Jamshedpur Traffic: जमशेदपुर ट्रैफिक पुलिस ने बनाया तीन दिन का ‘नो एंट्री’ प्लान, 18 से 20 अक्टूबर तक भारी वाहनों का प्रवेश वर्जित
दीपावली और धनतेरस के मद्देनजर जमशेदपुर ट्रैफिक पुलिस ने 18 से 20 अक्टूबर तक के लिए नया ट्रैफिक प्लान लागू किया है। बस को छोड़कर सभी भारी वाहनों के शहर में प्रवेश पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है, ताकि भीड़ और जाम से निपटा जा सके। यह आदेश डीसी और एसएसपी के संयुक्त निर्देशों पर जारी किया गया है।
त्योहारों के मौसम में जमशेदपुर की सड़कों पर बढ़ने वाले भीषण ट्रैफिक दबाव को देखते हुए जिला प्रशासन और पुलिस ने एक सख्त और सुनियोजित योजना लागू की है। हर साल धनतेरस और दीपावली के दौरान जमशेदपुर के बाज़ारों और मुख्य सड़कों पर मानव सागर उमड़ता है, जिससे यातायात व्यवस्था पूरी तरह चरमरा जाती है। इस समस्या से निपटने के लिए पुलिस ने अगले तीन दिनों के लिए यानी 18 से 20 अक्टूबर तक के लिए विशेष 'ट्रैफिक प्लान' तैयार किया है।
यह फैसला जमशेदपुर के उपायुक्त **(डीसी) कर्ण सत्यार्थी, वरीय पुलिस अधीक्षक **(एसएसपी) पीयुष पांडेय और ट्रैफिक डीएसपी नीरज कुमार के संयुक्त आदेश से जारी किया गया है। इसका मुख्य उद्देश्य बस को छोड़कर सभी प्रकार के भारी वाहनों के परिचालन पर अस्थायी रोक लगाना है, ताकि शहर के भीतरी इलाकों में जाम और दुर्घटनाओं को टाला जा सके।
तीन दिन का ट्रैफिक प्लान: कब क्या रहेगा वर्जित?
जमशेदपुर ट्रैफिक पुलिस द्वारा जारी 'नो एंट्री' की सलाह के अनुसार, भारी वाहनों के परिचालन के लिए समय-सारणी निर्धारित की गई है:
-
धनतेरस के दिन (18 और 19 अक्टूबर): इन दोनों दिनों में दोपहर 3 बजे से लेकर रात के 1 बजे तक बस को छोड़कर सभी प्रकार के भारी वाहनों का परिचालन पूरी तरह से वर्जित रहेगा। यह वह समय होता है जब बाज़ारों में सबसे अधिक भीड़ होती है।
-
दीपावली के दिन (20 अक्टूबर): दीपावली के दिन सुबह 6 बजे से लेकर अगले दिन यानी 21 अक्टूबर को सुबह 6 बजे तक पूरे 24 घंटे के लिए बस को छोड़कर सभी प्रकार के भारी वाहनों का परिचालन पूरी तरह से वर्जित रहेगा।
प्रशासन की सख्ती: क्यों ज़रूरी है यह फैसला?
यह फैसला सिर्फ यातायात को सुविधाजनक बनाने के लिए नहीं लिया गया है, बल्कि इसके पीछे यात्रियों और खरीदारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का उद्देश्य भी है।
-
भीड़ नियंत्रण: धनतेरस के दौरान सोनारी, बिष्टुपुर, साकची और गोलमुरी के बाजारों में बड़ी संख्या में लोग खरीदारी के लिए उतरते हैं। भारी वाहनों के प्रवेश से न केवल भीषण जाम लगता है, बल्कि दुर्घटनाओं का खतरा भी बढ़ जाता है।
-
सुरक्षा मानक: प्रशासन का मानना है कि त्योहारी भीड़ में भारी वाहनों के परिचालन से होने वाली असुविधा और खतरा अस्वीकार्य है। नो एंट्री से छोटी गाड़ियों और पैदल चलने वालों को काफी राहत मिलेगी।
ट्रैफिक डीएसपी नीरज कुमार ने सभी भारी वाहन चालकों और ऑपरेटरों से अपील की है कि वे इन तीन दिनों के लिए जारी ट्रैफिक एडवाइजरी का कड़ाई से पालन करें। उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। जमशेदपुर वासियों को अब इन तीन दिनों में खरीदारी और आवागमन के लिए अपने समय और मार्ग की योजना बनानी होगी।
आपकी राय में, त्योहारों के दौरान ट्रैफिक के दबाव को कम करने और शहर के भीतरी इलाकों में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन को भारी वाहनों पर रोक लगाने के अलावा कौन से दो सबसे प्रभावी सार्वजनिक परिवहन समाधान लागू करने चाहिए?
What's Your Reaction?


