Jharkhand Sand Ghat Tender : झारखंड में 444 बालू घाटों की ई-नीलामी प्रक्रिया शुरू, रांची जिले में 19 घाटों का टेंडर
झारखंड में 444 बालू घाटों की ई-नीलामी प्रक्रिया शुरू। रांची जिले में 19 घाटों का टेंडर सितंबर के पहले सप्ताह तक जारी होगा। जानिए नए मॉडल टेंडर की पूरी शर्तें।
झारखंड से बड़ी खबर है। राज्य के सभी जिलों में 444 बालू घाटों की ई-नीलामी की प्रक्रिया शुरू होने जा रही है। इसके लिए खान एवं भूतत्व विभाग ने मॉडल टेंडर दस्तावेज सभी जिलों को भेज दिया है। जिला प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं कि इन्हीं दस्तावेजों के आधार पर ई-नीलामी प्रक्रिया पूरी की जाए।
रांची जिले में 19 घाटों का टेंडर
रांची जिले में 19 बालू घाटों की नीलामी होनी है। जिला प्रशासन ने सितंबर के पहले सप्ताह तक टेंडर निकालने की तैयारी कर ली है।
गौरतलब है कि 15 अगस्त 2025 तक बालू घाटों का संचालन अधिकार झारखंड राज्य खनिज विकास निगम (JSMDC) के पास था। लेकिन निगम का कार्यकाल समाप्त होने के बाद अब सभी घाटों का स्वामित्व खान एवं भूतत्व विभाग को सौंप दिया गया है।
मॉडल टेंडर दस्तावेज के प्रावधान
नए मॉडल टेंडर दस्तावेज़ के अनुसार—
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प्रोसेसिंग शुल्क बोलीदाताओं को आरक्षित मूल्य के अनुसार ऑनलाइन जमा करना होगा।
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70 लाख रुपये तक – ₹600
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70 लाख से 3 करोड़ रुपये तक – ₹3600
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3 करोड़ रुपये से अधिक – ₹6000
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खनन पट्टा धारक को पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय की शर्तों का पालन करना होगा।
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खनन की अधिकतम गहराई तीन मीटर या नदी तल दिखाई देने तक ही होगी।
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बालू की ढुलाई केवल सरकार द्वारा जारी ई-चालान से की जा सकेगी।
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सभी खनन पट्टेदारों को हर महीने JIMS पोर्टल पर प्रगति रिपोर्ट ऑनलाइन जमा करनी होगी।
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अगले वर्ष खनन अनुमति के लिए नवीनीकरण आवेदन अनिवार्य होगा।
क्या बदलेगा इस प्रक्रिया से?
इस नई व्यवस्था से बालू घाटों की नीलामी प्रक्रिया और पारदर्शी होगी। साथ ही अवैध खनन पर रोक लगाने और राजस्व बढ़ाने में भी मदद मिलेगी।
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