Lucknow Dog Attack: एक मामूली बात पर शख्स ने अपने कुत्तों से करवा दिया भयंकर हमला
लखनऊ में एक शख्स ने मामूली विवाद पर अपने कुत्तों से हमला करवा दिया, जिससे एक रिटायर्ड बैंक मैनेजर और उनके पड़ोसी बुरी तरह से घायल हो गए। जानें इस घटना के बारे में विस्तार से।
लखनऊ में कुत्तों से हमला: एक मामूली विवाद ने बदली कई जिंदगियां
Lucknow Dog Attack: लखनऊ में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसमें एक शख्स ने जरा सी बात पर अपने पालतू कुत्तों और कुछ आवारा कुत्तों से हमला करवा दिया। इस हमले में न सिर्फ पीड़ित केसी श्रीवास्तव घायल हुए, बल्कि उनके पड़ोसी भी कुत्तों के हमले का शिकार हो गए। यह घटना शहर के एक अपार्टमेंट परिसर, वियानहाइट्स में घटी, जो अब सुर्खियों में है।
घटना का सिलसिला
यह मामला 12 नवंबर 2024 का है, जब पीड़ित केसी श्रीवास्तव अपनी पत्नी और बेटी के साथ डिनर करने के बाद अपार्टमेंट के परिसर में टहल रहे थे। आरोप है कि इस दौरान अपार्टमेंट में ही रहने वाले अभिषेक गुप्ता अपनी पत्नी और पालतू कुत्ते के साथ गेट के पास खड़े थे, जबकि कुछ आवारा कुत्ते भी वहां घूम रहे थे। तभी, बिना किसी वजह के, एक आवारा कुत्ता श्रीवास्तव पर हमला कर देता है।
जब श्रीवास्तव ने कुत्ते के मालिक अभिषेक गुप्ता से इसकी शिकायत की, तो गुप्ता गुस्से में आ गए और डंडे से श्रीवास्तव पर हमला कर दिया। इसके बाद, जब श्रीवास्तव की बेटी बचाव के लिए आई, तो उसे भी गुप्ता ने धक्का दे दिया, जिससे उसकी हाथ में चोटें आईं।
कुत्तों से हमला और फिर क्या हुआ?
जैसे ही कुत्ते और आक्रामक हो गए, श्रीवास्तव ने अपने पड़ोसी प्रफुल्ल मिश्रा को और अन्य लोगों को मदद के लिए बुलाया। लेकिन इस बीच अभिषेक गुप्ता ने अपने पालतू कुत्ते और आवारा कुत्तों को श्रीवास्तव और उनके पड़ोसियों पर हमला करने के लिए छोड़ दिया। कुत्तों ने न केवल श्रीवास्तव को, बल्कि उनके पड़ोसी प्रफुल्ल मिश्रा को भी बुरी तरह से काट लिया।
यहां तक कि जब पीड़ितों ने किसी तरह से 112 डायल कर पुलिस को बुलाया, तब तक कुत्तों द्वारा काटे गए लोगों को गंभीर चोटें आ चुकी थीं। इस हमले के बाद, क्षेत्र में दहशत का माहौल बन गया है। यह पहली बार नहीं है, जब इस सोसाइटी में कुत्तों ने किसी को दौड़ाया हो। इससे पहले भी कई लोग आवारा कुत्तों के हमलों का शिकार हो चुके हैं।
आरोपी की पहचान और घटना की गंभीरता
आरोपी अभिषेक गुप्ता के बारे में यह भी आरोप है कि वह शराब के नशे में अपने कुत्तों को टहलाने बाहर निकलते हैं, जिससे कुत्ते और भी आक्रामक हो जाते हैं। यह घटना न केवल एक कुत्ते के हमले की है, बल्कि यह समाज में बढ़ती असुरक्षा और सार्वजनिक स्थानों पर कुत्तों के नियंत्रण की कमी को भी उजागर करती है।
लखनऊ के पीजीआई थाना में केसी श्रीवास्तव की शिकायत पर आरोपी अभिषेक गुप्ता के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा चुकी है। अब पुलिस मामले की जांच कर रही है और इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की बात कर रही है।
कुत्तों से जुड़ी घटनाओं का इतिहास
लखनऊ में पिछले कुछ वर्षों में कुत्तों के हमलों की कई घटनाएं हो चुकी हैं, जिनमें आवारा कुत्तों के अलावा पालतू कुत्ते भी शामिल रहे हैं। इन घटनाओं में लोग बुरी तरह घायल हो चुके हैं, और कई बार तो मौतें भी हुई हैं। इन घटनाओं ने कुत्तों के मालिकों और स्थानीय प्रशासन के लिए एक बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है, कि क्या इस पर कड़ा नियंत्रण और सख्ती जरूरी नहीं है?
क्या कदम उठाए जा रहे हैं?
अब यह सवाल उठता है कि इस तरह की घटनाओं को कैसे रोका जा सकता है। कुछ जानकारों का कहना है कि कुत्तों के मालिकों को उनके पालतू कुत्तों की जिम्मेदारी समझनी चाहिए और उन्हें सार्वजनिक स्थानों पर नियंत्रण में रखना चाहिए। वहीं, प्रशासन को भी आवारा कुत्तों के लिए ठोस योजना तैयार करनी चाहिए, ताकि इनकी संख्या को नियंत्रित किया जा सके और इन्हें समाज के लिए खतरे से बाहर रखा जा सके।
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