तान कर!
घटना गुरुवार की दोपहर करीब 3:20 बजे की है। पंप पर कार्यरत दीपक रजक ने थाना में शिकायत दर्ज कराई है। दीपक ने बताया कि दो युवक बाइक से आए और सीधे पेट्रोल पंप पर उतरकर धमकी देने लगे—"पंप मालिक को बोलो कि दो लाख रुपये रंगदारी दे, नहीं तो गोली के लिए तैयार रहे।"
कैमरे में कैद हुई हर हरकत
सिर्फ धमकी ही नहीं, उन युवकों ने पंप मशीन के सामने पिस्तौल निकाल कर हवाई फायरिंग कर दी। वहां मौजूद सभी कर्मचारी और ग्राहक सन्न रह गए। पूरी घटना पास में लगे सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हो गई है, जो अब पुलिस जांच का मुख्य आधार बन गई है।
नामजद आरोपी कौन हैं?
पुलिस को दी शिकायत में हरलाटांड़ के विकास कुमार पांडेय उर्फ मीकू पांडेय और पटवाबाद नैयाडीह के साकिब अंसारी को नामजद किया गया है। दोनों के खिलाफ मधुपुर थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है। बताया जा रहा है कि दोनों युवक घटना के बाद से फरार हैं।
मौके से बरामद हुआ खोखा
पुलिस ने घटनास्थल से फायरिंग के बाद का खोखा भी बरामद कर लिया है। इंस्पेक्टर इंचार्ज राकेश कुमार रवि और एसआई रुपेश कुमार ने घटना के तुरंत बाद पेट्रोल पंप पहुंचकर मौके का निरीक्षण किया और बयान दर्ज किए। सीसीटीवी फुटेज भी पुलिस ने जब्त कर लिया है।
क्या है झारखंड में रंगदारी की पृष्ठभूमि?
झारखंड, विशेषकर छोटे कस्बों और बाजार क्षेत्रों में, पिछले कुछ वर्षों में रंगदारी की घटनाओं में वृद्धि देखी गई है। कोयला क्षेत्रों से लेकर व्यापारिक केंद्रों तक, रंगदारी अब एक आम चुनौती बन गई है, जिस पर प्रशासन लगातार कार्रवाई कर रहा है। इस घटना ने एक बार फिर व्यापारियों और कर्मचारियों की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं।
कर्मचारियों में भय का माहौल
घटना के बाद पेट्रोल पंप पर कार्यरत कर्मचारियों में गहरी दहशत है। कई कर्मियों ने कहा कि दिनदहाड़े ऐसी हरकत होना दिखाता है कि अपराधियों को कानून का कोई डर नहीं रहा। अब वहां काम करने वालों के मन में हर वक्त ये डर बैठ गया है—"अगला निशाना कहीं हम न बन जाएं?"
पुलिस का ऐक्शन
पुलिस का कहना है कि दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू कर दी गई है। उनके संभावित ठिकानों पर तलाशी ली जा रही है। साथ ही सीसीटीवी फुटेज को अपराध अनुसंधान टीम के पास भेजा गया है ताकि पहचान की पुष्टि की जा सके।
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