Jamshedpur Traffic Checking Accident : ट्रैफिक पुलिस की चेकिंग देख महिला खुद गाड़ी से गिरी, ICU में भर्ती!
जमशेदपुर में ट्रैफिक पुलिस की चेकिंग के डर से महिला खुद ही स्कूटी से गिर गई, ICU में भर्ती। जानिए पूरा मामला।

जमशेदपुर: शहर में ट्रैफिक पुलिस की चेकिंग का खौफ इस कदर बढ़ गया है कि लोग पुलिस को देखकर ही घबराकर दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं। टेल्को थाना क्षेत्र में हुई एक ऐसी ही चौंकाने वाली घटना ने सभी को हैरान कर दिया है।
घटना में टाटा मोटर्स कर्मचारी मोहम्मद फैयाज की पत्नी सिरिन अपने नाबालिग बेटे के साथ घर लौट रही थीं। जैसे ही उन्होंने आगे ट्रैफिक पुलिस की चेकिंग देखी, वह घबराकर खुद ही स्कूटी से गिर पड़ीं और गंभीर रूप से घायल हो गईं। फिलहाल, सिरिन का इलाज टाटा मोटर्स अस्पताल के आईसीयू में चल रहा है।
कैसे हुई पूरी घटना?
- घटना टेल्को के डीलर्स हॉस्टल के पास हुई, जहां पुलिस चेकिंग चल रही थी।
- महिला स्कूटी से अपने बेटे के साथ घर लौट रही थीं।
- रास्ते में एक बंपर आया, जिससे स्कूटी धीमी हो गई।
- जैसे ही उन्होंने सामने पुलिस को चेकिंग करते देखा, अचानक घबराकर संतुलन खो दिया और गिर पड़ीं।
- प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, पुलिस ने उन्हें रोका भी नहीं था, लेकिन महिला खुद ही डिसबैलेंस होकर गिर गईं।
ट्रैफिक पुलिस की चेकिंग का बढ़ता खौफ!
यह कोई पहला मामला नहीं है जब पुलिस चेकिंग के डर से किसी व्यक्ति का बैलेंस बिगड़ा हो।
- कई बार वाहन चालक पुलिस की चेकिंग से घबराकर दुर्घटनाग्रस्त हो जाते हैं।
- कई मामलों में बिना हेलमेट, कागजात या जुर्माने के डर से लोग भागने की कोशिश करते हैं, जिससे वे खुद को ही नुकसान पहुंचा बैठते हैं।
- इस घटना ने एक बार फिर सवाल खड़ा कर दिया है कि ट्रैफिक चेकिंग के नाम पर लोगों में इतना डर क्यों है?
ICU में भर्ती महिला, परिवार सदमे में!
महिला के गंभीर रूप से घायल होने की खबर से परिवार सदमे में है।
- डॉक्टरों के अनुसार, महिला के सिर और हाथ में गंभीर चोटें आई हैं।
- टाटा मोटर्स अस्पताल में उनका इलाज जारी है।
- परिवार वालों का कहना है कि अगर पुलिस की चेकिंग इतनी डरावनी न होती, तो यह हादसा नहीं होता।
क्या कहती है ट्रैफिक पुलिस?
इस घटना के बाद ट्रैफिक पुलिस ने सफाई दी है कि उन्होंने किसी को जबरन रोकने की कोशिश नहीं की।
- पुलिस के अनुसार, महिला ने खुद घबराकर संतुलन खो दिया और गिर गईं।
- पुलिस अधिकारी बोले, "हमारे द्वारा कोई दबाव नहीं बनाया गया था, लेकिन लोग खुद से डर जाते हैं, यह समझ से परे है।"
पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं!
ट्रैफिक पुलिस की चेकिंग से जुड़ी हादसों की यह कोई नई कहानी नहीं है।
- 2023 में जमशेदपुर के ही एक युवक की बाइक पुलिस चेकिंग के दौरान फिसल गई थी, जिससे उसकी जान चली गई थी।
- 2021 में झारखंड के रामगढ़ में एक युवक पुलिस से बचने के लिए भागते वक्त ट्रक की चपेट में आ गया था।
- लोगों का कहना है कि ट्रैफिक पुलिस कभी-कभी इतनी आक्रामक हो जाती है कि वाहन चालक अनावश्यक रूप से डरने लगते हैं।
सवाल जो अब भी कायम हैं!
ट्रैफिक पुलिस की चेकिंग को इतना डरावना क्यों समझा जाता है?
क्या पुलिस को चेकिंग के दौरान लोगों को जागरूक करने की जरूरत है?
क्या बिना किसी दबाव के भी पुलिस चेकिंग से लोग घबराते हैं?
क्या चेकिंग के नए और सुरक्षित तरीके अपनाने की जरूरत है?
आपकी राय?
क्या आपको लगता है कि ट्रैफिक पुलिस को चेकिंग के तरीके बदलने चाहिए? या फिर यह सिर्फ लोगों का डर है? अपनी राय कमेंट में दें और इस खबर को शेयर करें।
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