Jamshedpur Health: सदर अस्पताल को मिला NQAS सर्टिफिकेट, स्वास्थ्य सेवाओं में आई क्रांतिकारी बदलाव की शुरुआत

जमशेदपुर के सदर अस्पताल को NQAS सर्टिफिकेट मिला, जिससे स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार हुआ। जानिए NQAS का क्या है महत्व और किस प्रकार यह अस्पताल के लिए एक बड़ी उपलब्धि है।

Jan 30, 2025 - 15:18
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Jamshedpur Health: सदर अस्पताल को मिला NQAS सर्टिफिकेट, स्वास्थ्य सेवाओं में आई क्रांतिकारी बदलाव की शुरुआत
Jamshedpur Health: सदर अस्पताल को मिला NQAS सर्टिफिकेट, स्वास्थ्य सेवाओं में आई क्रांतिकारी बदलाव की शुरुआत

जमशेदपुर के सदर अस्पताल (जिला अस्पताल) को स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा नेशनल क्वॉलिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड (NQAS) सर्टिफिकेट से सम्मानित किया गया है। यह एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है जो जिले की स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की दिशा में एक बड़ा कदम साबित हो रहा है। इस सफलता पर जिला दण्डाधिकारी सह उपायुक्त श्री अनन्य मित्तल ने सिविल सर्जन डॉ. साहिर पाल और उनकी टीम की सराहना की है, और उन्हें बधाई दी है।

NQAS सर्टिफिकेट का महत्व क्या है?

NQAS (नेशनल क्वॉलिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड) एक राष्ट्रीय मानक है जिसे सरकारी अस्पतालों में दी जा रही स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए निर्धारित किया जाता है। यह सर्टिफिकेट प्राप्त करने के लिए अस्पताल को कई मापदंडों पर खरा उतरना पड़ता है, जिनमें चिकित्सा सुविधाओं की गुणवत्ता, कर्मचारियों की दक्षता, अस्पताल का माहौल और मरीजों के इलाज के तरीकों की पारदर्शिता शामिल हैं।

सदर अस्पताल, जमशेदपुर को 86% अंक प्राप्त हुए हैं, जो इस बात का प्रमाण है कि यह अस्पताल राष्ट्रीय स्तर पर उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर रहा है। यह सर्टिफिकेट अस्पताल की समर्पित टीम की कड़ी मेहनत और राज्य सरकार द्वारा उठाए गए सुधारात्मक कदमों का नतीजा है।

क्या है इस सर्टिफिकेट से जुड़ा इतिहास?

NQAS सर्टिफिकेट सरकारी अस्पतालों के लिए एक मानक है, जिसका उद्देश्य अस्पतालों में चिकित्सा सेवाओं की गुणवत्ता को बढ़ाना है। जमशेदपुर के सदर अस्पताल ने 2023 में भी यह सर्टिफिकेट प्राप्त किया था, जो इसके निरंतर प्रयासों और सेवाओं में सुधार को दर्शाता है। यह अस्पताल की दूसरी बार NQAS से मान्यता प्राप्ति है, जो यह बताती है कि यहाँ के चिकित्सक, स्वास्थ्यकर्मी और प्रशासन लगातार अपने काम में सुधार लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

मुख्य बातें:

  • जिला दण्डाधिकारी का संदेश: श्री अनन्य मित्तल ने इस उपलब्धि पर खुशी व्यक्त करते हुए सिविल सर्जन डॉ. साहिर पाल और उनकी पूरी टीम की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस राष्ट्रीय स्तर के सम्मान से जिले के चिकित्सकों और स्वास्थ्यकर्मियों का उत्साह दोगुना हुआ है।

  • राज्य सरकार का प्रयास: मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार जिला प्रशासन स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए लगातार प्रयासरत है। उनका उद्देश्य है कि जिला अस्पताल की तरह अन्य सरकारी अस्पतालों, जैसे- सीएचसी, पीएचसी और हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर की सेवाओं में भी सुधार किया जाए।

  • NQAS के मापदंड: इस सर्टिफिकेट के लिए अस्पताल को कई मापदंडों पर खरा उतरना पड़ता है, जिसमें उपचार की गुणवत्ता, अस्पताल का प्रबंधन, संसाधनों का सही उपयोग और कर्मचारियों की दक्षता शामिल हैं।

क्या बदलाव ला सकता है यह सर्टिफिकेट?

NQAS सर्टिफिकेट से न केवल अस्पताल की प्रतिष्ठा में वृद्धि होती है, बल्कि यह मरीजों के विश्वास को भी बढ़ाता है। जब मरीज जानते हैं कि अस्पताल ने राष्ट्रीय मानकों को पूरा किया है, तो उन्हें इलाज के दौरान बेहतर अनुभव होता है। इसके अलावा, यह राज्य और जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता को और बेहतर बनाने के लिए एक प्रेरणा का काम करेगा।

आगे की दिशा में कदम

जिला प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया है कि सदर अस्पताल के इस मॉडल को अन्य सरकारी अस्पतालों तक फैलाया जाए। इसके लिए स्वास्थ्यकर्मियों की ट्रेनिंग, बेहतर उपकरणों की उपलब्धता और प्रशासनिक सुधार की प्रक्रिया पर काम जारी है। सरकार का मानना है कि जब जिले के सभी अस्पताल NQAS के मानकों पर खरे उतरेंगे, तो इसका सीधा फायदा मरीजों को मिलेगा और क्षेत्रीय स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार होगा।

जमशेदपुर के सदर अस्पताल को NQAS सर्टिफिकेट प्राप्ति से जिले की स्वास्थ्य सेवाओं में एक नया अध्याय जुड़ गया है। यह उपलब्धि सिर्फ अस्पताल के लिए ही नहीं, बल्कि राज्य की स्वास्थ्य नीति में सुधार का प्रतीक है। जिला दण्डाधिकारी और सरकार की पूरी टीम की ओर से यह प्रयास किया जा रहा है कि ऐसी सेवाएं और भी अस्पतालों तक पहुंचाई जाएं ताकि सभी नागरिकों को उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा सेवाएं मिल सकें।

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