खरकई नदी खतरे के निशान को पार, स्वर्णरेखा नदी भी नजदीक, प्रशासन ने जारी की चेतावनी
लगातार बारिश से खरकई नदी खतरे के निशान को पार कर गई है, जबकि स्वर्णरेखा नदी भी नजदीक है। जिला प्रशासन ने लोगों से तटीय क्षेत्रों से दूर रहने की अपील की है।
जमशेदपुर, 16 सितंबर – जिले में पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश ने स्थिति गंभीर बना दी है। इस वजह से खरकई और स्वर्णरेखा नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। जिला प्रशासन ने इस बढ़ते जलस्तर को देखते हुए तटीय क्षेत्रों में रहने वाले नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
खरकई नदी का जलस्तर वर्तमान में खतरे के निशान 129.070 मीटर पर पहुँच चुका है, जबकि खतरे का निशान 129.00 मीटर है। इसी तरह, स्वर्णरेखा नदी भी खतरे के निशान 121.50 मीटर के काफी नजदीक है। इस समय स्वर्णरेखा का जलस्तर 118.84 मीटर दर्ज किया गया है। दोनों नदियों का पानी लगातार बढ़ रहा है, जिससे हालात और भी खतरनाक हो सकते हैं।
जिला दण्डाधिकारी सह उपायुक्त अनन्य मित्तल ने जनता को सतर्क करते हुए अपील की है कि तटीय क्षेत्र में रहने वाले लोग जल्द से जल्द सुरक्षित स्थानों पर चले जाएं। उन्होंने नागरिकों से यह भी आग्रह किया है कि वे नदी किनारे जाने से बचें और किसी भी तरह के खतरे से दूर रहें। जिला प्रशासन ने यह भी चेतावनी दी है कि नदियों का पानी और अधिक बढ़ सकता है, जिससे स्थिति असामान्य हो सकती है।
इस स्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट पर है। उन्होंने न सिर्फ नदियों के पास रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचने के निर्देश दिए हैं, बल्कि आम जनता से भी अपील की है कि वे प्रशासन के दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन करें।
जलस्तर की बढ़ती स्थिति को लेकर स्थानीय प्रशासन लगातार मॉनिटरिंग कर रहा है और समय-समय पर स्थिति की जानकारी दे रहा है। आपदा प्रबंधन टीमों को भी तैयार रखा गया है ताकि किसी भी आकस्मिक स्थिति में लोगों की मदद की जा सके। प्रशासन ने विशेष रूप से तटीय क्षेत्रों में रहने वाले लोगों से सतर्क रहने और किसी भी तरह की समस्या या घटना की सूचना तुरंत संबंधित अधिकारियों को देने की अपील की है।
मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, अगले कुछ दिनों में मूसलधार बारिश जारी रहने की संभावना है, जिससे नदियों का जलस्तर और भी बढ़ सकता है। प्रशासन ने स्थिति पर पूरी नजर रखी हुई है और सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं ताकि किसी भी अप्रिय घटना को टाला जा सके।
इसके साथ ही जिला प्रशासन ने लोगों को यह भी हिदायत दी है कि वे झूठी अफवाहों पर ध्यान न दें और सही जानकारी के लिए सिर्फ प्रशासनिक सूत्रों से संपर्क करें।
स्वर्णरेखा नदी के आसपास रहने वाले लोगों को भी विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है क्योंकि यह नदी भी खतरे के निशान के करीब पहुंच रही है। इसके अलावा, प्रशासन ने नदी किनारे सैर करने या मछली पकड़ने जैसे कामों से पूरी तरह से बचने की अपील की है, ताकि किसी भी तरह की दुर्घटना को रोका जा सके।
हालांकि अभी तक किसी बड़े नुकसान की खबर नहीं आई है, लेकिन स्थिति बिगड़ सकती है अगर नदियों का जलस्तर और बढ़ता है। इसलिए प्रशासन ने लोगों से धैर्य और सतर्कता बनाए रखने का अनुरोध किया है।
इस बारिश के मौसम में, प्रशासन द्वारा किए गए सुरक्षा उपायों का पालन करना हर नागरिक की जिम्मेदारी है। नदी किनारे न जाने और ऊंचे स्थानों पर शरण लेने की सलाह को गंभीरता से लेना आवश्यक है, ताकि किसी भी प्रकार की जान-माल की हानि न हो।
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