Jamshedpur Distribution: सरकारी स्कूलों में बांटे गए टैबलेट, अब डिजिटल होगी पढ़ाई!
जमशेदपुर के 196 सरकारी स्कूलों में शिक्षकों को टैबलेट दिए गए! जानिए कैसे डिजिटल शिक्षा से सरकारी स्कूलों में आएगा बदलाव और छात्रों को मिलेगा फायदा।

जमशेदपुर: सरकारी स्कूलों की शिक्षा व्यवस्था को डिजिटल युग में एक कदम आगे बढ़ाने के लिए जिले के 196 प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों को टैबलेट सौंपे गए। इस पहल का उद्देश्य न केवल शिक्षकों के काम को आसान बनाना है, बल्कि छात्रों की पढ़ाई को तकनीक से जोड़ना भी है।
कैसे बदलेगी शिक्षा व्यवस्था?
यह टैबलेट वितरण कार्यक्रम बीआरसी साकची आमबागान में आयोजित किया गया, जिसमें जिला शिक्षा पदाधिकारी (DEO) मनोज कुमार और डीएससी आशीष पांडे मुख्य अतिथि रहे। इस दौरान बीईओ अनीता सिन्हा ने बताया कि प्राथमिक विद्यालयों में जहां 30 से अधिक छात्र-छात्राएं पढ़ते हैं, उन्हीं स्कूलों को टैबलेट उपलब्ध कराए गए हैं।
डिजिटल क्रांति में शिक्षा का नया अध्याय
भारत में शिक्षा प्रणाली का इतिहास देखें तो पुराने समय में गुरुकुल पद्धति से लेकर आधुनिक स्मार्ट क्लास तक, कई बदलाव आए हैं। पहले ब्लैकबोर्ड और किताबों तक सीमित पढ़ाई अब डिजिटल डिवाइसेज और स्मार्ट लर्निंग की ओर बढ़ रही है। सरकारी स्कूलों में टैबलेट का यह कदम भी इसी दिशा में एक क्रांतिकारी प्रयास है।
शिक्षकों को होंगे ये बड़े फायदे
इस नई तकनीक के आने से शिक्षकों को कई महत्वपूर्ण लाभ होंगे, जैसे:
ऑनलाइन रिपोर्टिंग और मॉनिटरिंग: अब स्कूलों में उपस्थिति दर्ज करने से लेकर प्रशासनिक रिपोर्टिंग तक सबकुछ डिजिटल तरीके से होगा।
बायोमेट्रिक उपस्थिति: शिक्षकों की उपस्थिति अब बायोमेट्रिक तरीके से दर्ज होगी, जिससे अनुशासन और पारदर्शिता बनी रहेगी।
स्टूडेंट्स की पढ़ाई में मदद: टैबलेट के माध्यम से शिक्षण सामग्री डिजिटल रूप में उपलब्ध होगी, जिससे छात्रों की पढ़ाई और भी आसान हो जाएगी।
ऑनलाइन शिक्षक प्रशिक्षण: अब शिक्षकों को नई तकनीकों और शैक्षणिक नीतियों की ट्रेनिंग ऑनलाइन दी जा सकेगी।
शिक्षक खुश, छात्रों को मिलेगा फायदा!
टैबलेट पाकर शिक्षक काफी उत्साहित हैं, क्योंकि इससे उनका कार्यभार कम होगा और पढ़ाने का तरीका भी स्मार्ट होगा। कई शिक्षकों ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि यह सरकारी स्कूलों में डिजिटल शिक्षा की दिशा में एक बड़ा कदम है।
इस मौके पर मौजूद डीईओ मनोज कुमार, डीएससी आशीष पांडे, बीईओ अनीता सिन्हा, बीपीओ उमा कुमारी, राजीव शरण और राजेश कुमार ने भी इस पहल को ऐतिहासिक बताया।
क्या कहता है शिक्षा विभाग?
जिला शिक्षा पदाधिकारी (DEO) मनोज कुमार के अनुसार, यह योजना सरकारी स्कूलों को प्राइवेट स्कूलों की तरह डिजिटल बनाने में मदद करेगी। टैबलेट के माध्यम से शिक्षा को और इंटरएक्टिव और दिलचस्प बनाया जाएगा, जिससे बच्चों का पढ़ाई में मन लगेगा।
जमशेदपुर जिले के सरकारी स्कूलों में टैबलेट वितरण से शिक्षा प्रणाली में नई क्रांति आने की उम्मीद है। डिजिटल तकनीक से जुड़कर सरकारी स्कूलों के छात्र भी अब आधुनिक शिक्षा प्रणाली से लाभान्वित होंगे।
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