Jamshedpur Raid: जेल में रातभर चला सर्च ऑपरेशन, प्रशासन को क्या मिला?

जमशेदपुर की साकची जेल में गुरुवार देर रात हुई अचानक छापेमारी से मचा हड़कंप! प्रशासन को मिला कुछ आपत्तिजनक या सिर्फ एक रूटीन चेकिंग थी? पढ़ें पूरी खबर।

Mar 7, 2025 - 09:50
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Jamshedpur Raid: जेल में रातभर चला सर्च ऑपरेशन, प्रशासन को क्या मिला?
Jamshedpur Raid: जेल में रातभर चला सर्च ऑपरेशन, प्रशासन को क्या मिला?

जमशेदपुर: पूर्वी सिंहभूम जिले में गुरुवार देर रात साकची स्थित जेल में प्रशासन ने अचानक छापेमारी की। इस औचक कार्रवाई से जेल प्रशासन और कैदियों में हड़कंप मच गया। उपायुक्त अनन्य मित्तल के आदेश पर हुई इस छापेमारी में आला अधिकारियों समेत भारी पुलिस बल तैनात रहा। करीब एक घंटे तक चली इस जांच में जेल के हर कोने को खंगाला गया, लेकिन क्या प्रशासन को कुछ आपत्तिजनक मिला? या यह सिर्फ एक रूटीन चेकिंग थी? आइए जानते हैं पूरी खबर।

जेल में रातभर चला सर्च ऑपरेशन, कौन-कौन था मौजूद?

रात के अंधेरे में अचानक जब सिटी एसपी कुमार शिवाशीष, एसडीओ शताब्दी मजूमदार और अन्य अधिकारी जेल पहुंचे, तो अंदर मौजूद कैदियों और जेल कर्मियों को कुछ समझ ही नहीं आया। प्रशासन की इस कार्रवाई के दौरान बीडीओ, सीओ, सभी डीएसपी, थाना प्रभारी और भारी पुलिस बल भी मौजूद थे।

क्या मिला जेल की तलाशी में?

इस जांच अभियान में जेल के सभी वार्डों को खंगाला गया। कैदियों के सामानों से लेकर शौचालय और अन्य कोनों तक को बारीकी से चेक किया गया। हालांकि, इस पूरे सर्च ऑपरेशन में किसी भी प्रकार का आपत्तिजनक सामान नहीं मिला। अधिकारियों ने बताया कि यह एक नियमित निरीक्षण था, जिससे जेल में अवैध गतिविधियों पर नजर रखी जा सके

क्या है जेल छापेमारी का इतिहास?

झारखंड की जेलों में समय-समय पर छापेमारी होती रही है। कई बार ऐसे मामलों में मोबाइल, नशे की चीजें और अन्य प्रतिबंधित सामान बरामद हो चुके हैं। लेकिन इस बार की जांच में कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला, जिससे सवाल उठ रहे हैं कि क्या यह सिर्फ एक औपचारिकता थी या फिर किसी अंदरूनी सूचना के आधार पर कार्रवाई की गई थी?

प्रशासन का क्या कहना है?

जांच अभियान के बाद अधिकारियों ने बताया कि यह छापेमारी जेल सुरक्षा को मजबूत करने के लिए की गई थी। जेल में किसी भी तरह की अवैध गतिविधियों को रोकने के लिए ऐसे औचक निरीक्षण होते रहेंगे

कैदियों में क्यों मचा हड़कंप?

छापेमारी के दौरान कैदियों में जबरदस्त तनाव देखा गया। अचानक आधी रात को बड़ी संख्या में पुलिस बल के पहुंचने से कई कैदी डर गए थे। हालांकि, जांच के दौरान किसी भी कैदी के पास से कोई संदिग्ध सामान नहीं मिला, जिससे सभी ने राहत की सांस ली।

क्या आगे भी होंगी ऐसी छापेमारियां?

सूत्रों के मुताबिक, प्रशासन जेल में कड़ी निगरानी बनाए रखने के लिए आगे भी इस तरह के औचक निरीक्षण करता रहेगा। इसका मकसद जेल के भीतर किसी भी गैरकानूनी गतिविधि को रोकना और सुरक्षा को मजबूत करना है

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Manish Tamsoy मनीष तामसोय कॉमर्स में मास्टर डिग्री कर रहे हैं और खेलों के प्रति गहरी रुचि रखते हैं। क्रिकेट, फुटबॉल और शतरंज जैसे खेलों में उनकी गहरी समझ और विश्लेषणात्मक क्षमता उन्हें एक कुशल खेल विश्लेषक बनाती है। इसके अलावा, मनीष वीडियो एडिटिंग में भी एक्सपर्ट हैं। उनका क्रिएटिव अप्रोच और टेक्निकल नॉलेज उन्हें खेल विश्लेषण से जुड़े वीडियो कंटेंट को आकर्षक और प्रभावी बनाने में मदद करता है। खेलों की दुनिया में हो रहे नए बदलावों और रोमांचक मुकाबलों पर उनकी गहरी पकड़ उन्हें एक बेहतरीन कंटेंट क्रिएटर और पत्रकार के रूप में स्थापित करती है।