Kolkata Innovation: कोयला और खनिजों के सतत उपयोग पर राष्ट्रीय सम्मेलन, जानें क्या रहे बड़े निष्कर्ष!
कोलकाता में ICMCS-2025 राष्ट्रीय सम्मेलन संपन्न, जहां कोयला और खनिज संसाधनों के सतत उपयोग पर शोधकर्ताओं ने अपने निष्कर्ष साझा किए। जानें इस सम्मेलन की खास बातें।
कोलकाता के फेयरफील्ड बाय मैरियट, न्यू टाउन में सीएसआईआर-राष्ट्रीय धातुकर्म प्रयोगशाला (एनएमएल), जमशेदपुर द्वारा "संसाधनों के सतत उपयोग के लिए कोयला एवं खनिज लक्षण वर्णन में नवाचार" (ICMCS-2025) पर राष्ट्रीय सम्मेलन 31 जनवरी 2025 को संपन्न हुआ। इस सम्मेलन में पूरे भारत के 30 से अधिक प्रतिष्ठित संस्थानों के लगभग 100 वैज्ञानिकों, शोधकर्ताओं और उद्योग जगत के प्रतिनिधियों ने भाग लिया और कोयला, अयस्कों और खनिजों के टिकाऊ उपयोग पर अपने शोध निष्कर्ष प्रस्तुत किए।
सम्मेलन की मुख्य बातें
- मेक इन इंडिया पहल के तहत आयात प्रतिस्थापन के रूप में प्रमाणित संदर्भ सामग्री (CRM) विकसित करने पर विस्तृत चर्चा हुई।
- 2047 तक विकासशील भारत के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए वैज्ञानिकों और उद्योग जगत के विशेषज्ञों ने विचारों का आदान-प्रदान किया।
- आईआईटी, जीएसआई, बीएआरसी, टाटा स्टील, और अन्य प्रतिष्ठित संस्थानों के प्रतिनिधियों ने अपने शोध प्रस्तुत किए।
- कोयला और खनिजों के सतत उपयोग के लिए नई तकनीकों और नवाचारों पर जोर दिया गया।
सम्मेलन में किन विषयों पर हुई चर्चा?
इस राष्ट्रीय सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य खनिज संसाधनों के अधिकतम और टिकाऊ उपयोग के लिए नए और वैज्ञानिक तरीकों को अपनाना था। वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं ने कोयला और अन्य खनिजों के अनुकूलन, उनके प्रभावी निष्कर्षण और संसाधनों के सतत उपयोग से जुड़े विभिन्न नवाचारों पर चर्चा की।
सम्मेलन में किसे मिले पुरस्कार?
इस सम्मेलन में मौखिक और पोस्टर प्रस्तुतियों के लिए पुरस्कार प्रदान किए गए। विजेताओं के नाम इस प्रकार हैं:
मौखिक प्रस्तुति श्रेणी:
???? पी. कुमार – आईआईटी खड़गपुर
???? सुस्मित एम. निमजे – टाटा स्टील
???? मुनमुन माजी – सीएसआईआर-सीआईएमएफआर
पोस्टर प्रस्तुति श्रेणी:
???? कनिष्क कुमार करण – एसीएसआईआर, सीआईएमएफआर
???? कुंदन कुमार – एसीएसआईआर-एनएमएल, जमशेदपुर
???? नीलू प्रिया तिर्की – रांची विश्वविद्यालय
सम्मेलन के सफल समापन पर विचार
समापन सत्र का संचालन श्रीमती मोनिका साहू ने किया, जहां सभी प्रतिनिधियों ने इस महत्वपूर्ण सम्मेलन के सफल आयोजन के लिए सीएसआईआर-एनएमएल के निदेशक डॉ. संदीप घोष चौधरी और ICMCS-2025 की अध्यक्ष संचिता चक्रवर्ती को धन्यवाद दिया। सभी ने इस तरह के सम्मेलनों की उपयोगिता और नवाचारों के आदान-प्रदान की आवश्यकता पर जोर दिया।
अंत में, ICMCS-2025 के संयोजक डॉ. राजेन कुंडू ने धन्यवाद ज्ञापन किया और भविष्य में ऐसे और सम्मेलनों के आयोजन पर जोर दिया, ताकि खनिज संसाधनों के सतत उपयोग और नवाचार को बढ़ावा दिया जा सके।
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