झामुमो से नाराज जनता, सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने छोड़ा साथ - आजसू में हुआ बड़ा राजनीतिक धमाका!
झामुमो से निराश होकर सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने जुगसलाई में आजसू पार्टी का दामन थामा। जानें कैसे आजसू का दृढ़ संकल्प राज्य के विकास की उम्मीद बना है।
जुगसलाई। झारखंड में सियासी समीकरण बदलने लगे हैं, और इसकी ताजा मिसाल जुगसलाई विधानसभा क्षेत्र में देखने को मिली। शनिवार को अजीम अंसारी के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) से नाराज होकर आजसू पार्टी का दामन थाम लिया। इस मौके पर आजसू पार्टी के जिला अध्यक्ष कन्हैया सिंह ने सभी नए कार्यकर्ताओं का पार्टी में स्वागत किया और उन्हें अंगवस्त्र एवं माला पहनाकर सम्मानित किया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री सहिस ने कहा कि झामुमो की असलियत अब जनता जान चुकी है, और यही कारण है कि झामुमो का प्रभाव अब खत्म होता नजर आ रहा है। उन्होंने कहा कि झामुमो की जमीन दलाली और भ्रष्टाचार से लदी हुई है, जो न केवल राज्य के विकास में बाधा बन रही है, बल्कि युवाओं और महिलाओं के भविष्य को भी ठगने का काम कर रही है। उन्होंने जनता को जागरूक करते हुए कहा कि झामुमो के झूठे वादों में नहीं आना चाहिए और आजसू पार्टी के विचारों को अपनाकर राज्य के विकास की दिशा में कदम बढ़ाना चाहिए।
सहिस ने यह भी बताया कि आजसू पार्टी की नीतियां हर धर्म और वर्ग के साथ समानता का व्यवहार करती हैं। इस अवसर पर सहिस ने झामुमो पर हमला करते हुए कहा कि वर्तमान सरकार के पास विकास के लिए कोई ठोस योजना या संकल्प नहीं है। उन्होंने कहा, "चुनाव आते ही झामुमो सिर्फ घोषणाएं करता है, जिनका कोई ठोस परिणाम नहीं निकलता। नालियां बनती हैं और बारिश में बह जाती हैं, सड़कें बनती हैं लेकिन बारिश के साथ ही खत्म हो जाती हैं। जनता को ऐसे बहरुपियों से सावधान रहना होगा।"
कार्यक्रम के दौरान सहिस ने कहा कि राज्य के विकास को गति देने के लिए आजसू को मजबूत करना होगा। जब तक आजसू मजबूत नहीं होगी, तब तक झारखंड का समुचित विकास संभव नहीं है। उन्होंने जनता से अपील की कि जुगसलाई के लोकप्रिय नेता और भावी मंत्री के रूप में उनके उम्मीदवार को भारी मतों से विजयी बनाएं।
कार्यक्रम के दौरान सहिस ने स्पष्ट किया कि झारखंड की जनता अब झामुमो के असली चेहरे को पहचान चुकी है और झामुमो की राजनीतिक जमीन खिसक रही है। इस बदलाव का सीधा संकेत यह है कि झामुमो से जुड़े लोग अब आजसू में शामिल हो रहे हैं, जिससे आजसू की ताकत और बढ़ रही है।
सैकड़ों कार्यकर्ताओं का आजसू में शामिल होना राज्य की राजनीति के बदलते मिजाज का संकेत है। अब देखना होगा कि आगामी चुनावों में जनता किसे समर्थन देती है और किसकी नीतियां राज्य के भविष्य को संवारने में कामयाब होती हैं।
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