झारखंड-ओडिशा बॉर्डर पर पोटका क्षेत्र में सड़कों की बदहाल स्थिति: रोजाना हादसे
पोटका, झारखंड में लसुंन चुपा गांव से तिरीन बॉर्डर तक की सड़कों की बदहाल स्थिति के कारण रोजाना हो रहे हादसे। ग्रामीण विधायक संजीब सरदार से नाराज़, राज्य सरकार से सड़क मरम्मत की गुहार।
झारखंड-ओडिशा बॉर्डर पर पोटका क्षेत्र में सड़कों की बदहाल स्थिति: रोजाना हादसे
झारखंड के पोटका क्षेत्र में लसुंन चुपा गांव से तिरीन बॉर्डर तक की सड़कें खस्ताहाल हो चुकी हैं। झारखंड-ओडिशा बॉर्डर पर स्थित इस इलाके में सड़कों की बदहाल स्थिति के कारण रोजाना कोई न कोई हादसा होता रहता है। ग्रामीणों का जीवन इस खराब सड़क के कारण खतरे में पड़ गया है और वे अपने विधायक संजीब सरदार (JMM) से बेहद नाराज़ हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि सड़क की हालत इतनी खराब हो चुकी है कि रोजाना कोई न कोई दुर्घटना घटित हो जाती है। स्कूल जाने वाले बच्चे, काम पर जाने वाले लोग और यहां तक कि बुजुर्ग भी इस सड़क की दुर्दशा के कारण परेशान हैं। हर दिन नए हादसे की खबर सुनने को मिलती है, जिससे ग्रामीणों का धैर्य अब टूट चुका है।
ग्रामीणों का आक्रोश और गुहार
पोटका क्षेत्र के विधायक संजीब सरदार के खिलाफ ग्रामीणों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। वे विधायक के प्रति अपनी नाराजगी जताते हुए कहते हैं कि उन्होंने कई बार इस समस्या को उठाया, लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं निकला। ग्रामीणों ने राज्य सरकार से अपील की है कि जल्द से जल्द इस सड़क की मरम्मत की जाए ताकि उनकी परेशानियों का अंत हो सके।
रोजाना हो रहे हादसे
लसुंन चुपा गांव से तिरीन बॉर्डर तक की सड़कें इतनी खराब हो चुकी हैं कि वाहन चालक और पैदल चलने वाले सभी लोगों के लिए यह सड़क खतरे का सबब बन गई है। आए दिन होने वाले हादसों से लोग डरे हुए हैं और उन्हें सुरक्षित सफर करने में कठिनाई हो रही है। सड़कों के गड्ढे और टूटी हुई सतह वाहन चालकों के लिए बेहद खतरनाक साबित हो रही हैं।
प्रशासन की लापरवाही
ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने कई बार संबंधित अधिकारियों और विधायक को इस समस्या से अवगत कराया, लेकिन प्रशासन की लापरवाही के कारण अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। सड़कों की मरम्मत के लिए प्रशासन से बार-बार अपील करने के बावजूद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई, जिससे ग्रामीणों में गुस्सा और बढ़ गया है।
राज्य सरकार से उम्मीद
ग्रामीणों ने राज्य सरकार से मांग की है कि वे इस मामले को गंभीरता से लें और जल्द से जल्द इस सड़क की मरम्मत करें। उन्होंने कहा कि जब तक सड़क की मरम्मत नहीं होती, तब तक उनके जीवन में खतरा बना रहेगा और वे हर दिन डर के साए में जीने को मजबूर रहेंगे।
पोटका क्षेत्र के लोगों को उम्मीद है कि राज्य सरकार उनकी समस्या को जल्द से जल्द हल करेगी और उन्हें सुरक्षित यात्रा का अनुभव मिलेगा। ग्रामीणों का कहना है कि अगर जल्द ही सड़क की मरम्मत नहीं की गई, तो वे बड़े पैमाने पर आंदोलन करने को मजबूर होंगे।
What's Your Reaction?