40 साल के कानूनी संघर्ष के बाद हाई कोर्ट के आदेश पर जमशेदपुर के परसुडीह में प्लॉट से हटाया गया कब्जा, भारी पुलिस बल तैनात
जमशेदपुर के परसुडीह में हाई कोर्ट के आदेश के बाद 40 साल पुराने कानूनी विवाद का अंत हुआ। पुलिस ने प्लॉट संख्या 500 को दबंगों से मुक्त कराया। जानिए पूरी घटना।
जमशेदपुर, परसुडीह: हाई कोर्ट के आदेश के बाद जमशेदपुर के परसुडीह इलाके में स्थित प्लॉट संख्या 500 को स्थानीय दबंगों के कब्जे से मुक्त कराया गया। यह प्लॉट शिवकुमार अरोड़ा और कश्मीरी लाल अरोड़ा की ख़ातियानी जमीन है, जिस पर पिछले 40 वर्षों से अतिक्रमणकारियों ने कब्जा कर रखा था।
40 साल का कानूनी संघर्ष:
यह मामला पिछले चार दशकों से अदालतों में चल रहा था। अरोड़ा परिवार ने अपनी जमीन को वापस पाने के लिए लंबी कानूनी लड़ाई लड़ी, और अंततः हाई कोर्ट के आदेश के बाद उनकी जमीन को कब्जा मुक्त कराने का फैसला किया गया।
प्रशासन की कड़ी कार्रवाई:
हाई कोर्ट के आदेश को लागू करने के लिए जिला प्रशासन ने पूरी तैयारी के साथ कार्रवाई की। किसी भी संभावित विरोध को ध्यान में रखते हुए बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई थी। पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच, प्रशासन ने अरोड़ा परिवार की लगभग 11 डेसिमल जमीन को अतिक्रमणकारियों से मुक्त कराया।
प्लॉट संख्या 500 पर कब्जा:
यह जमीन परसुडीह के मेन रोड बाजार के समीप स्थित है, जो कि शहर के महत्वपूर्ण क्षेत्रों में से एक है। यहां पिछले कई वर्षों से स्थानीय दबंगों ने अवैध कब्जा कर रखा था, जिसके चलते अरोड़ा परिवार को अपने हक की जमीन से वंचित रहना पड़ा।
पुलिस की भूमिका:
कार्रवाई के दौरान किसी भी तरह के विरोध की संभावना को देखते हुए, पुलिस ने पूरी सतर्कता बरती। बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती से यह सुनिश्चित किया गया कि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके और अरोड़ा परिवार को उनकी जमीन वापस मिल सके।
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