Jamshedpur: फुटपाथ पर कार्रवाई! सब्जी विक्रेताओं पर चला आरपीएफ का डंडा

जमशेदपुर के टाटानगर स्टेशन रोड पर फुटपाथ पर सब्जी बेचने वालों को आरपीएफ ने हटाया। जानें, क्यों हुआ यह फैसला और इसका स्थानीय लोगों पर क्या असर पड़ेगा।

Dec 4, 2024 - 15:26
Dec 4, 2024 - 15:30
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Jamshedpur: फुटपाथ पर कार्रवाई! सब्जी विक्रेताओं पर चला आरपीएफ का डंडा
Jamshedpur: फुटपाथ पर कार्रवाई! सब्जी विक्रेताओं पर चला आरपीएफ का डंडा

जमशेदपुर, 4 दिसंबर: टाटानगर स्टेशन रोड का फुटपाथ बुधवार को एक अलग ही नज़ारा पेश कर रहा था। आरपीएफ (रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स) के जवानों ने स्टेशन रोड के फुटपाथ से सब्जी बेचने वाले ग्रामीण विक्रेताओं को हटा दिया। बताया जाता है कि चक्रधरपुर के डीआरएम को किसी ने फुटपाथ पर लगी सब्जी दुकानों की तस्वीरें भेजीं, जिसके बाद तुरंत कार्रवाई का आदेश जारी कर दिया गया।

यह घटना न केवल स्थानीय विक्रेताओं के लिए बल्कि शहर के फुटपाथ बाजार के इतिहास में भी एक नया अध्याय जोड़ती है। टाटानगर स्टेशन रोड हमेशा से ही ग्रामीण विक्रेताओं के लिए आय का एक प्रमुख साधन रहा है। सुबह-सुबह ट्रेन से सब्जी लेकर पहुंचने वाले ये विक्रेता चंद घंटों में अपनी बिक्री पूरी करके लौट जाते थे। लेकिन आरपीएफ के इस कदम के बाद अब उन्हें ट्रैफिक कॉलोनी में जाकर दुकान लगानी होगी।

क्यों उठाया गया यह कदम?

स्टेशन रोड की लगातार बढ़ती अव्यवस्था और यातायात बाधा को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने यह कठोर फैसला लिया है। तस्वीरों के माध्यम से डीआरएम को स्टेशन रोड की हालत की जानकारी मिली, जिसके तुरंत बाद फुटपाथ पर लगी दुकानों को हटाने का आदेश जारी हुआ। आरपीएफ ने विक्रेताओं को सख्त चेतावनी देते हुए कहा है कि भविष्य में स्टेशन रोड के फुटपाथ पर दुकान लगाने पर जुर्माना लगाया जाएगा।

फुटपाथ बाजार का ऐतिहासिक महत्व

टाटानगर स्टेशन का यह इलाका वर्षों से सब्जी विक्रेताओं के लिए महत्वपूर्ण रहा है। स्टेशन से जुड़ा यह फुटपाथ बाजार न केवल विक्रेताओं के लिए आय का स्रोत है, बल्कि यात्रियों और स्थानीय निवासियों को ताजी सब्जियां उपलब्ध कराने का भी केंद्र है। लेकिन बढ़ते यातायात और अनियमितताओं के कारण यह बाजार परेशानी का कारण बनता जा रहा था।

स्थानीय विक्रेताओं की प्रतिक्रिया

आरपीएफ की इस कार्रवाई से सब्जी विक्रेता खासे नाराज़ हैं। उनका कहना है कि स्टेशन रोड के फुटपाथ पर दुकान लगाना उनकी रोजी-रोटी का मुख्य साधन है। "ट्रैफिक कॉलोनी में जाकर दुकान लगाना न केवल मुश्किल है बल्कि वहां ग्राहक भी कम मिलेंगे," एक विक्रेता ने दुखी होकर कहा।

आम जनता पर असर

हालांकि इस कदम से स्टेशन रोड पर यातायात में सुधार होने की उम्मीद है, लेकिन कई स्थानीय लोग इस फैसले से असमंजस में हैं। एक यात्री ने कहा, "यह कदम जरूरी था, लेकिन विक्रेताओं को भी विकल्प देना चाहिए।"

आगे की योजना

रेलवे ने साफ कर दिया है कि स्टेशन रोड पर फुटपाथ विक्रेताओं को अब दुकान लगाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। यह कदम रेलवे स्टेशन के सौंदर्यीकरण और यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाने के लिए उठाया गया है।

जमशेदपुर के टाटानगर स्टेशन रोड पर यह कार्रवाई एक स्पष्ट संदेश देती है कि अव्यवस्था और अतिक्रमण के खिलाफ प्रशासन सख्त कदम उठाने से पीछे नहीं हटेगा। लेकिन यह देखना बाकी है कि यह फैसला विक्रेताओं और स्थानीय लोगों के लिए कितना व्यावहारिक साबित होता है।

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Nihal Ravidas निहाल रविदास, जिन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई की है, तकनीकी विशेषज्ञता, समसामयिक मुद्दों और रचनात्मक लेखन में माहिर हैं।