Jamshedpur Kali Temple Celebration : दक्षिणेश्वरी काली मंदिर के स्थापना दिवस पर भव्य शोभा यात्रा
जमशेदपुर में दक्षिणेश्वरी काली मंदिर का प्रथम स्थापना दिवस 18 जनवरी को धूमधाम से मनाया जाएगा। जानें कलश यात्रा, भजन संध्या और अन्य आयोजनों की पूरी जानकारी।
जमशेदपुर: शहर के धार्मिक और सांस्कृतिक परंपराओं में एक और शानदार अध्याय जुड़ने जा रहा है। श्री श्री दक्षिणेश्वरी काली मंदिर, जो इस्ट प्लांट बस्ती में स्थित है, अपने प्रथम स्थापना दिवस को धूमधाम से मनाने के लिए पूरी तरह तैयार है।
रविवार को मंदिर प्रांगण में ग्लविंदर सिंह ग्वाले की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में यह निर्णय लिया गया। बैठक में 18 जनवरी को होने वाले कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की गई, जिसमें कई भव्य आयोजन शामिल हैं।
इतिहास में काली पूजा की परंपरा
काली पूजा का भारत में गहरा इतिहास रहा है। विशेष रूप से बंगाल और झारखंड जैसे क्षेत्रों में काली मां को शक्ति और सुरक्षा का प्रतीक माना जाता है। दक्षिणेश्वरी काली मंदिर की स्थापना एक नई परंपरा की शुरुआत का प्रतीक है, जहां भक्त अपने आराध्य के प्रति श्रद्धा प्रकट करेंगे।
इस मंदिर का निर्माण स्थानीय समुदाय के सहयोग और एकजुटता का प्रमाण है, जो धार्मिक आयोजनों के माध्यम से सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करने का प्रयास करता है।
भव्य शोभा यात्रा से होगा दिन का शुभारंभ
अध्यक्ष ग्लविंदर सिंह ग्वाले ने बताया कि स्थापना दिवस का मुख्य आकर्षण कलश यात्रा होगी। सुबह मंदिर प्रांगण से शुरू होकर यह यात्रा दोमुहानी तक जाएगी।
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कलश यात्रा:
- सैकड़ों महिलाएं और पुरुष इसमें भाग लेंगे।
- कलश में पवित्र जल भरकर वापस मंदिर लाया जाएगा।
- इस जल से काली मां का अभिषेक किया जाएगा।
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पूजन और श्रृंगार:
- अभिषेक के बाद पुरोहितों द्वारा विधि-विधान से पूजा होगी।
- काली मां का भव्य श्रृंगार किया जाएगा, जिसे देखने के लिए बड़ी संख्या में भक्त एकत्र होंगे।
शाम को भजन संध्या का आयोजन
शाम को भव्य भजन संध्या का आयोजन होगा, जिसमें स्थानीय कलाकार अपने सुमधुर भजनों से वातावरण को भक्तिमय बनाएंगे। भजन संध्या में मां काली की महिमा का गुणगान किया जाएगा।
महाप्रसाद का आयोजन:
पूजा के बाद भक्तों के लिए महाप्रसाद का भी आयोजन किया जाएगा। यह आयोजन श्रद्धालुओं को एक साथ जोड़ने और सामूहिक उत्सव का हिस्सा बनने का एक अवसर प्रदान करेगा।
समिति का योगदान और बैठक के मुख्य बिंदु
इस भव्य आयोजन के लिए श्री श्री दक्षिणेश्वरी काली मंदिर समिति ने अथक प्रयास किया है। बैठक में समिति के सदस्यों ने आयोजन को सफल बनाने के लिए अपने सुझाव साझा किए।
बैठक में उपस्थित प्रमुख सदस्य:
- कमलेश राय
- छोटू पाल
- उमाशंकर बेरा
- हरिशचंद्र प्रसाद
- अरुण प्रसाद
- सुजीत और अजीत
सभी ने कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए अपने कर्तव्यों का विभाजन किया।
स्थानीय समुदाय की भागीदारी
दक्षिणेश्वरी काली मंदिर का यह आयोजन न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि सामुदायिक जुड़ाव और एकता का भी प्रतीक है। स्थानीय निवासियों की सक्रिय भागीदारी ने इसे और अधिक विशेष बना दिया है।
उत्सव में शामिल हों और पाएं आशीर्वाद
दक्षिणेश्वरी काली मंदिर का प्रथम स्थापना दिवस एक ऐतिहासिक अवसर है, जिसे किसी भी भक्त को छोड़ना नहीं चाहिए।
आइए, इस पवित्र दिन पर मां काली का आशीर्वाद प्राप्त करें और भक्ति और उत्साह से भरे इस आयोजन का हिस्सा बनें।
ध्यान दें:
- कलश यात्रा का समय: सुबह
- भजन संध्या का समय: शाम
यह आयोजन न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह एकता और संस्कृति के संदेश को भी फैलाता है।
दक्षिणेश्वरी काली मंदिर का स्थापना दिवस जमशेदपुर के इतिहास में एक और यादगार दिन बनने वाला है। 18 जनवरी को आयोजित होने वाले इस भव्य उत्सव में भाग लें और मां काली का आशीर्वाद प्राप्त करें।
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