Jharkhand Weather Alert: झारखंड में 16 जिलों में भारी बारिश और वज्रपात का अलर्ट, मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी!
झारखंड के 16 जिलों में भारी बारिश और वज्रपात का खतरा! IMD ने जारी किए चार अलर्ट, जानें किन जिलों में हो सकती है तबाही और क्या करें बचाव के लिए?

रांची: झारखंड में मौसम ने अचानक करवट ले ली है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने राज्य के लिए येलो और ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया है। राजधानी रांची समेत 16 जिलों में गरज-चमक के साथ तेज बारिश और वज्रपात की संभावना जताई गई है। लगातार चार बार जारी किए गए इन अलर्ट्स ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है।
सुबह 3 बजे से शुरू हुआ अलर्ट, IMD ने जारी की चेतावनी
गुरुवार, 20 मार्च 2025, को तड़के 3 बजे पहली चेतावनी जारी की गई। यह येलो अलर्ट था, जिसमें चतरा, गढ़वा, हजारीबाग और पलामू जिलों में अगले तीन घंटे में तेज बारिश और वज्रपात की संभावना जताई गई थी।
सुबह 5:15 बजे आया दूसरा अलर्ट, सात जिलों के लिए खतरा
इसके बाद 5:15 बजे दूसरा ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया। इस बार चतरा, हजारीबाग, कोडरमा, लातेहार, लोहरदगा, रामगढ़ और रांची जिलों को चपेट में बताया गया। तेज गरज के साथ बारिश और बिजली गिरने की संभावना जताई गई।
सुबह 6:27 बजे गोड्डा के लिए ऑरेंज अलर्ट
सुबह 6:27 बजे मौसम विभाग ने गोड्डा जिले के लिए भी ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया। चेतावनी दी गई कि अगले 2-3 घंटे में तेज बारिश और वज्रपात हो सकता है।
6:40 बजे देवघर, दुमका और जामताड़ा को भी मिली चेतावनी
सुबह 6:40 बजे जारी किए गए अलर्ट में देवघर, दुमका और जामताड़ा जिलों में मध्यम दर्जे की गरज-चमक, तेज बारिश और वज्रपात की भविष्यवाणी की गई।
किन जिलों में रहेगा बारिश और वज्रपात का खतरा?
मौसम विभाग के अनुसार, झारखंड के इन 16 जिलों में अगले कुछ घंटों तक भारी बारिश और वज्रपात का खतरा मंडरा रहा है:
चतरा
गढ़वा
हजारीबाग
पलामू
कोडरमा
लातेहार
लोहरदगा
रामगढ़
रांची
बोकारो
धनबाद
गिरिडीह
गोड्डा
देवघर
दुमका
जामताड़ा
क्या करें, क्या न करें? IMD की चेतावनी
मौसम विभाग ने किसानों और आम नागरिकों के लिए सावधानी बरतने की अपील की है:
खराब मौसम के दौरान खेतों में न जाएं।
खुले स्थानों या पेड़ों के नीचे शरण न लें।
बिजली के खंभों और खुले तारों से दूर रहें।
घर के अंदर रहें और सुरक्षित स्थान पर शरण लें।
झारखंड में कब तक रहेगा मौसम का कहर?
मौसम विभाग के अनुसार, यह खराब मौसम अगले 24 घंटे तक जारी रह सकता है। झारखंड में फरवरी-मार्च के दौरान अचानक मौसम बदलने की यह कोई नई घटना नहीं है। गर्मी की शुरुआत में पश्चिमी विक्षोभ और चक्रवातीय प्रभाव के कारण झारखंड में अक्सर ऐसी बारिश और वज्रपात देखे जाते हैं।
क्या सरकार उठाएगी कोई कदम?
सरकार और जिला प्रशासन को अलर्ट पर रखा गया है। बिजली गिरने से जान-माल के नुकसान को रोकने के लिए प्रशासन को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। आपातकालीन सेवाओं को भी तैयार किया गया है।
अब देखना यह होगा कि अगले कुछ घंटों में झारखंड में मौसम कैसा रहता है और क्या यह चेतावनी वाकई में खतरनाक साबित होगी या नहीं।
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