Jamshedpur celebration: शिव हनुमान मंदिर में उमड़ा जनसैलाब, रघुवर दास ने बांटे गिफ्ट, जानें खास वजह!
जमशेदपुर के शिवहनुमान मंदिर में महाशिवरात्रि पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। बच्चों को स्कूली बैग और महिलाओं को साड़ी वितरित की गई। जानिए मंदिर का इतिहास और इस आयोजन की खास बातें।
जमशेदपुर, 26 फरवरी – महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर मुंसा सिंह बगान, साकची गुरुद्वारा बस्ती स्थित श्री श्री शिवहनुमान मंदिर में भव्य आयोजन हुआ, जहां श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। मंदिर में सुबह से ही भक्तों का तांता लगा रहा, हर कोई भगवान शिव और हनुमान जी के दर्शन करने के लिए उमड़ पड़ा। इस आयोजन में झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एवं ओडिशा के पूर्व राज्यपाल रघुवर दास, वरिष्ठ नेता चंद्रगुप्त सिंह और सूर्य मंदिर कमेटी के अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह ने विशेष रूप से शिरकत की।
धार्मिक आस्था और समाजसेवा का अनूठा संगम
इस धार्मिक आयोजन के साथ ही समाजसेवा की मिसाल भी देखने को मिली। मंदिर समिति द्वारा बच्चों को स्कूली बैग और महिलाओं को साड़ी वितरण किया गया, जिससे श्रद्धालुओं में खुशी की लहर दौड़ गई। इस अवसर पर वक्ताओं ने मंदिर समिति के सामाजिक कार्यों की भूरी-भूरी प्रशंसा की।
मंदिर संचालन समिति के सदस्य सरदार मंदीप सिंह, सुभाष नंद और भरत नंद ने बताया कि यह मंदिर सिर्फ आस्था का केंद्र नहीं, बल्कि सामाजिक उत्थान का प्रतीक भी है। समय-समय पर यहां धार्मिक आयोजनों के साथ-साथ सामाजिक कार्य भी किए जाते हैं, जिससे समाज के हर वर्ग को लाभ मिलता है।
शिवरात्रि और मंदिर का ऐतिहासिक महत्व
शिवरात्रि का पर्व हिंदू धर्म में अत्यंत पवित्र माना जाता है। यह भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह का दिन माना जाता है, जिस दिन शिव भक्त रात्रि जागरण, जलाभिषेक और उपवास रखते हैं।
श्री श्री शिवहनुमान मंदिर, जमशेदपुर के श्रद्धालुओं के लिए आस्था का एक प्रमुख केंद्र रहा है। इस मंदिर की स्थापना के पीछे एक रोचक इतिहास है—स्थानीय श्रद्धालुओं के सहयोग से इसे विकसित किया गया और समय के साथ यह शहर के सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों में से एक बन गया।
"हर हर महादेव" के जयकारों से गूंजा मंदिर परिसर
पूरे मंदिर परिसर में "हर हर महादेव" और "बोल बम" के जयकारे गूंजते रहे। श्रद्धालु भगवान शिव का जलाभिषेक करने के लिए लंबी कतारों में खड़े दिखे। महाशिवरात्रि की रात विशेष आरती और हवन का आयोजन भी किया गया, जिसमें सैकड़ों श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया।
सम्मानित अतिथियों ने दिया प्रेरणादायक संदेश
इस अवसर पर उपस्थित पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा, "धर्म सिर्फ पूजा-पाठ तक सीमित नहीं है, बल्कि समाजसेवा भी उतनी ही जरूरी है। इस मंदिर समिति द्वारा किए गए कार्य सराहनीय हैं, जो समाज को एक नई दिशा देने का काम कर रहे हैं।"
वरिष्ठ नेता चंद्रगुप्त सिंह ने कहा, "सनातन धर्म का मूल उद्देश्य केवल भक्ति नहीं, बल्कि परोपकार भी है। इस आयोजन में समाज के हर वर्ग का ध्यान रखा गया, जो एक आदर्श पहल है।"
भविष्य में और भी बड़े आयोजनों की योजना
मंदिर संचालन समिति ने घोषणा की कि आने वाले समय में मंदिर में स्वास्थ्य शिविर, भंडारे और अन्य धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन किया जाएगा, जिससे समाज के सभी वर्गों को लाभ मिल सके।
श्रद्धालुओं में दिखा उत्साह, भक्ति और उल्लास का माहौल
इस भव्य आयोजन में श्रद्धालु पूरे उत्साह से शामिल हुए। मंदिर समिति के सरदार मंदीप सिंह, सुभाष नंद, भरत नंद, और अन्य पदाधिकारियों ने इस कार्यक्रम को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई।
इस अवसर पर शहर के कई गणमान्य नागरिक और सामाजिक कार्यकर्ता भी उपस्थित रहे।
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