Jamshedpur Fraud : बेरोजगार युवाओं को नौकरी के नाम पर ठगी, जालसाज गिरफ्तार
जमशेदपुर के गोविंदपुर में नौकरी के नाम पर बेरोजगार युवाओं से ठगी का मामला सामने आया। जालसाज गिरफ्तार, मधुपुर में ट्रेनिंग कैंप से चल रहा था नेटवर्क मार्केटिंग का खेल।

जमशेदपुर के गोविंदपुर इलाके में एक बार फिर नौकरी के नाम पर बेरोजगार युवाओं से ठगी का बड़ा मामला सामने आया है। शुक्रवार को जेएलकेएम नेताओं की मदद से एक जालसाज को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया गया। इस घटना ने शहर में नौकरी दिलाने के नाम पर चल रहे फर्जी नेटवर्क मार्केटिंग रैकेट का पर्दाफाश कर दिया है।
कैसे दिया जा रहा था झांसा?
जानकारी के मुताबिक, बिहार के समस्तीपुर निवासी अरुण कुमार यादव, एमडी नौशाद आलम, कृष्ण कुमार महतो और शिव शंकर महतो नामक जालसाज बेरोजगार युवक-युवतियों को नौकरी का लालच देकर फंसाते थे। इन लोगों का तरीका बेहद चालाकी भरा था—
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युवाओं को ट्रेनिंग और नौकरी का भरोसा दिया जाता।
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ट्रेनिंग के नाम पर उनसे मोटी रकम वसूली जाती।
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फिर उन्हें नेटवर्क मार्केटिंग के जाल में उलझा दिया जाता।
जब पीड़ित अपने पैसे वापस मांगते, तो उन्हें धमकाकर चुप करा दिया जाता।
मधुपुर में था ट्रेनिंग कैंप
इन ठगों ने बेरोजगार युवाओं को फंसाने के लिए मधुपुर में एक फर्जी ट्रेनिंग कैंप भी बना रखा था। यहां पर युवाओं को "कंपनी सेलेक्शन प्रोसेस" और "ऑफिसियल ट्रेनिंग" के नाम पर बुलाया जाता, जबकि असलियत में यह केवल पैसों की उगाही का जरिया था।
पुलिस की मिलीभगत के आरोप
इस पूरे मामले में स्थानीय पुलिस की मिलीभगत के आरोप भी सामने आए हैं। पीड़ित युवाओं का कहना है कि शिकायत करने के बावजूद पुलिस ने पहले कार्रवाई नहीं की। अब लगातार तीन दिनों में ऐसे कई मामले सामने आने से प्रशासन पर सवाल उठ रहे हैं।
जांच में जुटी पुलिस
फिलहाल पकड़े गए जालसाज से पूछताछ की जा रही है। पुलिस बाकी आरोपियों की तलाश कर रही है और इस रैकेट की गहराई से जांच में जुट गई है।
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